क्रिकेट इतिहास के जब महान कप्तानों की चर्चा होगी तो उस लिस्ट में अपने आप ही महेंद्र सिंह धोनी का नाम आएगा. बतौर कप्तान और खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने बहुत कुछ हासिल किया. जिसके बारें में लोगो का सोच पाना भी बहुत मुश्किल नजर आता है.
जब कोई सफलता हासिल करता है तो फिर उसमें किसी ना किसी का सहयोग जरुर होता है. महेंद्र सिंह धोनी के सफलता में भी कुछ खिलाड़ियों का योगदान रहा है. इन खिलाड़ियों ने समय-समय पर धोनी को आगे बढ़ने में सहयोग किया है. जिसके कारण वो सफलता की बुलंदी पर पहुँच गये.
आज हम आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारें में बताएँगे. जिन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के सफलता में अपना अहम योगदान दिया है. इन खिलाड़ियों ने खुद कई कीर्तिमान बनाये. जिससे धोनी की सफलता में उनका सहयोग नजर आने लगा था. ये खिलाड़ी भी भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों में शुमार रहे हैं.
3. गौतम गंभीर
माही के कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 टी20 विश्व कप जीता और फिर उसके बाद 2011 विश्व कप जीता था. इन दोनों टूर्नामेंट के जीत ने धोनी को बड़ा कप्तान बना दिया. लेकिन दोनों ही बार फाइनल में भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा रन गौतम गंभीर ने ही बनाये थे.
गौतम गंभीर ने 2007 टी20 विश्व कप के फाइनल में 54 गेंदों में 75 रनों की पारी खेली थी. जिसके बाद भारतीय टीम ने ख़िताब अपने नाम किया. 2011 विश्व कप के फाइनल में भी गंभीर ने सचिन और सहवाग के आउट होने जाने के बाद भी पारी को संभाला और 97 रनों की शानदार पारी खेली थी.
गंभीर ने उसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में कई मैच अपने दम पर जिताए. न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज जब भारत ने जीता तो गंभीर की भूमिका बहुत ज्यादा अहम रही थी. जिसके कारण ही ये कहना गलत नहीं होगा की धोनी की सफलता में गंभीर की भूमिका रही थी.
2. युवराज सिंह
बड़े टूर्नामेंट के खिलाड़ी कहे जाने वाले युवराज सिंह का नाम भी इस लिस्ट में नजर आता है. 2007 टी20 विश्व कप जीता और फिर उसके बाद 2011 विश्व कप दोनों में प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट युवराज सिंह ही रहे थे. जिन्होंने इस जीत में बहुत ही अहम भूमिका निभाई थी.
युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी के शुरूआती दौर में वो खिलाड़ी रहे थे. जिन्हें बड़ा मैच विनर कहा जा रहा था. 2007 से लेकर 2011 तक युवराज सिंह का गोल्डन एरा रहा था. जिसके कारण बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी स्थापित होते हुए चले गये.
युवी ने उसके साथ ही बतौर खिलाड़ी भी धोनी को आगे बढ़ने में मदद किया था. इन दोनों की जोड़ी मैच खत्म करके की लौटती थी. जिसके कारण उनकी जोड़ी को सफलता की गारंटी कहा जाने लगा था. मध्यक्रम के महान बल्लेबाजों में इन दोनों का नाम दर्ज नजर आता है.
1. सौरव गांगुली
खिलाड़ी के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी को पहला मौका 2004 में सौरव गांगुली ने ही दिया था. गांगुली टीम में धोनी को चाहते थे. जिसके लिए उन्होंने चयनकर्तायों से भी बात की थी. टीम में मौका मिलने के बाद धोनी पहले 4 मैच में असफल हो गये थे.
सौरव गांगुली ने उसके बाद अपनी जगह देकर धोनी को नंबर 3 पर पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी करने भेजा. जहाँ पर धोनी ने 148 रनों की शानदार पारी खेली थी. उसके बाद जब भी धोनी को जरुरत पड़ी तो गांगुली ने कप्तान होने के नाते उनका जमकर समर्थन किया था.
गांगुली के इस तरह से मौके देने के बाद ही महेंद्र सिंह धोनी का करियर आगे बढ़ा. जिसके कारण भारतीय टीम को एक दिग्गज विकेटकीपर और कप्तान मिल गया. जिसने भारतीय क्रिकेट इतिहास को पूरी तरह से बदल कर रख दिया. जिसके कारण ही महेंद्र सिंह धोनी के सफलता में उनका योगदान अहम माना जाता है.