जब भी भारतीय टीम कोई सीरीज खेलती है तो एक सवाल हमेशा उठाया जाता है कि टीम में प्लेइंग इलेवन को सही तरीके से नहीं चुना गया है या फिर पूरी टीम को चुनते वक्त ही कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को टीम में शामिल नहीं किया गया है।
कई बार तो हमने यह भी देखा है कि भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली कुछ खिलाड़ियों को मैच या सीरीज़ से पहले अपनी पहली पसंद बता चुके होते हैं, लेकिन अंतिम समय में उन खिलाड़ियों को टीम में शामिल नहींं किया गया। हम इस लेख उन 3 मौकों के बारे में बताएंगे जब विराट कोहली किसी खिलाड़ी को अपनी पहली पसंद बताकर सेलेक्शन के समय अपनी बात से मुकर गए।
इंग्लैंड टी-20 मैच से पहले रोहित शर्मा को पहली पंसद बता कर विराट कोहली अपनी बात से मुकरे
रोहित शर्मा ने भले ही पिछले दिनों टेस्ट क्रिकेट में अपने पैर जमा लिए हैं पर छोटे प्रारूप के तो वह हमेशा ही मास्टर क्लास बल्लेबाज रहे हैं। सही मायनों में भारतीय टीम प्रबंधन को उनका जोड़ीदार तलाशने की जरूरत है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक दिन पहले ही रोहित शर्मा और केएल राहुल को इंग्लैंड के खिलाफ ओपनर के तौर पर उतारने की जानकारी दी थी। लेकिन इंग्लैंड और भारत का जब पहला टी-20 मैच शुरु हुआ तो मैदान पर केएल राहुल के साथ शिखर धवन को ओपनिंग करते हुए देखा गया, और रोहित को बेंच पर बैठकर मैच देखते हुए।
कप्तान विराट कोहली अपनी बात से मुकरना टीम इंडिया के लिए भारी पड़ गया, कोहली का शिखर की जगह बनाने के लिए रोहित को बाहर बैठाना खल गया।
रोहित शर्मा ने पिछले दिनों इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था, उनकी इस फॉर्म का फायदा उठाने के बजाए कोहली ने इंग्लैंड को भारत पर दवाब बनाने का मौका दे दिया, क्योंकि रोहित की गैरमौजूदगी में भारतीय ओपनिंग बेहद नाकारा साबित हुई, जिसकी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा।
कुलदीप को विदेशी पिचों पर पहली पसंद कहने के बाद कोहली मुकरे
आज के समय में भारतीय टीम के एक इकलौते चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के पास बेहतरीन आधुनिक कला है जो विदेशी पिचों पर अच्छे से अच्छे बल्लेबाज को पवेलियन लौटाने का हथियार मानी जाती है।
यह बात अपनी कला के दमपर कुलदीप यादव ने साबित करके भी दिखाई थी, और इस बात की वकालत उनके आंकड़े भी करते हैं, कुलदीप यादव अब तक विदेशी पिचों पर 3 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 70 ओवर गेंदबाजी करने के बाद 23.90 की शानदार औसत के दम पर 10 विकेट चटकाएं हैं। कुलदीप के इन आंकड़ो ने भारतीय कप्तान विराज कोहली को इतना प्रभावित किया था कि उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलदीप के लिए कहा था की वो भारतीय टीम के विदेशी पिचों पर नंबर वन ऑपशन स्पिंन गेंदबाज होंगे।
हालांकि कप्तान विराट कोहली की इस बात का 2018 के बाद कोई मोल नहीं रहा, क्योंकि कुलदीप यादव 2018 से ही भारतीय टीम के साथ किसी भी विदेशी दौरे पर नहीं खेले हैं।
वर्ल्डकप 2019 से पहले अम्बाती रायडू को लेकर कोहली अपनी बात से मुकरे
अम्बाती रायडू ने जब घरेलू क्रिकेट में अपना पदार्पण किया था, तो उन्हें देखकर बड़े-बड़े क्रिकेट पंडितों ने भविष्यवाणी की थी कि वो भारतीय टीम के अगली पीढ़ी के सितारे होंगे। रायडु ने अपनी काबिलियत के दम पर प्रदर्शन करके भी दिखाया था।
रायडु ने अपने पूरे करियर में 55 वनडे मुकाबले खेलें, जिसमें उन्होंने 47.06 की लाजवाब औसत के दम पर 1694 रन बनाएं, इसमें रायडु ने 3 शतक और 10 अर्धशतक भी जमाएं। कप्तान विराट कोहली ने रायडु के शानदार प्रदर्शन से प्रभावित होकर साल 2019 के वर्ल्डकप से पहले घोषणा कर दी थी की वर्ल्ड कप के लिए रायडु हमारे पहली पसंद के टॉप ओर्डर बल्लेबाज होंगे।
हालांकि जब वर्ल्डकप 2019 के लिए भारतीय टीम का चयन हुआ तो उसमें अम्बाती रायडु का नाम नदारद ही दिखाई दिया था। बाद में अम्बाती रायडु कोहली के आश्वासन वाले बयान से इतने नाराज हुए कि उन्होंने क्रिकेट को अलविद कह दिया।