5 खिलाड़ी जो आईपीएल 2021 के नीलामी में हो सकते हैं अनसोल्ड, दिग्गज का नाम भी शामिल

Published - 21 Nov 2020, 05:21 PM

खिलाड़ी

आईपीएल में खिलाड़ियों का खराब प्रदर्शन करना और अच्छा प्रदर्शन करना तो लगा रहता है। लेकिन कुछ खिलाड़ी आईपीएल के किसी एक सीजन के दौरान इतना खराब प्रदर्शन करते हैं की आईपीएल टीम ने उन्हें अपने फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाने में कोई इंटरेस्ट नहीं लेती हैं। इसी क्रम में हम बात करेंगे पांच ऐसे क्रिकेटर्स के बारे में जो आईपीएल 2020 के दौरान बेहद खराब प्रदर्शन किए।

उनके प्रदर्शन को देखते हुए उनकी टीम आईपीएल के अगले सीजन से पहले उन सभी खिलाड़ियों को रिलीज कर सकती है और शायद जब अगले सीजन की नीलामी के दौरान जब उनकी बोली लगे तो शायद उन पर कोई टीम भरोसा नहीं जाताए और वह आईपीएल की नीलामी के दौरान अनसोल्ड हो सकते हैं।

केदार जाधव (चेन्नई सुपर किंग्स)

आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बेहद खराब प्रदर्शन करने वाले केदार जाधव के आईपीएल करियर पर भी अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। आईपीएल 2020 के दौरान केदार जाधव ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए जिस तरह प्रदर्शन किया वैसे प्रदर्शन को देखते हुए शायद अगले साल आईपीएल में उन पर कोई टीम भरोसा जताना पसंद ना करें।

चेन्नई सुपर किंग्स ने केदार जाधव को 7.8 करोड़ में अपने फ्रेंचाईजी का हिस्सा बनाया था, लेकिन अगर उनके प्रदर्शन पर नजर डालें तो उन्होंने काफी खराब प्रदर्शन किया। केदार जाधव ने आईपीएल 2020 के दौरान कुल 8 मैच खेले, जिसमें उनके बल्ले से महज 62 रन निकले इस दौरान उनकी बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट भी 93.93 की रही जो कि आईपीएल के नजरिए से बेहद खराब प्रदर्शन कहा जा सकता है।

इसको देखते हुए चेन्नई आईपीएल के अगले सीजन के नीलामी से पहले केदार जाधव को रिलीज कर सकती है और शायद कोई टीम केदार जाधव पर भरोसा ना जताए।

पीयूष चावला (चेन्नई सुपर किंग्स)

आईपीएल 2020 की नीलामी के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने स्टार क्रिकेटर पीयूष चावला को 6.75 करोड़ में अपने टीम का हिस्सा बनाया। पीयूष चावला उससे पहले कोलकाता टीम का हिस्सा थे और वह उस में शानदार प्रदर्शन का नजारा पेश करते थे। चेन्नई सुपर किंग्स को उम्मीद थी कि पीयूष चावला जब टीम का हिस्सा बनेंगे तो उनसे बेहतरीन प्रदर्शन का नजारा देखने को मिलेगा।

लेकिन पीयूष चावला ने टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। चावला को चेन्नई सुपर किंग्स ने 7 मैचों में टीम की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया, उन्होंने 9.09 की इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट झटके। पीयूष चावला के प्रदर्शन को देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के आगामी सीजन के नीलामी से पहले उन्हें रिलीज कर सकती है और नीलामी के दौरान शायद उन पर कोई टीम भरोसा जताना पसंद ना करें।

उमेश यादव (आरसीबी)

आईपीएल में पिछले कुछ सीजन से आरसीबी का प्रतिनिधित्व करने वाले उमेश यादव का प्रदर्शन भी आईपीएल 2020 के दौरान बेहद खराब रहा। उमेश यादव के प्रदर्शन की बात करें तो वह आईपीएल में हमेशा से बेहद खराब प्रदर्शन करने के लिए जाने जाते रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद आरसीबी उन पर भरोसा जताती रही, उमेश यादव ने पिछले सीजन के दौरान आरसीबी के लिए अच्छा प्रदर्शन करके भी दिया।

लेकिन इस साल जब उन्हें टीम के लिए मैदान पर उतरने का मौका मिला तो उमेश यादव ने बेहद खराब गेंदबाजी की। उमेश यादव आईपीएल 2020 के दौरान आरसीबी के लिए कुल 2 मैच खेले, इस दौरान उन्हे कोई विकेट नहीं मिला। उमेश ने इस साल 11.85 की इकॉनमी से रन खर्च किए। जिसको देखते हुए आरसीबी आईपीएल के आगामी सीजन से पहले उमेश यादव को रिलीज कर सकती है और आईपीएल की नीलामी के दौरान शायद उमेश यादव पर कोई टीम भरोसा जताना पसंद ना करें।

एंड्रयू टाई (राजस्थान रॉयल्स)

आईपीएल में एक बार पर्पल कैप पर कब्जा जमा चुके स्टार तेज गेंदबाज एंड्रयू टाई का आईपीएल 2020 सीजन भी उतना अच्छा नहीं रहा। एंड्रयू टाई से पिछले कुछ साल से बेहद खराब प्रदर्शन देखने को मिल रहा है, लेकिन इसके बावजूद राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2020 की नीलामी के दौरान उन पर भरोसा जताया था। जब राजस्थान के तेज गेंदबाजी विभाग में कमजोरी नजर आने लगी तो टीम ने एंड्रयू टाई को मैदान पर उतारा।

लेकिन मैच में खेलते हुए एंड्रयू टाई में राजस्थान के बाकी गेंदबाजों से भी खराब प्रदर्शन किया। उन्होंने मैच में 4 ओवर गेंदबाजी करते हुए 50 रन खर्च किए और 1 विकेट झटके। एंड्रयू टाई के प्रदर्शन को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स आईपीएल के आगामी सीजन उन्हे रिलीज कर सकती है और शायद आईपीएल 2021 की नीलामी के दौरान एंड्रयू टाय की बोली लगे तो कोई टीम उन पर भरोसा जताना पसंद नहीं करेगी।

मुरली विजय (चेन्नई सुपर किंग्स)

आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपर किंग्स की बल्लेबाजी थोड़ी कमजोर थी, टीम की बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए चेन्नई ने टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज मुरली विजय को अपने प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया। चेन्नई सुपर किंग्स को काफी उम्मीदें थी कि मुरली विजय टीम के लिए बेहतरीन शुरुआत करके देंगे लेकिन मुरली विजय ने टीम के लिए बेहद खराब प्रदर्शन का नजारा पेश किया।

मुरली विजय को चेन्नई सुपर किंग्स की प्लेइंग इलेवन में तीन मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें उनके बल्ले से महज 32 रन निकले। मुरली विजय की बल्लेबाजी स्ट्राइक रेट भी काफी खराब था। उनके ऐसे प्रदर्शन को देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के आगामी सीजन से पहले ही उन्हें रिलीज कर सकती है और आईपीएल 2021 के नीलामी में वह अनसोल्ड हो सकते हैं।