आईपीएल 2019 : एक बार फिर से खराब अंपायरिंग का शिकार हुई रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम, यह था पूरा मामला
Published - 05 May 2019, 07:20 AM

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आईपीएल सीजन 12 का लीग स्टेज खत्म होने वाली है. इस सीजन की आखिरी लीग मैच खेल रही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ एक बार फिर अंपायर ने गलत फैसला देखने को मिला. बैंगलोर की टीम प्लेऑफ़ की दौर से सबसे पहले बाहर होने वाली टीम बनी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने अंतिम लीग मैच में जीत के साथ इस सीजन आईपीएल में अपने सफर का अंत किया.
सनराइजर्स हैदराबाद के साथ मुकाबले में अंपायर ने सनराइजर्स हैदराबाद की इनिंग के दौरान गलत डिसीजन सुनाया जिसके बाद कप्तान विराट कोहली और उमेश यादव नाराज दिखे.
अंपायर नाइजेल लॉन्ग ने दिया गलत डिसीजन
हैदराबाद की पारी का 20वां ओवर उमेश यादव डाल रहे थे, इस ओवर की पांचवीं गेंद को अंपायर नाइजेल लॉन्ग ने नो बॉल करार दिया. अंपायर का मानना था कि उमेश का पिछला पैर क्रीज की लाइन पर था जबकि उसे थोड़ा पीछे होना चाहिए था. हालांकि टीवी रिप्ले में नजर आया कि उमेश यादव का पैर सही जगह पड़ा था.
उमेश यादव ने फ़ौरन अंपायर से बात की लेकिन अंपायर नहीं मानें. कप्तान विराट कोहली भी इस फैसले से हैरान दिखे. विराट कोहली भी अंपायर के पास पहुंचे लेकिन उन्होंने अंपायर से बात नहीं की. इस दौरान कमेंटेटर्स ने भी अंपायर के फैसले को गलत बताया और कहा कि इस तरह के फैसलों को तकनीकी आधार पर थर्ड अंपायर को बदलना चाहिए. हालांकि नो बॉल के बाद फ्री हिट वाली गेंद उमेश यादव ने सही जगह डाली और इस गेंद पर केन विलियम्सन केवल एक ही बना सके.
डेथ ओवर में काफी महंगे साबित हुए उमेश यादव
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कमजोरी हमेशा से ही ही गेंदबाजी रही है. बैंगलोर के पास पावरप्ले में गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज हैं लेकिन डेथ ओवर के लिए कोई भी गेंदबाज अभी तक सही साबित न हो पाया है. सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कप्तान विराट कोहली ने आखिरी ओवर फेकने की जिम्मेदारी उमेश यादव को सौपी. उमेश यादव ने अपने कप्तान को काफी निराश किया और ओंतिम ओवर में 28 रन दे डाले. इस रनों की मदद से सनराइजर्स की टीम 175 रन के स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही.
पहले भी आरसीबी के साथ गलत निर्णय दिया है अंपायर ने
आरसीबी के साथ इस सीजन में नो बॉल पर गलत निर्णय दूसरी बार हुआ है. इससे पहले 29 मार्च को मुंबई इंडियंस से मुकाबले के दौरान लसिथ मलिंगा की आखिरी गेंद नो बॉल थी, लेकिन अंपायर इसे देख नहीं पाए थे और ऐसे में बैंगलोर से जीत का मौका निकल गया था. उस समय बैंगलोर को जीत के लिए एक गेंद में 7 रन चाहिए थे, लेकिन शिवम दुबे एक रन ले पाए थे और बैंगलोर 5 रन से मैच हार गया था. बाद में रिप्ले में नजर आया कि मलिंगा का पैर क्रीज से बाहर था और आरसीबी को फ्री हिट मिलनी चाहिए थी.
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