मोंटी पनेसर ने विराट कोहली से ज्यादा रवि शास्त्री को दिया टीम की सफलता का श्रेय, बताई वजह

Published - 29 May 2021, 06:00 AM

kapil dev

भारतीय क्रिकेट टीम ने इस साल ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराकर फतह हासिल की थी। उस वक्त सभी ने विराट कोहली की कप्तानी की खूब तारीफ की थी। मगर अब इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर का कहना है कि Ravi Shastri ने ही भारतीय टीम का मनोबल बढ़ाया, जिसके चलते वह ऑस्ट्रेलिया में जीत हासिल कर सकी। इतना ही नहीं पनेसर का ये भी कहना है कि टीम इंडिया विराट कोहली से ज्यादा Ravi Shastri की है।

विराट से ज्यादा शास्त्री की है टीम इंडिया

ravi shashtri -virat

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) 2017 से भारत को कोचिंग से दे रहे हैं। तो वहीं विराट कोहली 2014 से टेस्ट व 2017 से सीमित ओवर टीम की कप्तानी कर रहे हैं। दोनों के ही अंडर में भारत का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। मगर अब पूर्व इंग्लिश स्पिनर मोंटी पनेसर का कहना है कि टीम इंडिया विराट से अधिक शास्त्री की है। पनेसर ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा,

"अगर कोई भी पिछले कुछ महीनों में टीम इंडिया के प्रदर्शन का एनालिसिस करेगा, तो वह आसानी से कह सकता है कि यह टीम विराट कोहली से ज्यादा रवि शास्त्री की है। वह रवि शास्त्री हैं, जिन्होंने टीम को खुद पर भरोसा करना सिखाया। एडिलेड में 36 के भूत के बाद टीम इंडिया ने जिस तरह से वापसी की वह किसी चमत्कार से कम नहीं था। टीम इंडिया ने सीरीज जीती वह भी तक जब उनका कप्तान साथ नहीं था। सीरीज के बाकी मैच में टीम इंडिया चोट के चलते दिग्गज खिलाड़ियों को खोती जा रही थी।"

Ravi Shastri ने हराने में की मदद

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में मिली शर्मनाक हार के बाद विराट कोहली पहले टेस्ट मैच के बाद भारत लौट आए थे। विराट सेना सिर्फ 36 के रन पर ऑलआउट हो गई थी। इसके बाद अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर 2-1 से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। अब पनेसर ने आगे कहा,

"वह शास्त्री थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराने में टीम इंडिया की मदद की।"

श्रीधर ने बताया था कोच ने दिया था हौसला

ravi shstri

भारतीय क्रिकेट टीम जब ऑस्ट्रेलिया में फतह हासिल करके लौटी थी। तब फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने खुलासा किया था कि रवि शास्त्री ने किस तरह खिलाड़ियों में हिम्मत भरी थी। उन्होंने बताया था कि,

"एडिलेड टेस्ट के बाद शास्त्री ने कैसे टीम का मनोबल बढ़ाया था। 36 रनों पर ऑलआउट होने के बाद हमें नहीं पता था कि आगे क्या करना है। तब रवि भाई ने हम सबको साथ बुलाकर कहा था कि इस 36 को अपनी जर्सी पर एक तमगे की तरह लगाओ और यह टीम एक शानदार टीम बन जाएगी।"