5 खिलाड़ी जिन्होंने टेस्ट फ़ॉर्मेट में पर्दापण करने से पहले खेले थे 90 एकदिवसीय मैच

आज हम आपको उन 5 खिलाड़ी के बारें में बताएँगे. जिन्होंने 90 एकदिवसीय मैच अपनी टीम के लिए खेल लिए थे. जिसके बाद उन्हें टेस्ट फ़ॉर्मेट में पर्दापण करने का मौका

author-image
Aditya Tiwari
New Update

क्रिकेट के दुनिया में आज टी20 फ़ॉर्मेट का बड़ा दौर हैं लेकिन फिर भी कुछ खिलाड़ियों में टेस्ट क्रिकेट खेलने की चाह जरुर नजर आती है. मौजूदा खिलाड़ी भी टेस्ट क्रिकेट को सबसे बड़ा और बेहतर फ़ॉर्मेट कहते हुए नजर आते हैं. जिसमें कई बड़े दिग्गज खिलाड़ी का नाम भी शामिल है.

कुछ खिलाड़ियों ने एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में पहले अपनी जगह बना और फिर टीम के नियमित सदस्य भी बन गये लेकिन उसके बाद भी उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पाया. हालाँकि एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में बहुत लंबे समय तक खेलने के बाद उन खिलाड़ियों को टेस्ट फ़ॉर्मेट में खेलने का मौका मिला.

आज हम आपको उन 5 खिलाड़ी के बारें में बताएँगे. जिन्होंने 90 एकदिवसीय मैच अपनी टीम के लिए खेल लिए थे. जिसके बाद उन्हें टेस्ट फ़ॉर्मेट में पर्दापण करने का मौका मिला था. ये खिलाड़ी सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में उस समय तक बड़े खिलाड़ी के रूप में अपनी छवि बना चुके थे.

5. आरोन फिंच

publive-image

ऑस्ट्रेलिया टीम के मौजूदा समय के कप्तान आरोन फिंच को 93 एकदिवसीय मैच के बाद खेलने का मौका मिला था. उस समय तक आरोन फिंच ने एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में 39.19 के औसत से 3361 रन भी बना दिए थे. जिसमें 11 शतक भी शामिल रहे थे. उस समय तक वो 42 टी20 मैच भी खेल चुके थे.

आरोन फिंच ने अब तक अपने टेस्ट करियर में मात्र 5 मैच खेला था. जिसमे 27.8 के औसत से 278 रन बनाये थे. जिसमें उन्होंने 2 अर्धशतक भी जड़े थे. हालाँकि अब आरोन फिंच एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में 126 मैच खेल चुके हैं. जबकि टी20 फ़ॉर्मेट में 61 मैच खेले हैं.

फिंच फ़िलहाल टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं. वो ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छे टेस्ट बल्लेबाज नहीं बन गये. जिसके कारण जैसे ही डेविड वार्नर की टीम में वापसी हुई उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. अब उनके वापसी की उम्मीद भी नहीं की जा रही है. ऑस्ट्रेलिया की टीम फ़िलहाल अच्छा कर रही है.

4. एंड्रयू सायमंड्स

publive-image

एक और ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज रहे एंड्रयू सायमंड्स का नाम इस लिस्ट में नजर आ रहा है. सायमंड्स ने अपने टेस्ट पर्दापण करने से पहले 94 एकदिवसीय मैच खेल लिया था. जहाँ पर उन्हें टेस्ट फ़ॉर्मेट में पर्दापण करने के लिए 6 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा था.

एंड्रयू सायमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट फ़ॉर्मेट में 26 मैच की 41 पारियां खेली थी. जिसमे उन्होंने 40.61 के औसत से 1462 रन बनाये हैं. जिसमें उन्होंने 2 शतक और 10 अर्धशतक भी बनाया था. इस फ़ॉर्मेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 162 रनों का रहा है.

सायमंड्स ने सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में बहुत सफलता हासिल किया. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वो बहुत सफल नहीं रहे. हालाँकि कई अन्य कारणों से भी उनका करियर प्रभावित हो रहा था. जिसके कारण ही उनका करियर बहुत लंबा नहीं रहा था. हालाँकि सायमंड्स ऑस्ट्रेलिया के बड़े बल्लेबाजों में से एक रहे थे.

3. चामू चिभाभा

publive-image

जिम्बाब्वे के दिग्गज खिलाड़ी चामू चिभाभा का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. वो जिम्बाब्वे की टीम में बहुत बड़े खिलाड़ी रहे थे. एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में पर्दापण के बाद उन्हें टेस्ट मैच खेलने के लिए 11 सालों का इंतजार करना पड़ा था. जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था.

चामू चिभाभा ने जिम्बाब्वे की टीम के लिए टेस्ट फ़ॉर्मेट में मात्र 3 ही मैच खेले हैं. जिसमे उन्होंने 20.67 के औसत से 124 रन बनाये हैं. जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल रहा है. गेंद के साथ उन्होंने एक महत्वपूर्ण विकेट भी हासिल किया था.

चिभाभा को इस फ़ॉर्मेट में अब शायद ही उन्हें मौका मिले. जिसका कारण उनका प्रदर्शन रहा है. चामू ने जब टेस्ट पर्दापण किया. उससे पहले वो 96 एकदिवसीय मैच खेल चुके थे. हालाँकि एकदिवसीय फ़ॉर्मेट की सफलता को टेस्ट में भी जारी नहीं रख सके थे. हालाँकि भविष्य में उन्हें वापसी की उम्मीद हैं.

2. सुरेश रैना

publive-image

सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज रहे सुरेश रैना का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं. सुरेश रैना ने भी एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में जब 98 मैच खेले लिए थे. उसके बाद उन्हें टेस्ट फ़ॉर्मेट में पर्दापण करने का मौका मिला. उसके लिए उन्हें 5 साल का इंतजार करना पड़ा था.

सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट फ़ॉर्मेट में 18 मैच खेले थे. जिसमें उन्होंने 31 पारियों में 26.48 के औसत से 768 रन बनाये थे. इस बीच उन्होंने 1 शतक और 7 अर्धशतक भी बनाये थे. सुरेश रैना का इस फ़ॉर्मेट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 120 का रहा है.

रैना ने सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में बहुत सफलता हासिल किया. लेकिन टेस्ट फ़ॉर्मेट में वो सफलता दोहराने में विफल रहे. जिसके कारण उन्हें अब शायद ही टेस्ट फ़ॉर्मेट खेलने का मौका मिले. जिसका कारण भी उनका प्रदर्शन रहा है. जो सबसे लंबे फ़ॉर्मेट में बेहतर नहीं हो पाया था. फ़िलहाल तो वो किसी भी फ़ॉर्मेट में टीम का हिस्सा नहीं है.

1. रोहित शर्मा

रोहित शर्मा

भारतीय टीम के मौजूदा उपकप्तान रोहित शर्मा का नाम भी इस लिस्ट में नजर आता है. रोहित शर्मा ने 2007 में एकदिवसीय पर्दापण किया था. लेकिन टेस्ट फ़ॉर्मेट में पर्दापण करने के लिए 2013 तक का इंतजार करना पड़ा था. उस बीच रोहित ने भारतीय टीम के लिए 108 एकदिवसीय मैच खेले थे.

अब तक रोहित शर्मा ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट फ़ॉर्मेट में 32 मैच खेले हैं. जिसमे उन्होंने 53 पारियों में 46.54 के औसत से 2141 रन बनाये हैं. जिसमें 10 अर्धशतक और 6 शतक शामिल हैं. इस बीच एक दोहरा शतक भी उन्होंने लगाया है. इस फ़ॉर्मेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 का रहा है.

रोहित शर्मा अब जाकर टेस्ट फ़ॉर्मेट में सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे हैं. जिसके कारण उन्हें नियमित तौर पर खेलने का मौका मिल रहा है. उम्मीद है की सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में मिली सफलता को रोहित टेस्ट फ़ॉर्मेट में भी दोहराने में सफल हो जायेंगे.

रोहित शर्मा आरोन फिंच सुरेश रैना एंड्रयू सायमंड्स