भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को जब से टी20 टीम की कप्तानी सौंपी गई है, तब से खिलाड़ियों के बल्लेबाजी रवैये में काफी बदलाव देखने को मिला है। उनके नेतृत्व में टीम इंडिया हाल के दिनों में 20 ओवर के क्रिकेट में तबाही मचाती नजर आ रही है। लेकिन सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के टीम की बागडोर संभालने के बाद कुछ खिलाड़ियों को अपनी जगह से हाथ भी धोना पड़ा। आज इस आर्टिकल में हम आपको भारतीय टीम के उन दो धाकड़ गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक समय में टीम के मुख्य खिलाड़ी हुआ करते थे। तो आइए नजर डालते हैं की कौन है ये खूंखार गेंदबाज…
सूर्यकुमार यादव के कप्तान बनते ही खत्म हुआ भारत के इन 2 खूंखार गेंदबाजों का करियर
युज़वेंद्र चहल
इस सूची का सबसे पहला नाम धाकड़ लेग स्पिनर युज़वेंद्र चहल का है। 34 वर्षीय गेंदबाज का टी20 अंतरराष्ट्रीय में प्रदर्शन लजाव रहा है। अपनी गेंदबाजी से उन्होंने बल्लेबाजों पर कहर बरपाते हुए कई मुकाम हासिल किए। अपनी गुगली और फ्लाइटेड डिलीवरी से उन्होंने भारत को कई अहम जीत दिलाई। इसके बावजूद उन्हें भारतीय चयनकर्ता उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।
हालांकि, उम्मीद की जा रही थी कि सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के कप्तान बनने के बाद उनकी वापसी हो सकती है। प्रदर्शन में गिरावट आने की वजह से युज़वेंद्र चहल को अपनी जगह गंवानी पड़ी है। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम का हिस्सा होने के बाद भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। लिहाजा, अब कयास लगाए जा रहे हैं कि युज़वेंद्र चहल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। बता दें कि वह T20I में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं।
भुवनेश्वर कुमार
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के कप्तान बनने के बावजूद जो अन्य गेंदबाज टी20 टीम में जगह नहीं बना पाए हैं, वे हैं भुवनेश्वर कुमार। वह भारतीय क्रिकेट के सबसे घातक स्विंग गेंदबाजों में से एक हैं। उनके पास नई गेंद से विकेट हासिल करने की क्षमता है। डेथ ओवर्स में भी भुवी अपनी यॉर्कर और धीमी गेंदों से बल्लेबाजों तंग करने में काबिल है। इसके बावजूद वह पिछले दो सालों से टीम में जगह नहीं बना पाए हैं।
भुवनेश्वर कुमार ने भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला साल 2022 में खेला था। इसमें कोई दोराय नहीं है कि उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से बल्लेबाजों के दिलों में खौफ पैदा किया, लेकिन पिछले कुछ समय में उनकी गति और लेंथ में कमी देखने को मिली है। इसके चलते ही सिलेक्टर्स ने उन्हें नजरअंदाज करना शुरू कर दिया।
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