ये 4 खिलाड़ी अगर टी-20 खेले होते तो हर बड़े रिकॉर्ड पर होता इनका कब्जा

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टी20 क्रिकेट विश्व भर में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला क्रिकेट प्रारूप है. इसका कारण है इसका छोटा फ़ॉर्मेट जिसमें सिर्फ 120 गेंदें ही एक टीम के पास रहती है. ज्यादा समय ना होने की वजह से इस प्रारूप में बल्लेबाजों को बड़े-बड़े शॉट खेलते हुए देखा जाता है. आधुनिक युग के बल्लेबाज गेंद को लगातार पवेलियन भेजने में सक्षम भी हैं.
हालाँकि ऐसा नहीं है कि पुराने बल्लेबाज ऐसा करने में सक्षम नहीं थे. पहले के बल्लेबाजों के पास इतने आधुनिक बल्ले भी नहीं होते थे इसके बावजूद कई ऐसे बल्लेबाज थे जो अपनी आक्रामक शैली के लिए विश्व भर में विख्यात थे. और यदि उनको भी टी20 क्रिकेट खेलने का मौका मिलता तो वो जरूर शानदार खेल दिखाते और टी20 क्रिकेट के धांसू खिलाड़ी बनते.
इसी कारण आज हम उन 4 पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों की बात करेंगे कि यदि उन खिलाड़ियों को टी20 क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलना अन्यथा इनकी गिनती विश्व के शानदार टी20 खिलाडियों में होती. तो चलिए हम आपको उन 4 दिग्गज क्रिकेटरों से रूबरू करवाते हैं.
4, रिकार्डो पावेल
वेस्ट इंडीज के धाकड़ बल्लेबाज रिकार्डो पावेल का नाम शायद आपमें से बहुत से पाठकों ने सुना भी नहीं होगा. इस दिग्गज खिलाड़ी ने विस्टइंडीज के लिए 1999 से 2005 के बीच मे लाजवाब क्रिकेट खेला है. पॉवेल को भारत के खिलाफ 93 गेंदों पर 124 रन की मैच विजेता पारी के लिए याद किया जाता है.
इस पारी में उन्होंने आठ छक्के लगाए थे. यह वह दौर था जबकि 50 ओवरों के मैच में छक्के जड़ना आम नहीं था. इसी कारण पावेल की इस पारी को आज भी याद किया जात है. इस खिलाड़ी ने वेस्ट इंडीज के लिए 2 टेस्ट और109 वनडे मैच खेले हैं. जहाँ टेस्ट में इस खिलाड़ी के नाम 17 की औसत से 53 रन हैं.
वहीं वनडे की बात करें तो पावेल के नाम 109 वनडे में 97 के स्ट्राईक रेट से 2085 रन हैं. इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 8 अर्धशतक अपने नाम किए हैं. उस दौर में भी 97 के स्ट्राइक रेट से रन बनाना उनकी आक्रामक क्षमता को दर्शाता है. यदि इस खिलाड़ी को टी20 क्रिकेट में खेलने का अवसर मिलता तो निश्चित रूप से यह खिलाड़ी क्रिकट के इस प्रारूप में कमाल कर सकता था.
3, अब्दुर रज्जाक
इस खिलाड़ी को यदि टी20 क्रिकेट में में खेलने का मौक़ा मिलता तो आज रज्जाक का नाम टी20 क्रिकेट के स्टार खिलाड़ियों में भी हो सकता था. वहीं रज्जाक के क्रिकेट करियर की बात करने तो, रज्जाक ने टेस्ट में 28.61 की औसत से 1946 रन और 36.94 की औसत से 100 विकेट लिए हैं.
वहीं 265 वनडे में उन्होंने 29.70 की औसत से 5080 रन और 31.83 की औसत 269 विकेट लिए हैं। रज्जाक अच्छे फील्डर भी रहे हैं. उन्होंने तीन टेस्ट और तीन वनडे सेंचुरी जड़ी हैं.
2, लांस क्लूसनर
क्लूजनर ने 171 वनडे मैच खेले और जब वे क्रीज पर होते थे तो कोई भी रन रेट हासिल की जा सकती थी. क्लूजनर ने 2 शतक और 19 अर्धशतक जड़ने के अलावा 192 विकेट भी चटकाए. इनकी इसी काबिलियत की वजह से यदि इस खिलाड़ी को टी20 क्रिकेट खेलने का मौक़ा मिलता तो शायद आज दुनिया को क्रिकेट के सबसे छोटे फोर्मेट सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर देखने को मिल सकता था.
1, सनथ जयसूर्या
यदि इस खिलाड़ी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के टी20 प्रारूप में परफॉर्म करने का मौक़ा मिलता तो यह खिलाड़ी कमाल धमाल करने की पूरी क्षमता रखता था.वहीं जयसूर्या के क्रिकेट करियर की बात करें तो इस दिग्गज खिलाड़ी ने 445 वनडे में 13430 रन बनाने वाले जयसूर्या ने 323 विकेट भी झटके.
श्रीलंका के लिए बतौर ओपनर खेलकर तूफानी शुरुआत देना उनका काम होता था. वनडे करियर में उन्होंने 28 शतक और 68 अर्धशतक जड़े.
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