Shreyas Iyer: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 की चैंपियन टीम मुंबई को विजय हज़ारे 2024-25 के पहले मुकाबले में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। मयंक अग्रवाल की अगुवाई में कर्नाटक के बल्लेबाजों ने विस्फोटक बल्लेबाजी की और टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई ने श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की तूफ़ानी पारी के दम पर 382 रन का विशाल स्कोर हासिल किया। जवाब में कर्नाटक ने तीन विकेट के नुकसान पर 383 स्कोरबोर्ड पर लगाकर सात विकेट से जीत दर्ज की।
श्रेयस अय्यर ने खेली तूफ़ानी पारी
21 दिसंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम ग्राउंड ‘बी’ में मुंबई और कर्नाटक के बीच विजय हज़ारे ट्रॉफी का मुकाबला खेला गया। टॉस जीतकर कप्तान मयंक अग्रवाल ने गेंदबाजी का चयन किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सात रन के स्कोर पर ही टीम ने अपना पहला विकेट खो दिया। अंगकृष रघुवंशी 6 रन के निजी स्कोर पर पवेलीयन लौटे। इसके बाद आयुष म्हात्रे और हार्दिक तमोरे (84) ने शतकीय साझेदारी कर पारी को संभाला। दूसरे विकेट के लिए दोनों ने 141 रन बनाए, जिसको प्रवीण दुबे ने आयुष म्हात्रे (78) को आउट कर तोड़ा।
मुंबई ने बनाए 382 रन
आयुष म्हात्रे का विकेट गिर जाने के बाद बल्लेबाजी के लिए आए मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने जिम्मेदारी संभालते हुए कर्नाटक के गेंदबाजों की क्लास लगानी शुरू कर दी। 207.27 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी कर उन्होंने ताबड़तोड़ शतक जड़ा। उनके बल्ले से 55 गेंदों में पांच चौके और दस छक्कों की मदद से नाबाद 114 रन निकले। उनके अलावा आयुष म्हात्रे ने 78 रन, हार्दिक तमोरे ने 84 रन और शिवम दुबे ने 63 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। सूर्यकुमार यादव 20 रन बनाकर आउट हुए। इस बल्लेबाजी के बूते मुंबई ने 50 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 382 रन स्कोरबोर्ड पर टांग दिए।
कर्नाटक के अनजान बल्लेबाज का शतक पड़ा श्रेयस अय्यर के शतक पर भारी
जवाबी पारी में बल्लेबाजी के लिए आई कर्नाटक टीम की भी शुरुआत ठीक-ठाक रही। कप्तान मयंक अग्रवाल ने 48 गेंदों पर 47 रनों की अहम पारी खेली। उनके आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए कृष्णन श्रीजीत ने बागडोर अपनी हाथों में संभालते हुए मुंबई के गेंदबाजों जमकर कुटाई की। उन्होंने 101 गेंदों में 150 रनों की पारी खेल मैच कर्नाटक की झोली में डाल दिया। इस दौरान उनके बल्ले से 20 चौके और चार छक्के निकले। हालांकि, उनके अलावा केवी अनीश (82), प्रवीण दुबे (नाबाद 65) और कप्तान मयंक अग्रवाल (47) की तूफ़ानी पारी का भी टीम की जीत में योगदान रहा। बता दें कि यह विजय हज़ारे ट्रॉफी के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा सफल चेज़ है।