श्रीलंका दौरे पर पहुंची भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए इन दिनों लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) हर मौके को भुनाने की कोशिश में लगे हुए हैं. टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) नजदीक है, और खिलाड़ी का सपना होता है कि, वो ऐसे बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा जरूर बने. यही उम्मीद यूजी को भी है. ऐसे में वो इस, विश्व कप में शामिल होने के लिए अपने खेल में कितना सुधार कर रहे हैं और कैसे जगह बनाने की कोशिश में लगे हैं, जानिए इसका खुलासा उन्होंने खुद किया है.
लेग स्पिनर मौके का उठा रहे फायदा
दरअसल इन दिनों लंका के खिलाफ मिल रहे हर मौके का फायदा वो सही तरीके से उठा रहे हैं. ताकि टी20 वर्ल्ड कप से पहले वो टीम में अपनी जगह बना सके. बेहतर प्रदर्शन का नमूना उन्होंने मेजबान के खिलाफ पेश भी कर दिया है, और ये साबित करने में सफल रहे हैं कि, वो अपनी खराब फॉर्म से उबर चुके हैं. इससे पहले आईपीएल में और इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू सीरीज का फायदा वो सही तरीके से नहीं उठा सके थे.
श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में 38 रनों से मिली शानदार जीत के बाद युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने कहा कि, ये वाकई हेल्दी प्रतिस्पर्धा है. यदि आपके पास तकरीबन 30 खिलाड़ियों का ग्रुप है तो निश्चित तौर पर सभी अच्छे खिलाड़ी हैं. हर स्पिनर इस समय बेहतरीन फॉर्म में है. एक स्पिनर के तौर पर आपको पता है कि, कम से कम दो स्पिनर तैयार हैं जिन्होंने इस सीरीज के साथ ही आईपीएल में भी अच्छी परफॉर्मेंस दी है.
अच्छे प्रदर्शन के दम पर ही मिलेगा टीम में मौका- यूजी
लेग स्पिनर ने बातचीत करते हुए कहा कि,
'मैं यही कर सकता हूं कि हर मौके पर अच्छा प्रदर्शन करूं. अगर आपकी परफॉर्मेंस अच्छी होती है तो आपको खेलने का भी मौका दिया जाएगा. यदि ऐसा करने में आप असफल होते हैं तो फिर चाहें मैं हूं या कोई और आपको बाहर बैठना ही होगा. यही कारण है कि, गेंद जब भी मेरे हाथ में होती है तो मैं दूसरों के बारे में नहीं सोचता, सिर्फ अपने खेल पर फोकस करता हूं'.
युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में 4 ओवर में गेंदबाज करते हुए 19 रन देकर एक विकेट झटका था. इस दौरान लॉकडाउन में उन्होंने कैसा वक्त बिताया, इसके बारे में कुछ खुलासे किए. उन्होंने इस बारे में बयान देते हुए कहा कि,
"जब मैं खेल नहीं रहा था तो मैंने अपने गेंदबाजी कोच के साथ जमकर मेहनत करता था. मैं यह जानना चाहता था कि मैंने कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं किया. इस वजह की तलाश मैंने लॉकडाउन में की और उन कमियों पर काम किया".
जयंत यादव के साथ लॉकडाउन में जमकर की प्रैक्टिस
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि,
'मैंने एक विकेट को लक्ष्य बनाकर गेंदबाजी की. अपने दोस्तों के साथ प्रैक्टिस में पसीना बहाया कि मुझे कहां गेंद करनी चाहिए. ये सुधार मेरे मजबूती बनी. मैंने इस दौरे पर आने से पहले खुद से ये वादा किया था कि, मैं अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं'.
उन्होंने ये भी बताया कि, हम लॉकडाउन की वजह से मैदान पर नहीं जा सकते थे. लेकिन, मुझे अपने घर में मैदान पर जाने के तीन मौके मिले. इस दौरान मैनें जयंत यादव के साथ अभ्यास किया.
युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने बताया कि, वो जयंत के साथ बचपन से खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि, मैंने उन्हें गेंदबाजी की और इस पर हमारे बीच काफी बातचीत भी हुई. मुख्य कारण ये है कि, मैं जितने आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी करता हूं उतना ही बेहतर प्रदर्शन भी करता हूं.