15 नवंबर को भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के खिलाफ चार मैचों की टी20 सीरीज का आखिरी और चौथा मैच खेलने जा रही है। मेहमान टीम दो मैच जीतकर सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल कर चुकी है। इसलिए अब सूर्यकुमार यादव एंड कंपनी यह भिड़ंत अपने नाम कर श्रृंखला अपने नाम करने की फिराक में होगी।
दूसरी ओर, प्रोटियाज़ टीम 2-2 की बराबरी के साथ श्रृंखला का समापन करने की कोशिश करेगी। ऐसे में एक बार फिर दोनों टीमों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। लेकिन इससे पहले आइए जानते हैं कि IND vs SA चौथे मैच के दौरान मौसम और पिच का हाल क्या रहेगा?
किसका देगी पिच साथ?
IND vs SA टी20 सीरीज में अब तक बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है। तीनों मुकाबलों में बल्लेबाजों ने धुआंधार प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया। इस बीच संजू सैमसन और तिलक वर्मा के बल्ले से शतक भी देखने को मिला। इस वजह से फैंस के मन में सवाल है कि चौथे टी20 मैच में बल्लेबाजों का दबदबा रहेगा या गेंदबाजों का? ऐसे में आइए जानते हैं कि इस भिड़ंत में पिच किसका साथ देगी!
IND vs SA चौथा टी20 मैच जोहैनेसबर्ग के द वॉनडरर्स स्टेडियम में खेला जाना है, जहां कि पिच बल्लेबाजों के अनुकूल रहती है। यहां छक्के-चौकों की जमकर बरसात देखने को मिलती है। मैदान पर अच्छा बाउंस होने की वजह से गेंद बल्ले पर आसानी से आती है। लिहाजा, चौथे मैच में भी बल्लेबाज गेंदबाजों पर हावी हो सकते हैं। हालांकि, स्पिनर्स को भी पिच से काफी मदद मिलती है।
ऐसे रहे हैं स्टेडियम के आंकड़े
जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में अब तक कुल 26 टी-20 मैच खेले गए हैं, जिसमें पहली और दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीमों का बराबर दबदबा रहा है। क्योंकि 13 मैच पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम ने अपने नाम किए, जबकि दूसरी पारी में बैटिंग करने वाली टीम भी 13 ही मैच जीत पाई है। इस मैदान का सर्वोच्च स्कोर 260 रन का रहा है। वहीं, अब उम्मीद की जा रही है कि IND vs SA चौथे टी20 मैच में भी रनों की बरसात हो सकती है।
बारिश बिगाड़ेगी खेल?
Accuweather.com की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को बारिश के खेल बिगाड़ने की संभावना जताई जा रही है। कल जोहानसबर्ग में 70 फीसदी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा नमी 55 प्रतिशत रहेगी और 14 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी। अगर मैच के दौरान बारिश होती है तो गेंदबाजों को गेंदबाजी करने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा बल्लेबाजों के लिए भी रन बनाना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा।