भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। अपनी तूफ़ानी बल्लेबाजी से उन्होंने टीम को कई अहम जीत दिलाई और कई मुकाम हासिल किए। तीनों ही फॉर्मेट में उनका उनका बल्ला जमकर गरजा है। इसमें कोई शक नहीं है कि हिटमैन जैसा बल्लेबाज ढूंढना भारतीय चयनकर्ताओं के लिए काफी मुश्किल है, लेकिन भारत के पास एक ऐसा खिलाड़ी है जो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की जगह लेने की क्षमता रखता है। यह बल्लेबाज टीम में मौका पाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
सिर्फ एक मौका पाने को मोहताज है टीम इंडिया का ये खूंखार खिलाड़ी
भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए युवा खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर अपनी काबिलियत साबित करने की कोशिश करते हैं। रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में कई खिलाड़ियों ने अपनी दमदार बल्लेबाजी से भारतीय चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है। इस बीच युवा भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ भी अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के कारण सुर्खियां बटोरी और टीम में एंट्री की। हालांकि, उन्हें भारत का प्रतिनिधित्व करने के अधिक अवसर नहीं मिले। टीम इंडिया के लिए 12 मैच खेलने वाले इस खिलाड़ी ने शानदार अंदाज में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया।
घरेलू क्रिकेट में रहा है शानदार प्रदर्शन
भले ही पृथ्वी शॉ का टीम इंडिया में योगदान सीमित रहा हो, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। युवा बल्लेबाज ने 2018 में अपने डेब्यू मैच में शतक लगाकर अपने बल्ले का दम पूरी दुनिया को दिखा दिया। इसके बाद से ही उनकी तुलना क्रिकेट जगत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और ब्रायन लारा से हुआ करती थी। उनका प्रदर्शन न केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बल्कि घरेलू क्रिकेट में भी जबरदस्त रहा है। 58 फर्स्ट क्लास मैच की 102 पारियों में वह 82.86 की औसत से 4500 से भी ज्यादा रन बना चुके हैं।
Rohit Sharma की ले सकते हैं जगह
गौरतलब है कि फिटनेस और ऑफ-फील्ड विवाद की वजह से पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया में अपनी जगह गंवानी पड़ी है। हालांकि, पिछले कुछ समय में उन्होंने अपनी फिटनेस के स्तर में काफी सुधार किया है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर पृथ्वी शॉ को टेस्ट टीम में एक मौका मिलता है तो वो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के लिए खतरा बन सकते हैं। हिटमैन की उम्र और हालिया प्रदर्शन में निरंतरता की कमी उनके करियर को प्रभावित कर सकती है।