न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के साथ खेले गए WTC फाइनल मैच में Team India को 8 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा। महामुकाबले में मिली इस बड़ी हार के बाद अब तमाम दिग्गज अपनी टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। इस बीच 1983 विश्व कप के मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे रोजर बिन्नी का मानना है कि भारतीय गेंदबाजों ने मैच के तीसरे दिन निराशाजनक गेंदबाजी की। उनका मानना है कि गेंदबाज को अपने जोन में गेंदबाजी नहीं करनी चाहिए थी।
Team India के गेंदबाजों ने किया निराशाजनक प्रदर्शन
न्यूजीलैंड और भारत के बीच खेले गए WTC फाइनल की शुरुआत न्यूजीलैंड के टॉस जीतने के साथ हुई थी। बारिश के चलते पहले दिन के बारिश से धुलने के बाद भारत ने पहली पारी में 217 रन बनाए थे। तीसरे दिन जब भारतीय गेंदबाज मैदान पर उतरे, तो उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की थी और Team India की मैच में वापसी भी करा दी थी। मगर पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर रोजर बिन्नी ने भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त की है। बिन्नी ने न्यूज 18 से कहा,
"रविवार को (टेस्ट के तीसरे दिन) भारतीयों को गेंदबाजी करते हुए देखना निराशाजनक था। इंग्लैंड में टेस्ट मैचों में गेंदबाजी करने का इस तरह का तरीका नहीं था। ये पूरी तरह से वाकई शर्मनाक और अपमानजनक था। विरोधी टीम ने कैसे आपकी गलती का फायदा उठाया। ये किस तरह का प्रदर्शन था?। वे टेस्ट मैच खेल रहे थे।"
न्यूजीलैंड ने उठाया स्विंग का फायदा
न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर दोनों ही पारियों में दबाव बनाकर रखा। आलम ये था कि विश्व स्तरीय बल्लेबाजों से सजी भारतीय टीम का एक भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। मगर दूसरी ओर भारतीय गेंदबाज स्विंग का फायदा नहीं उठा सके, जिसके लिए अब बिन्नी ने गेंदबाजों को लताड़ लगाई है। उन्होंने आगे कहा,
"जब आप गेंदबाजी करते हैं तो आपकी कोशिश बल्लेबाजों को ज्यादा से ज्यादा गेंद खिलाने की होनी चाहिए। हम अपने जोन में गेंदबाजी नहीं कर सकते। आप जितनी शॉर्ट गेंद फेंकते, उतनी ही स्विंग होने की संभावना थी। न्यूजीलैंड ने इसका पूरा इस्तेमाल किया। आपको विकेट लेने के लिए डिफेंस नहीं, बल्कि आक्रामक गेंदबाजी करनी की जरूरत होती है।"