ये हैं क्रिकेट की दुनिया के 10 सबसे आलसी क्रिकेटर, लिस्ट में 3 भारतीय शामिल
Published - 03 Sep 2020, 09:46 AM

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क्रिकेट की मौजूदा दुनिया को देखें तो कई बड़े बदलाव नजर आते हैं. जिसमें से एक है फिटनेस को लेकर जागरूकता. आज के समय में अधिकतर क्रिकेटर अपनी फिटनेस पर बहुत ज्यादा काम करते हुए नजर आते हैं. हालाँकि हमेशा से ही ऐसा नहीं रहा है.
इस खेल में कई खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं. जिन्होंने फिटनेस को लेकर बहुत ज्यादा काम नहीं किया है. जिसके कारण उन्हें मैदान पर आलसी क्रिकेटर भी कहा जाता रहा. इन खिलाड़ियों में से कुछ ने तो क्रिकेट जगत में बहुत ज्यादा सफलता भी हासिल की है.
आज हम आपको उन 10 खिलाड़ियों के बारें में बताने जा रहे हैं. जिन्हें क्रिकेट जगत के आलसी खिलाड़ियों के लिस्ट में शामिल किया जाता है. इस लिस्ट में भारतीय टीम से भी कुछ चौकाने वाले नाम सामने आ रहे हैं. हालाँकि कुछ नाम तो उम्मीद के मुताबिक भी नजर आने वाले हैं.
10. क्रिस गेल
मौजूदा दौर के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में गिने जाने वाले क्रिस गेल को विकेटों के बीच में दौड़ लगाना बिल्कुल पसंद नहीं, दौड़ कर 1-1 या 2-2 रन बनाने से ज्यादा वो गेंद को मैदान के बाहर भेजने में ज्यादा विश्वास करते हैं. जिसमें उनका फिटनेस ना होना भी एक अहम भूमिका निभाता है.
मात्र बल्लेबाजी में ही बल्कि फील्डिंग में भी क्रिस गेल का हाल बुरा है, वो संभवतः मौजूदा वेस्टइंडीज टीम के सबसे खराब और आलसी खिलाड़ियों में गिने जाते है. हालाँकि मौजूदा समय में वो सिर्फ लीग क्रिकेट ही खेलते हुए नजर आते हैं.
9. मुनाफ पटेल
मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों की फील्डिंग में बहुत सुधार देखने को मिला है. लेकिन पहले भारतीय टीम की फील्डिंग बहुत ज्यादा अच्छी नहीं थी. जबकि उसमें से भी मुनाफ पटेल को टीम का ख़राब फील्डर कहा जाता था. जिसका कारण उनका आलसी होना भी था.
इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी शुरूआत करने के बाद से उनका आलसी अंदाज बढ़ता ही चला गया. नतीजा मैदान में वो हमेशा गेंद के पीछे ही भागते हुए ही दिखाई दिए. उनकी गति में भी निरंतर गिरावट दर्ज की गई. भारत का यह पूर्व दिग्गज खिलाड़ी हमेशा से ही अपने आलसी स्वभाव के लिए चर्चित था.
8. युसूफ पठान
एक और भारतीय खिलाड़ी का नाम इस लिस्ट में शामिल नजर आ रहा है. जिसमें ऑलराउंडर युसूफ पठान का नाम भी शामिल है. यूसुफ पठान ने अपने आक्रमक अंदाज से तो बहुत से फैन बनाये हैं, लेकिन क्या आपने कभी नोटिस किया है कि यूसुफ पठान की विकेटों के बीच दौड़ कितनी खराब है.
हालांकि बल्लेबाजी के दौरान बड़े शाट खेलकर पठान अपनी इस कमी को छुपा जाते हैं, लेकिन फील्डिंग के दौरान उनकी ये कमी सबके सामने उजागर हो जाती है. अब पठान की बल्लेबाजी में भी पहले के जैसी धार नहीं दिखती शायद इसी कारण आईपीएल के 13वें सीजन के लिए किसी भी टीम ने इस ऑलराउंडर पर बोली लगाना ठीक नहीं समझा.
7. नासिर जमशेद
पाकिस्तान टीम के खिलाड़ियों में अब जाकर फिटनेस को लेकर जागरूकता देखी जा रही है. पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज नासिर जमशेद का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. पाकिस्तान के इस सलामी बल्लेबाजों को मौजूदा दौर के सबसे खराब फील्डरों में से एक गिना जाता है.
इसके अलावा विकेटों के बीच दौड़ के मामले में भी नासिर जमशेद की स्थिति बहुत खराब है. एक टैलेंटेड बल्लेबाज होने के बावजूद भी वो अपने आलसी स्वभाव के कारण कई बार रन आउट होकर पवेलियन लौटते चुके हैं. जो उनके लिए एक समस्या का विषय भी है.
6. शेन वार्न
दुनिया में यदि लेग स्पिनरों की बात हो तो अपने आप ही शेन वार्न का जिक्र आ जाता है. दुनिया के सबसे महानतम लेग स्पिनर शेन वार्न को मैदान पर अपने लेजी नेचर के कारण भी लोग जानते थे. बात चाहे विकेटों के बीच दौड़ की हो या मैदानी फील्डिंग की, शेन वार्न को दौड़ना पसंद नहीं था.
शेन वार्न कई बार अपने गेंदबाजी एक्शन में भी हमेशा की तरह रनर अप लेने की बजाए चहलकदमी करते हुए गेंद फेंकते थे. शेन वार्न जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे, उनमें कुछ बेहतरीन फील्डर थे शायद इसी कारण ऑस्ट्रेलिया को वार्न की ख़राब फील्डिंग का अहसास नहीं होता था.
5. ड्वेन लेवरॉक
बरमुडा टीम के भीमकाय खिलाड़ी ड्वेन लेवरॉक को मैदान पर अपने ना दौड़ने की आदत के लिए हमेशा से ही जाना जाता था. इसी कारण ड्वेन लेवरॉक अपने भारी भरकम शरीर के बावजूद स्लिप में फिल्डिंग करना बेहद पसंद करते थे, क्योंकि वहां पर दौड़ना नहीं पड़ता था.
हालांकि 2007 विश्व कप में स्लिप की पोजीशन पर वीरेन्द्र सहवाग का एक असंभव सा दिखने वाला कैच पकड़ कर इस खिलाड़ी ने सबको हैरान कर दिया था. हालाँकि फिटनेस के कारण ही ड्वेन का करियर बहुत ज्यादा बड़ा नहीं रहा.
4. अर्जुन रणतुंगा
श्रीलंका टीम को विश्व कप जीताने वाले कप्तान अर्जुन रणतुंगा भी मैदान पर सुस्त खिलाड़ियों में गिने जाते थे. विकेटों के बीच दौड़ लगाने और मैदानी फिल्डिंग दोनों में ही अर्जुन रणतुंगा की स्थिति खराब थी. अक्सर अन्य श्रीलंकाई खिलाड़ी अर्जुन रणतुंगा की इस आदत का मजाक उड़ाते भी दिख जाते थे.
अर्जुन रणतुंगा लेकिन अच्छी बल्लेबाजी और कप्तानी के कारण इस कमी को हमेशा छुपाते हुए ही नजर आयें लेकिन करियर के अंत में फिटनेस सही नहीं होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा. जो एक समय बहुत चर्चा का केंद्र भी रहा.
3. इंजमाम उल हक
मैदान पर अनफिट खिलाड़ियों की बात हो रही हो और उसमें पाकिस्तान के दिग्गज इंजमाम उल हक का नाम ना आयें ऐसा नहीं हो सकता है. पाकिस्तान के इस बेहतरीन बल्लेबाज को मैदान पर दौड़ लगाना कितना नापसंद था ये सभी जानते हैं. वनडे मैचों में 40 रन आउट उनकी खराब रनिंग की गवाही देते हैं.
मैदानी फिल्डिंग के दौरान भी वो अक्सर गेंद के पीछे दौड़ते थे या दूसरे फील्डरों को गेंद पकड़ने का इशारा करते दिखते थे. जिसके कारण आज भी इंजमाम उल हक को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाता है. उनके फिटनेस पर हमेशा ही सवाल खड़े किये गये.
2. मोहम्मद शहजाद
अफगानिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद हमेशा से ही मैदान पर अपने आलसी स्वभाव को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. अपने इस शरीर के साथ जब शहजाद विकटों के बीच में दौड़ लगाते हैं, तो उन्हें देखना काफी आनंद दायक होता है.
उनके इस आलसी स्वभाव के विपरीत अगर हम शहजाद के बल्ले की बात करें तो उससे ज्यादा फुर्ती चीते के पास भी नहीं होगी. लेकिन आलसी क्रिकेटर होने के नाते फिटनेस की समस्या इस खिलाड़ी का कभी पीछा नहीं छोडती है. विवादों से भी शहजाद का बड़ा नाता है.
1. वीरेन्द्र सहवाग
आक्रामक बल्लेबाजों की बात हो रही हो तो उसमें भारतीय दिग्गज वीरेन्द्र सहवाग का नाम अपने आप आ जाता है. वीरेन्द्र सहवाग ने एकदिवसीय क्रिकेट में एक दोहरा शतक भी लगाया है. लेकिन उसके साथ ही उनका नाम विश्व के आलसी खिलाड़ियों के लिस्ट में भी शामिल है.
सहवाग को रन लेना बहुत ज्यादा पसंद नहीं था. उसके साथ ही वो मैदान पर बहुत अच्छे फील्डर भी नहीं माने जाते थे. जिसके कारण ही इस लिस्ट में वो नजर आ रहे हैं. सहवाग इसी वजह से बड़े शॉट खेलने में ज्यादा विश्वास करते थे.