Cheteshwar Pujara: चेतेश्वर पुजारा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की टीम में नहीं हैं। ऐसे में टीम इंडिया को उनके जैसे बल्लेबाज की कमी खल रही है, जो मैदान पर डटकर बल्लेबाजी कर सके। पुजारा ने अपने मजबूत डिफेंस और बल्लेबाजी में धैर्य के कारण भारतीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई।
उनकी मजबूत डिफेंस बल्लेबाजी शैली का अंदाजा उनकी अंतरराष्ट्रीय पारियों को देखकर लगाया जा सकता है। खासकर उनके करियर की वह पारी जिसमें उन्होंने तिहरा शतक लगाया और 548 मिनट तक मैदान पर खूंटा गाड़कर बल्लेबाजी की। आइए आपको बताते हैं इस मैच की पूरी जानकारी।
Cheteshwar Pujara ने गेंदबाजों को परेशान कर तीसरा शतक ठोका
दरअसल, 2013 के रणजी ट्रॉफी मैच में सौराष्ट्र का सामना कर्नाटक से हुआ। इस मैच की दूसरी पारी में कर्नाटक के गेंदबाजों के खिलाफ चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। उन्होंने कर्नाटक के गेंदबाजों को अपने विकेट के लिए तरसा दिया। उनकी लंबी पारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने मैदान पर 548 मिनट बिताए। इस दौरान उन्होंने अपना तीसरा शतक लगाया और 427 गेंदों का सामना करते हुए 352 रन बनाए।
अकेले मैदान पर खेली 352 रन
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने अपनी 352 रन की पारी में अपने बल्ले से एक गगनचुंबी छक्का और 29 चौके लगाए। ये आंकड़े बताते हैं कि वह एक बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज हैं। उनके प्रदर्शन की बदौलत सौराष्ट्र की टीम ने दूसरी पारी में 718 रन बनाए। हालांकि मैच ड्रॉ रहा। लेकिन पुजारा के प्रदर्शन ने खूब सुर्खियां बटोरीं। बल्ले से उनके प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पुजारा का रिकॉर्ड कमाल
अगर घरेलू क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्होंने 275 फर्स्ट क्लास मैचों में 21168 रन बनाए हैं। वह 20,000 फर्स्ट क्लास रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय हैं। पुजारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 66 शतक लगाए हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 18 दोहरे शतक भी हैं।
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