भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को अनुसूचित जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में उनकी गिरफ्तारी हुई है। हालांकि, Yuvraj Singh को औपचारिक जमानत पर रिहा कर दिया गया है। ये एक पुराने मामले पर कार्रवाई हुई है। याद हो, पिछले साल रोहित शर्मा के साथ लाइव चैट में युजवेंद्र चहल ने जातिवादी विवादित शब्द कहे थे।
Yuvraj Singh को किया गया गिरफ्तार
Yuvraj Singh को अनुसूचित जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में रविवार को गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में उनकी गिरफ्तारी हुई। हालांकि, उन्हें औपचारिक जमानत पर रिहा कर दिया गया। हांसी पुलिस के DSP विनोद शंकर ने बताया कि क्रिकेटर युवराज सिंह को केस की जांच में शामिल करने के लिए गिरफ्तार किया गया। पहले भी उन्हें दो बार जांच में शामिल किया जा चुका है। पुलिस ने हाईकोर्ट के निर्देश पर काम किया है और युवराज को बेल बॉन्ड पर छोड़ दिया।
युवराज हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही जांच में शामिल होने के लिए हिसार पहुंचे थे। उनके साथ सुरक्षाकर्मी समेत 4-5 स्टाफ के लोग और वकील चंडीगढ़ से यहां पहुंचे थे। कुछ घंटों की कार्रवाई और पूछताछ के बाद Yuvraj Singh चंडीगढ़ रवाना हो गए।
क्या है पूरा मामला?
कोरोना वायरस के शुरु होने के बाद लंबे वक्त तक क्रिकेट पर विराम लगा था, जिसके बाद तमाम क्रिकेटर्स ऑनलाइन एक-दूसरे के साथ चैट कर रहे थे। क्रिकेटर युवराज सिंह ने पिछले साल इंस्टाग्राम पर यजुवेंद्र चहल से वीडियो चैटिंग करते समय दलित समाज के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मामले में हांसी पुलिस ने रजत कल्सन की शिकायत पर युवराज सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के खिलाफ केस दर्ज किया था।
हालांकि इस मामले के बढ़ने के बाद Yuvraj Singh ने दुनिया के सामने अपनी गलती स्वीकारी थी। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर खेद जताया था। माफी मांगते हुए युवी ने लिखा था, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी जाति, रंग, वर्ण और लिंग को लेकर किसी भी प्रकार की असमानता में भरोसा नहीं किया है। मैंने अपना जीवन लोगों की भलाई में दिया है और आज भी यह जारी है। मैं बिना किसी अपवाद के हर व्यक्तिगत जिंदगी के गौरव और सम्मान में विश्वास करता हूं।'