भारत में रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2022) खेली जा रही हैं. जिसमें बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) भी खेल रहे हैं. बंगाल की शिबपुर सीट से विधायक चुने गए मनोज तिवारी ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ही टीएमसी का दामन थामा था. अब ममता सरकार में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री हैं. रणजी ट्राफी खेलने वाले क्रिकेटरों की फेहरिस्त में कुछ मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं. इनमें मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) सबसे खास हैं. मनोज देश के पहले ऐसे क्रिकेटर बने हैं, जो मंत्री रहते प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट में उतरे हैं.
मंत्री ने खेला फर्स्ट क्लास क्रिकेट
बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) क्रिकेट के लिए कोई नया नाम नहीं हैं. इससे पहले मनोज तिवारी रणजी में खेलते हुए नजर आये हैं, लेकिन इसमें नई बात ये है कि वो पहली बार खेल मंत्री और MLA बनने के बाद मैदान में खेतते हुए नजर आये हैं.
ये एमएलए बनने के बाद मनोज तिवारी का पहला फर्स्ट क्लास मैच था. वे आगे भी खेलेंगे. ये ठीक है कि इस मैच में या उससे अगले हैदराबाद के खिलाफ मैच में कुछ ख़ास नहीं किया. (क्रमशः 0 और 37 तथा 2 और 10) पर टीम में वे अपनी क्रिकेट टेलेंट की वजह से हैं, न कि एमएलए के रुतबे की वजह से. मनोज तिवारी के रणजी में शानदार रिकार्ड हैं.
मनोज रणजी क्रिकेट में पहले से ही चिर परिचित नाम हैं. उन्होंने अपने डेढ़ दशक से भी लंबे करियर में रणजी ट्रॉफी के कई सत्र खेले हैं. मनोज ने अब तक 125 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जिनमें 100 रणजी मैच शामिल हैं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 50.36 के औसत से 8,965 रन बनाए हैं, जिसमें 27 शतक और 37 अर्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 303 रन का है. 2020 में रणजी ट्राफी जीतने वाली बंगाल टीम के वह अहम सदस्य थे.
राजनीति में आने के बाद इन खिलाड़ियों ने नहीं खेला कोई मैच
भारतीय राजनीति में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी हैं जिनकी एंट्री राजनीति में क्रिकेट के दरवाजे से हुई है. लेकिन उन्होंने राजनीति में उतरने के बाद कोई मैच नहीं खेला, लेकिन बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलकर एक मिशाल पेश की है. नवजोत सिद्धू (Navjot Singh Sidhu)और चेतन चौहान (Chetan Chouhan) जैसे कई टेस्ट क्रिकेटर राजनीति में गए पर कोई एमपी बनने के बाद कोई मैच नहीं खेला.
मोदी सरकार केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) भी 2008 में पहली बार एमपी बनने से पहले ही खेल चुके थे. उन्होंने केवल अपना एकमात्र फर्स्टक्लास मैच ही खेला. इस नजरिए से मनोज तिवारी की मिसाल इन सबसे अलग है. शायद यह पहली बार हुआ है कि किसी मौजूदा मंत्री ने भारत में फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच में अपने स्टेट का प्रतिनिधित्व किया.
वे बंगाल सरकार में युवा मामलों और खेल राज्य मंत्री हैं और तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर 2021 शिबपुर से विधायक चुनकर आये बाद में उन्हें ममता सरकार ने खेल मंत्रालय दे दिया.