ऐसा बहुत कम होता है जब कोई ऐसी टीम आईसीसी खिताब जीत जाएँ जिसके बारें में सोचा ही नहीं गया हो. हालाँकि क्रिकेट के बारें में कहा जाता है की यहाँ पर कौन सी टीम कब जीतेगी ये मैच के अंत तक पता नहीं चलता है. कभी भी, कोई भी टीम जीत सकती हैं.
क्रिकेट के 21 सदी में भी ऐसा होता रहा, जो नजर भी आया है. हालाँकि पिछले कुछ सालो में ऐसा कम हुआ लेकिन इस सदी में कई ऐसे मौके आयें हैं. जब बड़ा उलटफेर हुआ है. कई बार दिग्गजें टीमें भी हार जाती है और आकड़े के हिसाब से कमजोर टीम भी जीत दर्ज करती हैं.
आज आपको उन 5 टीमों के जीत के बारें में बताएँगे. जिन्होंने अंडरडॉग टीम बनकर खिताब अपने नाम किया. इन टीमों ने हालाँकि टूर्नामेंट की शुरुआत में ही बता दिया था की इस बार ये कोई बड़ा कारनामा करने के लिए ही आये हैं.
1. न्यूजीलैंड (चैंपियंस ट्रॉफी 2000)
2000 में चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत हुई. उस समय न्यूजीलैंड की टीम बहुत ज्यादा कमजोर नजर आ रही थी. लेकिन अंत में खिताब इसी टीम ने जीत कर क्रिकेट की दुनिया को चौंका दिया था. फाइनल में उनके सामने भारत मौजूद था.
इसी टूर्नामेंट के दौरान ही भारत के लिए ज़हीर खान और युवराज सिंह ने पर्दापण किया था. फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने कप्तान सौरव गांगुली के 117 रनों के मदद से 6 विकेट पर 265 रन बनाये थे. जोकि उस समय बड़ा लक्ष्य कहा जाता था.
लेकिन न्यूजीलैंड की टीम ने इस मैच को 2 गेंद पहले ही 4 विकेट से जीत लिया था. न्यूजीलैंड टीम का ये पहला आईसीसी ट्रॉफी था.
2. वेस्टइंडीज (चैंपियंस ट्रॉफी 2004)
क्रिकेट के दुनिया में राज करने वाली वेस्टइंडीज की टीम का बुरा दौर भी आया. 2004 में जब चैंपियंस ट्रॉफी खेली गयी. उस समय वेस्टइंडीज को बड़ी टीमों में नहीं गिना जाता था. उसके बाद भी उनकी टीम ने ख़िताब अपने नाम किया.
टूर्नामेंट के फाइनल में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीम आमने-सामने नजर आई. पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. जिसके कारण मात्र 218 रनों का लक्ष्य वो वेस्टइंडीज के सामने रख पायें थे.
वेस्टइंडीज की टीम जब लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो शिवनारायण चन्द्रपॉल के 47 रनों के मदद से मैच को 7 गेंद पहले 2 विकेट से अपने नाम कर लिया था.
3. भारत (टी20 विश्व कप 2007)
फेमस टी20 फ़ॉर्मेट की जब शुरुआत हुई तो भारत को इस फ़ॉर्मेट में कमजोर माना जाता था. जिसके कारण 2007 में जब टी20 विश्व खेला गया. उस समय युवा महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में एक नई टीम को भेजा गया. लेकिन ख़िताब जीत कर भारत ने सभी को चौंका दिया था.
बतौर कप्तान वो महेंद्र सिंह धोनी का पहला टूर्नामेंट था. जहाँ पर फाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने सामने नजर आ रही थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 157 रन बनाया था. जिसमें गौतम गंभीर ने 75 रनों का बड़ा योगदान दिया था.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम के लिए मिस्बाह उल हक अंत तक लड़े लेकिन उसके बाद भी भारतीय टीम ने 5 रनों से जीत दर्ज करके पहला टी20 विश्व कप अपने नाम कर लिया था.
2. इंग्लैंड (टी20 विश्व कप 2010)
इंग्लैंड की टीम ने ही क्रिकेट के खेल को जन्म दिया था. लेकिन उसके बाद भी वो कई बार आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफल नहीं हुए थे. 2010 में जब वो टी20 विश्व कप खेलने के लिए गये तो उनकी टीम मजबूत टीम नहीं नजर आ रही थी. लेकिन उस समय ख़िताब जीत कर इंग्लैंड ने सभी को चौंका दिया था.
फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम खेल रही थी. पहले बल्लेबाजी करने ऑस्ट्रेलिया की टीम उतरी लेकिन अच्छी बल्लेबाजी करने में सफल नहीं रही और 6 विकेट गँवा कर मात्र 147 रन बनाये.
इतने छोटे लक्ष्य का पीछा इंग्लैंड की टीम ने 3 ओवर पहले और मात्र 3 विकेट गँवा कर ही कर दिया. इस अंदाज में इंग्लैंड की टीम ने अपने पहले आईसीसी ख़िताब को जीता था. हालाँकि पिछले साल इस टीम ने मुख्य विश्व कप को भी अपने नाम कर लिया है.
1. पाकिस्तान (चैंपियंस ट्रॉफी 2017)
विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद के कप्तानी में जब पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में खेलने गयी थी. उस समय कहा गया की इस टीम को सेमीफाइनल में भी पहुँचने के लिए बहुत ज्यादा बेहतर करना होगा, लेकिन ख़िताब जीत कर उस टीम ने सभी को चौंका दिया था.
इस बार भी पाकिस्तान टीम के सामने भारत खड़ा था. पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की टीम ने फखर जमान के 114 रनों के मदद से 4 विकेट गँवा कर 338 रनों का लक्ष्य भारत के सामने रखा. जोकि एक बहुत ही बड़ा लक्ष्य था. जिसे भारत नहीं पा सका.
लीग स्टेज में मिली हार का बदला लेते हुए पाकिस्तान की टीम ने उस मैच में 180 रनों से बड़ी जीत दर्ज की थी. सरफराज अहमद ने भी अपनी कप्तानी का दम वहां पर दिखाया था.