क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग आईपीएल को ही कहा जाता है. इस लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम की फैन फॉलोइंग बहुत बड़ी है. इस टीम के पास विराट कोहली कप्तान के रूप में मौजूद हैं. जबकि अन्य कई दिग्गज खिलाड़ी भी टीम का हिस्सा रहे हैं.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास अच्छी टीम भी पिछले सीजनो में रही है. लेकिन उसके बाद भी एक बार वो खिताब अपने नाम नहीं कर पायें. अबकी बार आईपीएल भारत के बजाय यूएई में खेला जाना है. जिसकी शुरुआत 19 सितंबर से होने वाली है. इस बार बैंगलोर की टीम को ख़िताब का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है.
आज हम आपको वो 3 वजह बताएँगे. जिसके कारण कहा जा रहा है की आईपीएल 2020 के दौरान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास खिताब जीतने का सबसे अच्छा मौका मौजूद हैं. टीम में हुए कुछ सुधार पर भी ध्यान देना जरुरी नजर आ रहा है.
1. अच्छे भारतीय खिलाड़ी हैं अब टीम का हिस्सा
आईपीएल जीतने के लिए सबसे अहम होता है अच्छे घरेलू खिलाड़ियों की मौजूदगी. विदेशी खिलाड़ी हमेशा से ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास अच्छे रहे हैं, लेकिन अच्छे भारतीय खिलाड़ियों के गैरमौजूदगी के कारण उनकी टीम ख़िताब जीतने में सफल नहीं हो पायी है.
मौजूदा टीम को देखें तो फिर इस टीम में भारतीय टीम के लिए खेल चुके शिवम दूबे, वाशिंगटन सुंदर, नवदीप सैनी, पार्थिव पटेल, युजवेंद्र चहल, उमेश यादव और खुद कप्तान विराट कोहली का नाम शामिल है. उसके अलावा भी इस टीम के पास अच्छे घरेलू खिलाड़ी मौजूद नजर आ रहे हैं.
जिसमें गुरकीरत सिंह मान, मोहम्मद सिराज और देवदत्त पडीक्कल का नाम नजर आ रहा है. अब भारतीय खिलाड़ियों के रूप में उनके पास अच्छे खिलाड़ी नजर आ रहे हैं. जिसके कारण ही उनकी टीम को खिताब का दावेदार बताया जा रहा है.
2. टीम में नजर आ रहा है अब संतुलन
अब तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम के प्रदर्शन पर नजर डाले तो फिर वो ज्यादातर कप्तान विराट कोहली और एबी डिविलियर्स पर निर्भर नजर आती है. हालाँकि अब इस सीजन ऐसा नहीं नजर आ रहा है. अब इस टीम के पास आरोन फिंच जैसा बल्लेबाज भी मौजूद हैं.
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान फिंच टी20 क्रिकेट के धाकड़ बल्लेबाज हैं. वहीँ अब इस टीम के पास दो अच्छे आलराउंडर खिलाड़ी भी मौजूद हैं. जिसमें मोईन अली और क्रिस मोरिस का नाम नजर आ रहा है. ये दोनों ही खिलाड़ी गेंद और बल्ले दोनों से बहुत ज्यादा प्रभावी रहे हैं.
इन खिलाड़ियों के आने से अब विराट कोहली और एबी डिविलियर्स पर टीम की निर्भरता भी कम हो जाएगी. जिसके कारण ये कहना बिलकुल गलत नहीं होगा की उनकी टीम अब ख़िताब जीतने की प्रबल दावेदार नजर आ रही है. टीम पहले से ज्यादा मजबूत नजर आ रही है.
3. संतुलित नजर आ रही है गेंदबाजी
क्रिस गेल के मौजूदगी तक तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की बल्लेबाजी मजबूत नजर आती थी. लेकिन गेंदबाजी एक बड़ी समस्या इस टीम की रही है. खासकर डेथ ओवरों के गेंदबाज बैंगलोर के पास कभी नहीं रहे थे. लेकिन अब उनके पास अच्छे डेथ ओवरों के गेंदबाज मौजूद हैं.
गेंदबाजी के मामले में अब इस टीम के पास क्रिस मोरिस और डेल स्टेन जैसे गेंदबाज मौजूद हैं. जो डेथ ओवरों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. यूएई के पिचों पर स्पिनरों को मदद मिलती है. जिसके कारण युजवेंद्र चहल, वाशिंगटन सुंदर और मोईन अली बहुत खुश होंगे.
ऑलराउंडर खिलाड़ियों की मौजूदगी इस टीम को मजबूती प्रदान करती है. अब तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम 3 से 4 ऑलराउंडर खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में जगह देती हुई नजर आ सकती है. जिससे विराट कोहली के पास कई विकल्प मौजूद होंगे. जो टीम को बेहतर बनाने में अहम भूमिका अदा करेंगे.