भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में न्यूजीलैंड के सामने खड़ी है। इस मैच की पहली पारी में भारत 217 पर सिमट गया और दूसरी पारी में भी टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर कीवी गेंदबाजों के सामने लड़खड़ाते हुए पवेलियन लौट गया। रिजर्व डे पर खेला जा रहा WTC फाइनल अब भारत के हाथ से निकल गया, लेकिन क्रीज पर टीम के नए पालनहार ऋषभ पंत मौजूद थे, जो पिछले कुछ समय से लगातार अपनी टीम के लिए मुश्किल वक्त में खड़े रहे हैं।
WTC फाइनल की दूसरी पारी में भी मैदान पर डटे रहे पंत
भारत के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत एक बहुत ही प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं, ये उन्होंने एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार साबित किया है। इस वक्त WTC फाइनल में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। जी हां, भारतीय टीम, न्यूजीलैंड के शानदार गेंदबाजों के सामने लड़खड़ाती नजर आई। भारत के बल्लेबाज क्रमश: शुभमन गिल 8, रोहित शर्मा 30, विराट कोहली 13, चेतेश्वर पुजारा 13 और अजिंक्य रहाणे 15 के स्कोर पर आउट हो गए।
ऋषभ पंत जब बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए, तो भारत का स्कोर 72-4 रनों का था और जरुरत थी भारत को साझेदारी की। हालांकि साझेदारी तो बड़ी नहीं हो सकी, क्योंकि पहले रहाणे 15 रन पर आउट हो गए और फिर रविंद्र जडेजा 16 (49) पर विकेट गंवा बैठे। मगर भारत के नए पालनहार ऋषभ पंत क्रीज पर टिके रहे। वह लगातार न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के खिलाफ मौका मिलने पर स्कोर भी बना रहे थे, वह एक समझदारी भरी पारी खेलते नजर आए हालाँकि अंत में वो 41 रन बना कर पवेलियन लौटे.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली थी मैच्योर इनिंग्स
ऋषभ पंत WTC फाइनल में तो भारत के खेवइया बने ही हुए हैं, मगर ये पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी वह भारत के लिए ऐसा कर सकते हैं। पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली गई बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। पहले उन्होंने सिडनी टेस्ट मैच को बहुत ही रोमांचक अंदाज में 97 रन की पारी खेलकर आउट हुए थे और ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद गाबा टेस्ट को तो शायद ही कभी कोई क्रिकेट फैन भूल सके।
उस मैच में जब भारत के ऊपर नंबर पर आने वाले बल्लेबाज आउट हो गए, तब ऋषभ पंत ने मैदान पर डटकर 89* रनों की पारी खेलते हुए मैदान पर डटे हुए थे। इसके अलावा पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ भी घरेलू टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था।
अब काफी मैच्योर पारी खेलते हैं ऋषभ पंत
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत पहले अपनी आक्रामक पारी के लिए जाने जाते थे और वह टीम की जरुरत के अनुसार ना खेलने के चलते कई बार आलोचनाओं का सामना करते थे। मगर अब ऐसा नहीं है। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भारत को एक अलग ही पंत देखने को मिले, क्योंकि अब वह आक्रामक तो खेलते हैं, मगर टीम की जरुरत व परिस्थितियों के अनुसार डिफेंड भी करते हैं। इस तरह अब उनकी भूमिका टीम में और भी अहम हो चुकी है।