भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को शुरुआत से ही महेंद्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी माना जाता रहा है। अब इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में अपने टेस्ट करियर का तीसरा शतक लगाया, जिसके बाद से सभी उन्हें धोनी का रिप्लेसमेंट के तौर पर देख रहे हैं। रोहित शर्मा ने तो ये स्पष्ट भी कर दिया है कि अब टीम को महेंद्र सिंह धोनी( Dhoni) की कमी नहीं खलेगी।
टीम इंडिया को नहीं खलेगी धोनी की कमी
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी विश्व के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर्स रहे हैं। भले ही अब वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हो, लेकिन जब भी क्रिकेट के गलियारों में बेहतरीन फिनिशर की बात आती है तो उसमें एमएस का नाम पूरे अदब के साथ लिया जाता है।
लेकिन ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इंग्लैंड के खिलाफ कमाल की बल्लेबाजी करते हुए ये ऐलान कर दिया है कि अब वह टीम में एक फिनिशर की भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब रोहित शर्मा से पूछा गया कि क्या पंत, धोनी के संन्यास के बाद बनी कमी को भरने के लिए तैयार हैं? इसपर रोहित ने जवाब देते हुए कहा,
"वह टीम की जरूरत के हिसाब से अपना काम कर रहे हैं, इसलिए मेरे हिसाब से वह इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं!"
पंत की बल्लेबाजी की है अपनी शैली
ऋषभ पंत को लेकर हमेशा ये बात कही जाती थी कि वह टीम की जरुरत के वक्त भी गैरजिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर अपना विकेट गंवा देते हैं। लेकिन पिछले कुछ वक्त से पंत खेल तो अपने विस्फोटक अंदाज में ही रहे हैं, लेकिन उनकी बल्लेबाजी पहले से अधिक नियंत्रित दिखती है। रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में पंत के अप्रोज का बचाव करते हुए कहा कि,
"पंत की बल्लेबाजी की अपनी शैली है। निश्चित रूप से टीम प्रबंधन की ओर से संदेश दिए गए हैं कि उन्हें कैसे खेल में उतरना है, लेकिन आप जानते हैं कि वह अपने अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं जो ठीक लगता है।"
टेस्ट करियर का तीसरा शतक किया छक्के से पूरा
जैसा की सभी जानते हैं कि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) बेहद आक्रामक बल्लेबाज हैं। लेकिन पिछले कुछ वक्त से अपना स्वभाविक खेल खेलते हुए भी पंत टीम की जीत में अहम योगदान देते दिखे हैं। पंत ने चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी के दौरान छक्के के साथ अपने टेस्ट करियर का तीसरा शतक पूरा किया। ये पंत का घरेलू सरजमीं पर पहला शतक रहा।