घरेलू क्रिकेट की रन मशीन कहे जाने वाले सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने फैसला किया है कि इस साल वह घरेलू सीरीज नहीं खेलेंगे. दूसरे कामों के लिए ऑफर मिलने की खबरों के बीच उन्होंने खुद यह बात स्पष्ट की है कि वह फिलहाल क्रिकेट से संन्यास नहीं ले रहे हैं हालांकि वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे. 36 वर्षीय क्रिकेटर ने कई कारणों से फिलहाल क्रिकेट से दूरी बनाने का फैसला लिया है. इसमें एक कारण यह भी है कि उन्होंने साल 2000-01 से क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से अब तक ब्रेक नहीं लिया है.
पत्रकारों से बात करते हुए बद्रीनाथ ने कहा "मुझे कुछ ऑफर मिले हैं लेकिन अभी तक मैंने इनको स्वीकार नहीं किया है. मुझे नहीं लगता कि मैं इस साल घरेलू सीरीज खेल पाऊँगा. मुझे पता है कि करियर के इस पड़ाव पर अब मुझे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलेगा. "
आईपीएल में वह चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा रहे हैं और लगातार कई सीजन तक इस टीम से जुड़े रहे हैं. 2013 तक चेन्नई और रॉयल चैलेंजर्स के लिए 95 गेम खेले हैं लेकिन 2014 में आईपीएल के लिए हुई नीलामी में उन्हें नजर अंदाज कर दिया गया. इसके बाद उन्होने कोई भी आईपीएल मैच नहीं खेला.
खेल का दामन छोड़ने का सच -
बद्रीनाथ समय के अनुसार कदम आगे बढ़ा रहे हैं. अब उनका परिवार है और उन्हें अपने परिवार की जरूरतें पूरी करनी है. इसके अलावा लगातार थका देने वाले सफ़र और एक के बाद एक मैच खेलने से भी अब वह छुटकारा पाना चाहते हैं. वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग में कराईकुडी कालाल को लीड करने वाले हैं. उनकी मौजूदगी से खिलाडियों में आत्मविश्वास हैं. महेंद्र सिंह धोनी से पहले इस दिग्गज खिलाड़ी को अपनी टीम से जोड़ना चाहती है चेन्नई सुपर किंग्स
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कोहनी में चोट लगी हैं और उन्हें खेलने से पहले इंजेक्शन लेने होते हैं और इसके अलावा अब उनका खेलना खतरे से खाली नहीं है.
अब क्या -
अपने पदार्पण के बाद से बद्रीनाथ 2 टेस्ट, 7 वन डे और 1 टी 20 मैच खेल चुके हैं. अब उनका पूरा ध्यान तमिलनाडु प्रीमियर लीग पर है. जहाँ वह पिछले साल से अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे. पिछले साल वह टॉप 4 में आने से चूक गए थे. 22 तारीख को होगा ऐलान कौन होगा भारतीय टीम के सपोर्टिंग स्टाफ का हिस्सा
भारत जैसे देश में जहाँ क्रिकेट के लाखों दीवाने हैं और जहाँ अपनी प्रतिभा को साबित करने के युवाओं को सीमित मौके ही मिल पाते हैं. बद्रीनाथ जैसे कई खिलाड़ी होते हैं, जिनका करियर निचले स्तर पर ही ख़त्म हो जाता है. अब एस. बद्रीनाथ के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नजर आने की उम्मीद न के बराबर है.