पिछले कुछ सालों में क्रिकेट के खेल में समय के साथ बड़ा बदलाव आया है. जिसके कारण टीमों को अपने खेलने के अंदाज को भी बदलना पड़ा है. जो टीम बदलाव करने में सफल रही है. वही टीम लगातार आगे बढ़ी है. जिसमें से एक भारत की टीम का नाम भी शामिल रहा है.
भारत से कई बल्लेबाज ऐसे आयें हैं. जिन्होंने वनडे फ़ॉर्मेट में अपने बल्ले के दम पर लंबे समय तक राज किया है. इस बीच कई भारतीय बल्लेबाजों ने ऐसी पारियां खेली हैं. जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है. इन पारियों ने भारत के खेल को पूरी तरह से बदल दिया है.
आज आपको भारतीय बल्लेबाजों के द्वारा खेली गयी उन 150+ रनों की पारियों के बारें में बताएँगे. जिन्हें क्रिकेट इतिहास के जिंदा रहने तक याद किया जाता रहेगा.
5. महेंद्र सिंह धोनी (183 रन)
महान कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के द्वारा खेली गयी 183 रनों की पारी का जिक्र इस लिस्ट में हैं. श्रीलंका के खिलाफ 2005 में उन्होंने इस पारी को खेला था. ये मैच जयपुर के स्टेडियम में खेला गया था.
नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे धोनी ने मैच में 145 गेंदों पर 183 रनों की पारी खेली. इस पारी के दम पर ही मैच में भारत ने आसान जीत दर्ज की थी. अपनी इस पारी के दम पर ही विश्व क्रिकेट को धोनी के बता दिया था की एक नया युग शुरू हो गया है.
माही के उस पारी ने ही उन्हें बहुत ज्यादा विश्वास दिया. जिसके अलावा वो टीम के लिए अहम सदस्य बन गये . इसी पारी ने धोनी का करियर बनाया. जिन्होंने बाद में माही ने भारतीय टीम को सभी आईसीसी खिताब जीताया.
4. विराट कोहली (160 रन)
भारत के कप्तान और रन मशीन के नाम से मशहूर विराट कोहली के पारी का जिक्र भी इसमें है. जब भारत की टीम साउथ अफ्रीका का दौरा करने के लिए 2018 में गयी तो कप्तान कोहली बहुत अच्छे लय में नजर आ रहे थे. उसी दौरान ही उन्होंने इस बड़ी पारी को खेला था.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुश्किल परिस्थितियों में विराट ने तीसरे वनडे के दौरान 160 रनों की पारी खेली. जहाँ पर उन्होंने अकेले टीम के सभी खिलाड़ियों के रन मिलाकर भी उससे ज्यादा बनाये थे. जिसके बाद ही उस मैच में भारत ने अपनी पकड़ भी बहुत मजबूत कर लिया था.
विराट कोहली के उस पारी के साथ ही भारत ने साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज में अपना दावा मजबूत किया था. जिसके कारण ही उनकी इस पारी की अहमियत और बढ़ जाती है. भविष्य में विराट कोहली से ऐसी पारियों की उम्मीद और ज्यादा है.
3. रोहित शर्मा (209 रन)
हिटमैन के नाम से क्रिकेट जगत में मशहूर भारत के ओपनर रोहित शर्मा का नाम इस लिस्ट में शामिल है. वनडे क्रिकेट में रोहित शर्मा ने 3 दोहरे शतक जड़े हैं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ष 2013 में बनाये गये पहले दोहरे शतक का महत्व बहुत ज्यादा है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये एक बड़ी अहम सीरीज का निर्णायक मैच था. जहाँ पर रोहित ने बहुत ही तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की. अपने 209 रनों की उस पारी के दौरान ही हिटमैन ने 12 चौके और 16 छक्के जड़े थे. जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड भी रहा था.
रोहित शर्मा के इस पारी ने उन्हें बतौर ओपनर और ज्यादा विश्वास दिया था. जिसके कारण भविष्य में उन्होंने और कई बेहतरीन पारियां खेली. ये उन सभी पारियों की लिस्ट में बहुत बड़ा और अहम कदम भी था.
2. सचिन तेंदुलकर (175 रन)
क्रिकेट के भगवान कहे जाने भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर द्वारा खेली गयी पारी का जिक्र यहाँ पर होना ही था. सचिन तेंदुलकर ने ही वनडे फ़ॉर्मेट में पहला दोहरा शतक बनाया था. लेकिन उसके बाद भी उस पारी के आगे 175 रनों की पारी नजर आती है.
वर्ष 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 मैच की सीरीज के दौरान 5वें मैच में भारतीय टीम 350 रनों के बड़े स्कोर का पीछा कर रही थी. जहाँ पर ओपनिंग करने वाले सचिन तेंदुलकर ने एक छोर को सँभालते हुए 175 रनों की बहुत ही आक्रामक पारी खेली थी.
सचिन तेंदुलकर के उस शानदार पारी के बाद भी भारत वो मैच 3 रनों से हार गयी. हालाँकि उसके बाद भी उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था. पहले भी सचिन का कद भारतीय क्रिकेट में बहुत ज्यादा बड़ा था. लेकिन इस पारी ने बताया की बढ़ते उम्र के साथ ही उनकी बल्लेबाजी बेहतर होती जा रही है.
1. कपिल देव (175 रन)
पहली बार भारत को विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान और महान आलराउंडर खिलाड़ी कपिल देव का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. विश्व कप 1983 के दौरान कपिल देव ने ये कारनामा करके दिखाया था. जिसे वनडे क्रिकेट की सबसे यादगार पारियों में से एक बोला जाता है.
जिम्बाब्वे के खिलाफ विश्व कप में करो या मरो जैसा मैच खेल रही भारत की टीम ने 17 रनों पर 5 विकेट गँवा दिया था. उस समय कपिल देव ने अपनी आक्रामक अंदाज में खेलते हुए नाबाद 175 रनों की पारी खेली थी. जिस पारी में 16 चौके और 6 छक्के भी शामिल रहे थे.
कपिल देव के उसी पारी के बाद ही भारत ने मैच में 266 रन बनाये थे. जिसके बाद भारतीय टीम ने उस मैच को जीता था. इसी के बाद विश्व कप जीतने का उनका दावा और मजबूत हो गया था. अंत में उन्होंने वेस्टइंडीज को हराकर खिताब अपने नाम भी किया.