ये है वो 5 कारण जो बताते है कि आखिर क्यों ऋषभ पंत को नहीं करनी चाहिए नंबर 4 पर बल्लेबाजी
Published - 23 Sep 2019, 11:39 AM

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भारतीय टीम की पिछले कुछ सालों में बहुत ज्यादा समस्या नहीं रही है लेकिन जो एक समस्या है वो भी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है. वो समस्या है नंबर 4 पर किसी बल्लेबाज का स्थापित नहीं हो पाना. नंबर 4 पर भारतीय टीम ने कई खिलाड़ियों को आजमाया लेकिन कोई अब तक सफल नहीं हो पाया है.
मौजूदा समय में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस नंबर पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को मौका देना का फैसला किया है. हालाँकि वो अब तक भारतीय टीम के लिए बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायें हैं. जिसके कारण अब उनपर सवाल उठने लगा है.
आज हम आपको 5 ऐसे कारण बताने जा रहे हैं. जो साफ़ बताता है की इस नंबर पर भारतीय टीम को ऋषभ पंत की जगह किसी अन्य खिलाड़ी को मौका देना शुरू करना चाहिए. ऋषभ पंत को नंबर 4 पर नहीं लेकिन उन्हें निचले क्रम पर बल्लेबाजी का मौका दिया जा सकता है.
1.परिपक्वता की कमी
जब भी ऋषभ पंत बल्लेबाजी करने के लिए आते हैं. उनके बल्लेबाजी में सुधार नहीं देखने को मिल रहा है. ऋषभ पंत कई मुश्किल समय में भी बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में अपना विकेट गँवा देते है. जिससे टीम और ज्यादा मुश्किल में फंस जाती है. इसलिए पंत पर और सवाल उठाए जाते हैं.
पंत ने अब तक नंबर 4 पर 11 बार बल्लेबाजी की है. जिसमें से 7 बार वो 10 रनों का आकड़ा नहीं पार कर पायें हैं. इन सभी स्थितियों में एक बात लगभग बराबर रही है की ऋषभ पंत ने अपना विकेट खुद गंवाया है. ऋषभ पंत के साथ उनके कप्तान विराट कोहली भी बल्लेबाजी कर रहे होते हैं.
उसके बाद भी वो पारी के शुरूआती समय में ही छक्का लगाने के लिए जाते हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दुसरे टी20 मैच में यहीं गलती हुई थी.
2.लंबी पारी नहीं खेल पा रहे
ऋषभ पंत जब भी बल्लेबाजी करने के लिए आते हैं तो शुरूआती समय में वो यदि बड़ा शॉट खेलते हुए अपना विकेट नहीं गंवाया होता है. उसके बाद जब वो क्रीज पर जम जाते हैं तो वो हर गेंद में ही बड़ा शॉट खेलने के लिए जाते है. बड़ी पारी खेलने के लिए उन्हें अच्छी गेंदों का सम्मान भी करना पड़ेगा.
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भारतीय टीम के लिए भी कई बार अच्छी शुरुआत की है लेकिन उसे वो बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे हैं. विश्व कप के दौरान जब उन्हें नंबर 4 पर खेलने का मौका दिया गया. उस समय कुछ पारियों में शुरुआत तो अच्छी मिली लेकिन वो उसे बड़ा स्कोर में नहीं बदल पायें.
विश्व कप के दौरान सेमीफाइनल मैच में ऋषभ पंत को अच्छी शुरुआत मिल गयी थी. लेकिन उसके बाद वो गैरजरुरी शॉट खेलकर अपना विकेट फेंक गये थे. जिसके कारण भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था.
3.तकनीक की कमी
हम जब ऋषभ पंत को बल्लेबाजी करते हुए देखते हैं तो एक कमी हमें साफ़ नजर आती है. वो कमी है तकनीक की. सीधे खेलने वाली गेंदों को भी वो अलग तरह से खेलने के लिए चले जाते हैं. जिसके कारण कई बार वो अपना विकेट गँवा देते हैं. पंत अपनी बल्लेबाजी के दौरान हमेशा कुछ नया करने का प्रयास करते रहते हैं.
नया करने की ललक के कारण ऋषभ पंत हमेशा नया शॉट भी ईजाद करने का प्रयास करते हैं. जो तकनीकी रूप से सक्षम बल्लेबाज को नहीं करना चाहिए. एकदिवसीय में टीम को नंबर 4 पर ऐसे बल्लेबाज की जरुरत है. जो तकनीकी रूप से सक्षम हो.
पंत ने अपनी बल्लेबाजी से इतना बता दिया है. यदि उन्हें रोक कर खेलने के लिए कहा जायेगा तो उन्हें बल्लेबाजी करने में मुश्किल होगी. ऋषभ पंत इसके अलावा बड़े हिट लगाने के लिए ही जाने जाते हैं.
4. टीम के पास बेहतर विकल्प मौजूद
जिस तरह से अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूदा समय में खेल रहे हैं. उससे साफ़ पता चलता है की ऋषभ पंत पर उसका भी दवाब है. अन्य विकेटकीपर बल्लेबाजो की लिस्ट में शामिल संजू सैमसन और ईशान किशन लगातार घरेलू स्तर पर और इंडिया ए के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.
संजू सैमसन को बड़ा दावेदार माना जा रहा है. सैमसन ने अपने बल्लेबाजी से बताया है की वो टीम के परिस्थिति के अनुसार बल्लेबाजी कर सकते हैं. हाल में ही दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ उन्होंने बहुत ही आक्रामक बल्लेबाजी करके टीम को जीत के करीब के पंहुचा दी थी.
ईशान किशन ने भी अब तक इंडिया ए के लिए बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. किशन ने अब तक बहुत ही अच्छी बल्लेबाजी की है. टी20 में ये खिलाड़ी फिनिशर की भूमिका निभा सकता है.
5. फिनिशर की भूमिका में अच्छा कर सकते हैं पंत
अब तक ऋषभ पंत ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जितनी पारियां खेली हैं. उससे एक बात तो साफ़ पता चलती है की उनका खेल आखिरी के ओवरों के लिए बहुत ही अच्छा है. इसलिए अब विराट कोहली को नंबर 4 से हटा कर पंत से फिनिशर की भूमिका निभाने के लिए कहना चाहिए.
आईपीएल में हम जब भी ऋषभ पंत को देखते हैं तो ये पता चलता है की पंत जब भी खुलकर बल्लेबाजी करते हैं तो वो एक बड़े मैच विनर बन सकते हैं. इसके साथ हो वो आखिरी के ओवरों में महेंद्र सिंह धोनी की जगह भी आसानी से ले सकते हैं.
अपने आक्रमण के कारण ही ऋषभ पंत को संजू सैमसन से पहले मौका दिया गया है. अब कप्तान को उनकी प्रतिभा का सही इस्तेमाल करने के लिए नंबर 5 या नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजना चाहिए