भारत-इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच लॉर्ड्स में हो रहे दूसरे टेस्ट का आज अंतिम दिन है. उससे पहले ही टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash chopra) ने बड़ा बयान दिया है. इस मुकाबले के चौथे दिन बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के लिए शुरूआत कुछ खास अच्छी नहीं रही. भारत 6 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 154 रन की ही बढ़त हासिल कर सका था.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने इंग्लैंड को लेकर कर दी ऐसी भविष्यवाणी
खेल के 5वें दिन क्रीज पर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और इशांत शर्मा (Ishant Sharma) बल्लेबाजी कर रहे हैं. ऐसे में जाहिर सी बात है कि इन दोनों पर बड़ी बढ़त बाने की जिम्मेदारी है. लेकिन, इन दोनों बल्लेबाजों के लिए यह इतना आसान नहीं होगा. क्योंकि विकेटकीपर के बाद ऐसा कोई बल्लेबाज भारतीय टीम के पास नहीं है जो एक बड़ी पारी खेल सके. यह बड़ा कारण है कि, पूर्व भारतीय ओपनर की चिंता बढ़ गई है. आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) का यही मानना है कि,
इस मैच में अब मेजबान इंग्लैंड का पलड़ा भारी हो चुका है. इस बारे में अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए कहा कि, आप मुझे यह बात कहने के लिए जान से मार सकते हैं. लेकिन, मुझे ऐसा लगता है कि इंग्लैंड यह मैच जीतेगा. क्योंकि पिच काफी धीमी हो चुकी है. लेकिन टूटी नहीं है. यह अलग बात है कि कुछ गेंदे नीची या आसमान उछाल ले रही हैं. यह ऐसा उछाल नहीं है, जो आखिरी पारी में किसी बल्लेबाज को बहुत ज्यादा परेशान करे और यह बात भी तय है कि गेंद उतनी ज्यादा नहीं टर्न होगी.
बुमराह अंतिम दिन टीम के लिए साबित होंगे ट्रंप कार्ड: पूर्व क्रिकेटर
इसी सिलसिले में अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आकाश चोपड़ा (Aakash chopra) ने कहा कि, मुझे लगता है कि अंतिन दिन टीम इंडिया 20 ओवर से ज्यादा क्रीज पर नहीं टिकेगी. यहां तक कि, करीब 190 रन की ही बढ़त हासिल कर पाएगी. उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि, जेम्स एंडरसन नई गेंद से पुछल्ले बल्लेबाजों को परेशान करेंगे. आखिरी 4 में से कम से 2 विकेट वही ले जाएंगे.
इसके साथ ही पूर्व क्रिकेटर ने अपने बयान में यह बात भी कही कि, भारत के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) टेस्ट मैच के आखिरी दिन ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं. वो 2 या उससे ज्यादा विकेट लेने में कामयाब होंगे. उन्होंने कहा कि, मुझे इस बात का यकीन है कि बुमराह 5वें दिन भारत की किस्मत का फैसला तय कर देंगे. क्योंकि वो ऐसे गेंदबाज हैं, जो धीमी और असमान उछाल वाली पिचों पर अपना असर दिखा सकते हैं.