जावेद मियाँदाद से अंतिम गेंद पर छक्का खाने के बाद चेतन शर्मा के साथ क्या हुआ, खुद क्रिकेटर ने बताया
Published - 13 Jun 2020, 06:54 AM

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भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज रहे चेतन शर्मा ने अपने करियर में कई कारनामे करके दिखाये लेकिन आज भी उनकी पहचान एशिया कप में जावेद मियाँदाद द्वारा लगाये गये छक्के से ही होती है. अब खुद चेतन शर्मा ने जावेद मियाँदाद के उस छक्के पर अपना बयान दिया है. हार के बाद टीम ड्रेसिंग रूम में क्या हुआ उसके बारें में भी उन्होंने बताया है.
जावेद मियाँदाद के छक्के को याद किया चेतन शर्मा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1986 के एशिया कप फाइनल मैच में आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को 5 रन चाहिए थे. उसी समय चेतन शर्मा के आखिरी गेंद पर जावेद मियाँदाद ने छक्का जड़ दिया. आज भी चेतन शर्मा को उससे जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. अब हेलो एप पर बातचीत के दौरान एक बार फिर से चेतन शर्मा ने जावेद मियाँदाद के उस छक्के को याद करते हुए कहा कि
" उस ओवर के पहले, मैंने सबसे बेस्ट बोलिंग की थी, इसीलिए कपिल ने मुझे गेंदबाजी के लिए बुलाया था. मेरी उम्र उस समय मात्र 20 साल थी. वैसे 22 दिन के बाद मैंने 16 विकेट लिए. उस दिन रन आउट छूट गया था अजहरुद्दीन से."
चेतन शर्मा जावेद मियाँदाद के उस छक्के के बाद बने बेहतर गेंदबाज
एशिया कप की वो हार आज भी भारतीय फैन्स के यादो में हैं. जिसके कारण ही ये सवाल बार-बार आता है. पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच के बाद चेतन शर्मा एक बेहतर गेंदबाज बने. उन्होंने उसके बाद भारतीय टीम के लिए कई और सफलता हासिल किया. विश्व कप में हैट्रिक लेने वाले वो पहले भारतीय गेंदबाज भी बने थे. जिसे पिछले साल मोहम्मद शमी ने दोहराया था. उस एशिया कप के हार के बाद उस समय टीम के सीनियर खिलाड़ियों के व्यवहार के बारें में बताते हुए चेतन शर्मा ने कहा कि
" मेरा काम कोशिश करनी थी, मैंने की, प्रेशर था, इसलिए लो फुलटॉस में गेंद तब्दील हो गई. मेरी टीम बहुत सपोर्टिव थी. किसी सीनियर ने एक भी शब्द नहीं कहा. उसके बाद मेरा प्रदर्शन बेहतर होता चला गया."
कुछ ऐसा रहा है चेतन शर्मा का क्रिकेट करियर
तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने भारतीय टीम के लिए 23 टेस्ट मैच में 35.46 के औसत से 61 विकेट हासिल किये और 22 के औसत से 396 रन भी बनाये. जिसमें एक अर्द्धशतक भी था. इसी के साथ चेतन शर्मा ने भारतीय टीम के लिए 65 एकदिवसीय मैच में खेलते हुए 34.87 के औसत से 67 विकेट हासिल किये. जबकि इस बीच 24 के औसत से 456 रन भी बनाये. जिसमें एक शतक भी शामिल रहा है.