ये है वो 5 दिग्गज खिलाड़ी जो जल्द कर सकते है अंतर्राष्ट्रीय स्तर से अपने संन्यास का ऐलान
Published - 22 Sep 2019, 08:52 AM

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आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप 2019 के बाद दुनियाभर के कई सारे खिलाड़ियों अपने अपने संन्यास का ऐलान किया है. डेल स्टेन ने जहां टेस्ट क्रिकेट को अलिवदा कह दिया, तो हाशिम अमला ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की.
कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे, जिन्होंने विश्व कप के दौरान ही संन्यास का ऐलान कर दिया था. इन खिलाड़ियों में दक्षिण अफ्रीका के इमरान ताहिर और जेपी डुमिनी, पाकिस्तान के शोएब मलिक जैसे बड़े नाम शामिल रहे. टीम इंडिया के स्टार ऑल राउंडर युवराज सिंह ने भी 10 जून को अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर पर पूर्णविराम लगा दिया था.
आज इस लेख के जरिये हम आपको उन 5 दिग्गज खिलाड़ियों के नाम बताने जा रहे है, जिनको अब जल्द ही संन्यास ले लेना चाहिए या फिर वो जल्द ही अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर सकते है.
आइये डालते है, एक नजर ऐसे ही 5 नामों पर :
5 - जेम्स एंडरसन (इंग्लैंड)
इस सूची में सबसे पहला नाम इंग्लैंड के लिए टेस्ट और वनडे में सबसे अधिक विकेट लेने वाले जेम्स एंडरसन का आता है. जेम्स एंडरसन अब उन खिलाड़ियों की श्रेणी में आते है, जिनको जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर आगे की और देखना चाहिए.
हाल फ़िलहाल में जेम्स एंडरसन की फिटनेस भी पहले के जैसे देखने को नहीं मिलती है. एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में मात्र चार ओवर की गेंदबाजी करने के बाद ही एंडरसन चोटिल होने के चलते पूरी सीरीज से ही बाहर हो गये थे. बढ़ती उम्र और खराब फिटनेस को ध्यान में रखते हुए एंडरसन भी अपने संन्यास की घोषणा कर सकते है.
आप सभी को बता दे, कि मौजूदा समय में जेम्स एंडरसन सिर्फ टेस्ट क्रिकेट ही खेलते है और उन्होंने इंग्लैंड के लिए अपना अंतिम वनडे साल 2015 और आखिरी टी-20 मुकाबला साल 2009 में खेला था. 37 वर्षीय जेम्स एंडरसन ने इंग्लैंड के लिए 149 टेस्ट मैचों में 575 विकेट, 194 एकदिवसीय मैचों में 269 और 19 ट्वेंटी-20 मैचों में 18 विकेट अपने नाम की है.
4 - हरभजन सिंह (भारत)
इस सूची में सबसे अगला नाम टीम इंडिया में टर्बनेटर के नाम से लोकप्रिय हरभजन सिंह का आता है. हरभजन सिंह भी टीम इंडिया के एल लंबे समय से बाहर चल रहे है और टीम में उनकी वापसी के आसार भी दूर से दूर तक नजर नहीं आते. हरभजन ने भारतीय टीम के लिए अपना अंतिम टेस्ट और वनडे साल 2015, जबकि आखिरी ट्वेंटी-20 मैच साल 2016 में खेला था.
भज्जी के संन्यास की वजह मौजूदा समय में युवा स्पिन गेंदबाजो का शानदार प्रदर्शन भी हो सकता है. टीम के लिए कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, वाशिंगटन सुंदर, रविंद्र जडेजा लगातार लाजवाब खेल दिखा रहे है, तो अन्य गेंदबाजों में राहुल चाहर और मयंक मार्कंडे भी टीम के दरवाजें खटखटा रहे है. ऐसे में हरभजन सिंह भी जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर से अपने संन्यास का ऐलान कर सकते है.
हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 103 टेस्ट मैचों में दौरान 417 विकेट, 236 एकदिवसीय मैचों में 269 विकेट और 28 ट्वेंटी-20 मुकाबलों में 25 विकेट अपने नाम की है. वनडे और टेस्ट में हरभजन के नाम पर 9 अर्द्धशतक और दो शतक भी दर्ज है.
3 - क्रिस गेल (वेस्टइंडीज)
इस सूची में सबसे अगला नाम वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और यूनिवर्स बॉस के नाम से मशहुर क्रिस गेल का आता है. वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले क्रिस गेल ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर से अपने संन्यास का ऐलान कर दिया था, लेकिन बाद में अपने बयान से वह मुकर गये.
विश्व कप के दौरान गेल ने कहा था कि वह भारत के खिलाफ खेले जाने वाली घरेलू सीरीज के बाद संन्यास का ऐलान कर देंगे, लेकिन भारत के विरुद्ध सीरीज के समाप्त हो जाने के बाद भी क्रिस गेल ने अपने रिटायरमेंट का कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया.
क्रिस गेल आज भी अपने बल्ले से दर्शको और खेल प्रेमियों का मनोरंजन करने में पीछे नहीं रहते. मौजूदा समय में गेल 40 के हो चुके है और अब उनकी फिटनेस भी पहले जैसी नहीं रही, ऐसे में अब क्रिस गेल को वनडे और टेस्ट से संन्यास लेकर सिर्फ टी-20 क्रिकेट में फोकस करने के बारे में सोचना चाहिए.
40 साल के क्रिस गेल का योगदान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए बहुत अधिक रहा है. क्रिस गेल ने 103 टेस्ट मैचों में दौरान 7214 रन, 301 एकदिवसीय मैचों में 10480 रन और 58 ट्वेंटी-20 मैचों में 1627 रन बनाये है.
2 - मशरफे मुर्तजा (बांग्लादेश)
इस सूची में सबसे अगला नाम बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान और दिग्गज तेज गेंदबाज मशरफे मुर्तजा का आता है. ऐसा माना जा रहा था, कि शायद एकदिवसीय विश्व कप के बाद मशरफे मुर्तजा अपने संन्यास का ऐलान कर देगे लेकिन ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला.
मशरफे मुर्तजा भी उन खिलाड़ियों में से एक हो सकते है, जिनको अब जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर से अपने संन्यास का ऐलान कर देना चाहिए. बीते समय में एक कप्तान के रूप में मशरफे मुर्तजा ने जरुर नाम कमाया है, लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर विफल ही रहे है. वर्ल्ड कप के बाद श्रीलंका दौरे के लिए भी चोट के चलते उनको टीम से बाहर होना पड़ा.
35 वर्षीय मशरफे मुर्तजा ने बांग्लादेश के लिए 36 टेस्ट, 217 एकदिवसीय और 54 ट्वेंटी-20 मैच खेले है. इस दौरान वह 78 टेस्ट, 266 वनडे और 42 ट्वेंटी-20 विकेट लेने में सफल रहे है.
1 - महेंद्र सिंह धोनी (भारत)
इस सूची में सबसे अंतिम नाम टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान और अपने शांत स्वभाव के लिए सुप्रसिद्ध महेंद्र सिंह धोनी का आता है. अनुमान लगाया जा रहा था, कि आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप के तुरंत बाद एमएस धोनी अपने संन्यास की घोषणा कर देगे, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी देखने या सुनने को नहीं मिला.
वेस्टइंडीज दौरे और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी-20 सीरीज के लिए धोनी ने अपने आप को चयन के लिए अनउपलब्ध बताया था और उनकी गैरमौजूदगी में चयनकर्ताओं टीम में ऋषभ पंत को मौका दिया, हालाँकि पंत अपनी फॉर्म से किसी को भी प्रभावित नहीं कर पाए.
वर्ल्ड कप के बाद से ही चयनकर्ता अपने बयान में कहते आये है, कि हम भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऋषभ पंत को भारतीय टीम में अधिक से अधिक मौके देना चाहते है. ऋषभ पंत अगर फ्लॉप भी हो रहे है, तो टीम में संजू सैमसन और इशान किशन उनके बैकअप खिलाड़ी के रूप में तैयार किया जा रहे है.
ऐसे में एमएस धोनी जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर युवा खिलाड़ियों के लिए जगह खाली करने के बारे में विचार विमर्श कर सकते है. 38 वर्षीय महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2012-13 में ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. अभी तक धोनी टीम इंडिया के लिए 350 एकदिवसीय मैचों में 10773 और 98 ट्वेंटी-20 मुकाबलों में 1617 रन बना चुके है.