भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के पास इस वक्त प्रतिभाशाली खिलाड़ी मौजूद हैं। तेज गेंदबाज, स्पिनर्स व बल्लेबाज सभी अव्वल दर्जे के हैं। अब तक श्रीलंका दौरे पर जिस भी खिलाड़ी को डेब्यू करने का मौका मिला है, उसने उस मौके को दोनों हाथों से लपका है। लेकिन क्वालिटी खिलाड़ी होने के बावजूद भारतीय टीम के सामने एक ऐसी समस्या खड़ी है, जिसका उसे आगे सामना करना पड़ सकता है।
डेब्यूडेंट ने दिखाई है प्रतिभा
Team India ने श्रीलंका में अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है, खासतौर पर युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को काफी प्रभावित किया है। अब तक दौरे पर अलग-अलग फॉर्मेट में मिलाकर कुल मिलाकर 13 खिलाड़ी डेब्यू कर चुके हैं। जिसमें से ज्यादातर ने अपने खेल से भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
वनडे सरीज के पहले मैच में सूर्यकुमार यादव व ईशान किशन को डेब्यू कैप मिली थी। तो वहीं तीसरे मैच में चेतन सकारिया, नितीश राणा, संजू सैमसन, कृष्णप्पा गौथम व राहुल चाहर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। इसके बाद पहले T20I मैच में पृथ्वी शॉ व वरुण चक्रवर्ती ने डेब्यू किया और दूसरे मैच में चेतन सकारिया, रितुराज गायकवाड, देवदत्त पडिक्कल व नितीश राणा को डेब्यू कैप सौंपी गई।
ज्यादातर युवा हैं ओपनर
अब यदि आप श्रीलंका दौरे पर मौजूद Team India पर गौर करेंगे, तो आपको खिलाड़ी तो प्रतिभाशाली नजर आएंगे, लेकिन एक समस्या भी दिखेगी। दरअसल, अब आने वाले ज्यादा युवा ओपनिंग बल्लेबाज हैं। जी हां, अब आप श्रीलंका दौरे का ही उदाहरण ले लीजिए, टीम में शिखर धवन, पृथ्वी शॉ, संजू सैमसन, ईशान किशन, देवदत्त पडिक्कल, रितुराज गायकवाड़ के रूप में ओपनर्स बल्लेबाज मौजूद हैं।
इनमें से यदि पडिक्कल व गायकवाड़ को छोड़ दिया जाए, तो बाकी के सभी ओपनर्स ने अपने मौकों को अच्छी तरह से भुनाया है। तो अब ऐसे में आगामी टी20 विश्व कप टीम से पहले चयनकर्ताओं के लिए मीठा सिरदर्द ये होगा कि आखिर वह टीम में किन ओपनर्स को मौका दें।
मध्य क्रम की समस्या हो सकती है खड़ी
अब यदि बेंच स्ट्रेंथ में ओपनर्स की भरमार है, तो जाहिर तौर पर भविष्य में ये बेंच स्ट्रेंथ जब मुख्य टीम में आने को तैयार होगी, तो भारत के पास ओपनिंग के तो भरपूर विकल्प होंगे। मगर मध्य क्रम को संघर्ष करना पड़ सकता है। याद हो, तो युवराज सिंह के टीम से बाहर जाने के बाद से Team India को लंबे वक्त तक संघर्ष करना पड़ा, तब कहीं जाकर टीम में मध्य क्रम में सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत जैसे आक्रामक बल्लेबाज मिले हैं। जबकि अभी भी भारत को मध्य क्रम के विस्फोटक बल्लेबाजों की तलाश है, जो पारी को जिम्मेदारी के साथ फिनिश करने की काबिलियत रखता हो।