पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन से बिलबिला उठे शाहिद अफरीदी, पहलगाम हमले पर शोक व्यक्त करने के बजाय करने लगे ऐसी डिमांड
Published - 26 Apr 2025, 11:31 AM

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Shahid Afridi: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कुछ बड़े कदम उठाए हैं। भारत के इस कदम से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। इन फैसलों के बाद पड़ोसी देश से गीदड़भपकी सुनने को मिल रही हैं। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि सिंधु घाटी में या तो पानी बहेगा या फिर भारत का खून। इसके बाद अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उनका बयान और भी हैरान करने वाला है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है
पहलगाम हमले पर Shahid Afridi का अजीबोगरीब बयान
दरअसल शाहिद अफरीदी का मानना है कि पहलगाम में हुआ हमला पाकिस्तान ने नहीं किया था। इसलिए उन्होंने इसका सबूत मांगा है। हैरान करने वाली बात यह है कि उन्होंने आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिखाई। वह सीधे भारत से सबूत मांग रहे हैं।
हमदर्दी की जगह सबूत मांगते दिखे Shahid Afridi
शाहिद अफरीदी ने कहा-
"भारत का यह रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने हमले के तुरंत बाद हम पर आरोप लगा दिए। आपको सबूतों के साथ आना चाहिए और बिना सबूत के इस तरह के आरोप लगाना ठीक नहीं है। हमारा देश खुद मार्क्सवाद से परेशान है। बातचीत ही हमारे मुद्दों का एकमात्र समाधान है। युद्ध से कोई फायदा नहीं होगा।"
दानिश कनेरिया ने डिप्टी पीएम को आड़े हाथों लिया
आपको बता दें कि जहां शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने सबूत मांगे हैं, वहीं पाकिस्तान के पूर्व हिंदू खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने इस घटना के लिए पाकिस्तान की निंदा की है। इतना ही नहीं उन्होंने डिप्टी पीएम इशाक डार को भी आड़े हाथों लिया है, जिन्होंने इस मामले के पाकिस्तानी कनेक्शन को बेबुनियाद बताया। उन्होंने मार्क्सवादियों को स्वतंत्रता सेनानी भी बताया। दानिश ने इस घटना पर गहरा दुख भी जताया था। लेकिन वही अफरीदी के बयान में मृतकों के प्रति कोई संवेदना नहीं है।
भारत सरकार ने लिए बड़े फैसले
शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) की यह प्रतिक्रिया तब सामने आई है, जब भारत ने सिंधु घाटी समझौते को स्थगित कर दिया है। साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया है। भारत ने पाकिस्तान से लगी सीमा को भी बंद कर दिया है। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तानी राजनयिकों के वीजा भी रद्द कर दिए हैं। इसके अलावा कई और बड़े कदम उठाए गए हैं। भारत ने यह कदम 22 अप्रैल को हुई आतंकी घटना के बाद उठाया है। मालूम हो कि इस घटना में आतंकियों ने धर्म के नाम पर निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस दौरान 26 से ज्यादा निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
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