5 गेंदबाज जिन्होंने एक मैच में की स्पिन और तेज गेंदबाजी, महान भारतीय खिलाड़ी का नाम दर्ज
Published - 21 Jun 2020, 09:54 AM

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क्रिकेट के दुनिया में बहुत ही कम गेंदबाजो के पास प्रतिभा होती है की वो तेज गेंदबाजी और स्पिन दोनों कर सके. हालाँकि कुछ ऐसे गेंदबाज जरुर नजर आयें हैं. हालाँकि ये बहुत ज्यादा मुश्किल होता है क्योंकि उसके लिए गेंदबाज को अपनी मानसिकता भी बदलनी पड़ती है.
ऐसे गेंदबाज भी नजर आयें हैं. जिन्होंने एक ही मैच में स्पिन और तेज गेंदबाजी करके दिखाया भी है. आज के समय में ऐसा नजारा देखने को नहीं मिलता है. लेकिन कुछ समय पहले तक ऐसे गेंदबाज नजर आ जाते हैं. जो पिच को देखकर गेंदबाजी में बदलाव करते थे.
आज हम आपको ऐसे ही 5 गेंदबाजो के बारें में बताएँगे. जिन्होंने एक ही मैच में तेज गेंदबाजी और स्पिन गेंदबाजी दोनों शुरू किया है. इस लिस्ट में कुछ नाम बहुत चौकाने भी हैं. जबकि एक महान भारतीय खिलाड़ी का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है.
5. कॉलिन मिलर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज कॉलिन मिलर का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. उन्होंने भी अपने करियर के दौरान दोनों तरह से गेंदबाजी की. मिलर हालाँकि एक बहुत अच्छे ऑफ स्पिनर हुआ करते थे. लेकिन मौका पड़ने पर उन्होंने तेज गेंदबाजी भी किया था.
न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के दौरान जब स्टीफन फ्लेमिंग को गेंदबाजी कर रहे थे तो उस समय स्पिन ही कराया. लेकिन 2000 मार्च में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में मिलर ने मैथ्यू सिंक्लेयर को तेज गेंदबाजी कराई थी. दोनों अंदाज में उन्होंने उस मैच में विकेट भी हासिल किया था.
कॉलिन मिलर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 18 टेस्ट मैच ही खेले थे. जिसमें उन्होंने 26.16 के औसत से 69 विकेट अपने नाम किया था. इस बीच उन्होंने 3 बार मैच में 5 विकेट लेने का और फिर एक बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया था. लेकिन उस मैच के कारन कॉलिन को याद किया जाता है.
4. करसन घावरी
कपिल देव के साथी तेज गेंदबाज रहे करसन घावरी का नाम भी इस लिस्ट में नजर आता है. उन्होंने कई सालों तक भारत के लिए प्रमुख गेंदबाज की भूमिका निभाई. करसन के पास भी वो कला मौजूद थी की वो एक मैच में ही स्पिन और तेज गेंदबाजी दोनों कर सकते थे.
करसन घावरी ने इंग्लैंड के खिलाफ 1977 में पहले पारी के दौरान तेज गेंदबाजी की और 5 विकेट हासिल किये. लेकिन जब दूसरी पारी में बेदी अच्छा नहीं कर पायें तो उन्होंने मैच में स्पिन गेंदबाजी भी किया था. जो साफ तौर पर बताता है की वो कितना ज्यादा प्रतिभाशाली थे.
घावरी ने भारतीय टीम के लिए 39 टेस्ट मैच 33.54 के औसत से 109 विकेट हासिल किये और 913 रन भी बल्ले से बनाये. इस बीच उन्होंने 4 बार पारी में 5 विकेट भी लिया. जबकि एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में उन्होंने 19 मैच खेलकर 47.2 के औसत से 15 विकेट अपने नाम किया.
3. मनोज प्रभाकर
भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाजी आलराउंडर रहे मनोज प्रभाकर का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. प्रभाकर भारतीय टीम में तेज गेंदबाजी करते थे लेकिन मौके पड़ने पर उन्होंने स्पिन गेंदबाजी में भी अपना कमाल दिखाया था. जो इस खिलाड़ी की प्रतिभा भी थी.
मनोज प्रभाकर ने 1996 के विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ ये कारनामा किया था. तेज गेंदबाजी करते उन्होंने पहले दो ओवर में ही 33 रन दे डाले थे. जिसके कारण जब उन्हें दोबारा गेंदबाजी के लिए बुलाया गया तो उन्होंने स्पिन गेंदबाजी करने का फैसला कर लिया था.
प्रभाकर ने भारतीय टीम लके लिए 39 टेस्ट मैच में 96 विकेट लिए और बल्ले से भी 1600 रन बनाये थे. जबकि एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में मनोज प्रभाकर ने 130 मैच खेलते हुए बल्ले के साथ 1858 रन बनाये थे. जबकि गेंद के साथ उन्होंने 157 विकेट अपने नाम किया था.
2. सोहेल तनवीर
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. उन्होंने पाकिस्तान टीम के लिए तीनो फ़ॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन किया था. उनके पास गति मौजूद थी लेकिन उसके बाद भी वो स्पिन गेंदबाजी करते हुए नजर आ जाते थे. हालाँकि बतौर तेज गेंदबाज वो सफल रहे थे.
सोहेल तनवीर ने 2007 में भारतीय टीम के लिए कोलकाता टेस्ट मैच में उन्होंने पहले हमेशा की तरह तेज गेंदबाजी किया. लेकिन उसके बाद उन्होंने अचानक ही अपना स्टाइल बदलते हुए स्पिन गेंदबाजी करना शुरू कर दिया था. जहाँ पर वो कुछ समय प्रभावित भी कर रहे थे.
तनवीर ने पाकिस्तान टीम के लिए 2 टेस्ट मैच में मात्र 5 विकेट हासिल किया. जबकि 62 एकदिवसीय मैच में उन्होंने 36.14 के औसत से 71 विकेट अपने नाम किये हैं. जबकि इस बीच 57 टी20 मैच में उन्होंने 26.93 के औसत से 54 विकेट अपने नाम किया है. फ़िलहाल उनका करियर लगभग खत्म हो चूका है.
1. सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. वैसे तो सचिन पार्ट टाइमर गेंदबाज ही थे. लेकिन उन्होंने बहुत गेंदबाजी की है. लेग स्पिन कराने वाले सचिन तेंदुलकर में मौका पड़ने पर टीम के लिए तेज गेंदबाजी भी किया है. हालाँकि वो एक महान बल्लेबाज रहे हैं.
सचिन तेंदुलकर ने एक मैच में लेग स्पिनर की भूमिका तो निभाई ही थी. लेकिन उसके साथ ही उन्होंने मैच में बतौर माध्यमगति के तेज गेंदबाज की भूमिका भी निभाई थी. गेंद के साथ सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में 46 विकेट लिए और एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में 154 विकेट अपने नाम किये.
तेंदुलकर ने भारतीय टीम के लिए 200 टेस्ट मैच में 53.79 के औसत से 15921 रन बनाये हैं. जबकि एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में उन्होंने 463 मैच खेले थे. जिसमें 44.83 के औसत से 18426 रन बनाये हैं. इस बीच एक टी20 मैच में 10 रन भी बनाये. सचिन के नाम 100 शतक भी दर्ज हैं. जो बहुत बड़ा रिकॉर्ड है.
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