पाकिस्तान क्रिकेट टीम के साथ 13 जुलाई से शुरु होने वाली सीमित ओवर सीरीज से पहले England की टीम में खिलाड़ियों सहित 7 सदस्यों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से हलचल मच गई है। श्रीलंका के साथ सीरीज के खत्म होने के 48 घंटे बाद की पॉजिटिव मामले मिले हैं। फिलहाल England को पाकिस्तान के साथ खेलने के लिए पूरी तरह से एक नई टीम का चुनाव करना पड़ा है। मगर अब 4 अगस्त से भारत-इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज व आगामी एशेज सीरीज पर सवाल खड़े हो गए हैं।
खिलाड़ियों ने नहीं तोड़ा प्रोटोकॉल
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के एक साथ 7 सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव आने से अब तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। माना जा रहा है कि England के खिलाड़ियों ने प्रोटोकॉल्स का सही तरह से पालन नहीं किया होगा। लेकिन अब इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के निदेशक एशले जाइल्स का कहना है कि खिलाड़ियों ने कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन नहीं किया होगा। बीटी स्पोटर्स ने जाइल्स के हवाले से कहा,
"मुझे पूरा विश्वास है कि खिलाड़ियों ने इनमें से किसी भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं किया है। हम यह नहीं कह सकते कि इसकी शुरुआत कहां से हुई। टीम बहुत ही कड़े प्रतिबंधों के तहत रह रही हैं। हमने कोई खतरा नहीं उठाया है। मुझे विश्वास नहीं होता कि हमने खतरा लिया है। हम जोखिमों से पूरी तरह अवगत हैं और हम हम हर समय काम कर रहे हैं।"
जाइल्स ने बताया वायरस फैसले का कारण
इंग्लैंड में कोरोना वायरस काफी हद तक काबू में है। लेकिन अभी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। ऐसे में बायो बबल के भीतर इस तरह कोरोना वायरस का पहुंचना वाकई काफी खतरनाक हो सकता है। जाइल्स ने आगे कहा,
"इस साल हमने 'सुरक्षित वातावरण' में काम करने की कोशिश की, लेकिन इस साल हम जो कर रहे हैं उसकी प्रकृति से-देश भर में खेलना, बहुत यात्रा करना, ऐसे एकमात्र होटल जो उपयोग में नहीं हैं, उनकी वजह से वायरस फैलने का खतरा था।"
ऑस्ट्रेलिया-भारत सीरीज पर नहीं खतरा
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के निदेश एशले जाइल्स का मानना है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बीसीसीआई के साथ बातचीत करने वाले जाइल्स ने कहा,
"हमें उम्मीद है कि जैसे-जैसे यह समर आगे बढ़ेगा, हम टीमों के आसपास के प्रतिबंधों को कम करने में सक्षम होंगे।"
इसके अलावा जाइल्स ने एशेज को लेकर कहा,
"हम लगातार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ टच में हैं। लेकिन हमारे पास बात करने के लिए काफी कुछ है।"