AUSvsIND: ये 3 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की उम्मीदों पर उतरे खरे

Published - 17 Jan 2021, 05:18 PM

खिलाड़ी

भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा अब तक बेहद रोमांचक रहा है। भले ही एडिलेट टेस्ट मैच में मिली शर्मनाक हार के साथ भारतीय क्रिकेट टीम ने शुरुआत अच्छी ना की हो, लेकिन जिस तरह से टीम ने सीरीज में वापसी की, उसकी जितनी तारीफ की जाए, कम ही होगी।

तीन मैचों के बाद दोनों टीमों के पास 1-1 जीत है। चौथा व आखिरी टेस्ट मैच गाबा, ब्रिस्बेन में खेला जा रहा है। गाबा में भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच शानदार मैच चल रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए, तो जवाब में भारतीय टीम ने 336 रन बनाकर पहली पारी का अंत किया।

इससे पहले खेले गए सिडनी टेस्ट में भारत के कई खिलाड़ी चोटिल हो गए, जिसके चलते इस टीम में 2 युवा खिलाड़ियों को डेब्यू करने का मौका मिला, तो 2 की टेस्ट टीम में वापसी हुई। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन 3 युवा खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया है और टीम को मैच जिताने की ओर आगे लेकर आए हैं।

ये 3 खिलाड़ी उतरे उम्मीदों पर खरे

1- वॉशिंगटन सुंदर

चेतेश्वर पुजारा

सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के रविंद्र जडेजा व रविचंद्रन अश्विन के चोटिल होने के बाद टीम मैनेजमेंट ने प्लेइंग इलेवन में ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर को शामिल किया। अपना डेब्यू मैच खेल रहे सुंदर ने ना केवल गेंदबाजी से बल्कि बल्लेबाजी से भी सभी को हैरान कर दिया और टीम मैनेजमेंट द्वारा जताए गए भरोसे पर खरे उतरे।

सुंदर ने पहले गेंदबाजी करते हुए 31 ओवर में 89 रन देकर 3 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को चलता किया। इसके बाद जब बल्लेबाजी का वक्त आया, तो खिलाड़ी ने खुद को बल्ले से भी साबित किया। जी हां, जब सुंदर मैदान पर आए, तो टीम इंडिया काफी मुश्किल में थी।

मगर उन्होंने शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर भारत को मुश्किल से बाहर निकाला और 144 गेंदों पर 7 चौके व 1 छक्के की मदद से 62 रन बनाए। वॉशिंगटन सुंदर की इस सधी हुई पारी से भारत, ऑस्ट्रेलिया के दिए लक्ष्य के काफी नजदीक आ गया।

2- शार्दुल ठाकुर

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए तीसरा दिन अच्छा रहा, इसके पीछे दो खिलाड़ियों का हाथ रहा, शार्दुल ठाकुर व वॉशिंगटन सुंदर। जी हां, तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को एक लंबे अंतराल के बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी करने का मौका मिला।

टीम मैनेजमेंट द्वारा दिखाए गए भरोसे पर शार्दुल खरे उतरे और उन्होंने गेंद व बल्ले दोनों से ही भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। ठाकुर ने पहले गेंदबाजी करते हुए 24 ओवर में 94 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। इसके बाद जब बल्लेबाजी का मौका आया, तो भी उन्हें डटकर ऑस्ट्रेलिया की अनुभवी गेंदबाजी इकाई का सामना करते हुए वॉशिंगटन सुंदर के साथ 123 रनों की साझेदारी की।

शार्दुल ने 115 गेदों पर 9 चौकों व 2 छक्कों की सहायता से 67 रन बनाए। ये रन बेहद खास इसलिए भी हैं, क्योंकि जब शार्दुल मैदान पर आए थे, तब भारत का स्कोर 86-6 था और मानो टीम के हाथ से मैच रेत की तरह फिसल रहा था।

3- टी नटराजन

टी नटराजन

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तेज गेंदबाज टी नटराजन का जलवा बरकरार है। जी हां, पहले वनडे फिर टी20 और अब टेस्ट में डेब्यू करने के साथ ही टी नटराजन भारत के पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने एक ही दौरे पर तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया।

तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की इंजरी के चलते नटराजन को आखिरी टेस्ट मैच में डेब्यू करने का मौका मिला। जब ये मैच शुरु हुआ, तब सभी ने भारत की गेंदबाजी इकाई जिसमें मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर व टी नटराजन जैसे युवा गेंदबाज थे, इसे कमजोर समझा, क्योंकि ये सभी युवा थे और इनके पास अनुभव नहीं था।

लेकिन नटराजन ने टीम की तेज गेंदबाजी इकाई का प्रतिनिधित्व करते हुए 78 रन देकर 3 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया।