भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) इंग्लैंड सीरीज के दूसरे मैच में भी टॉस हार गए। ये बात सभी अच्छी तरह से जानते हैं कि कोहली का लक टॉस के मामले में काम कम ही करता है। ज्यादातर बार टॉस में जब सिक्का उछलता है, तो उनके पक्ष में नहीं गिरता। अब क्या विराट का इस तरह लगातार टॉस हारना भारत को मैच में भारी पड़ सकता है? आइए इस आर्टिकल में जानते हैं।
इंग्लैंड में लगातार 8 टॉस हार चुके Virat Kohli
बतौर कप्तान Virat Kohli का प्रदर्शन अब तक अच्छा रहा है। भले ही वह अपनी टीम को कोई आईसीसी ट्रॉफी ना जिता सके हो, लेकिन उन्होंने भारतीय टीम का आगे बढ़कर नेतृत्व किया है। लेकिन टॉस के मामले में उनका नसीब काफी तंग है। जी हां, यदि आप इंग्लैंड में विराट की टॉस हिस्ट्री देखें, तो हैरान रह जाएंगे, मानो इंग्लिश कंडीशंस में विराट की सिक्के के साथ नहीं बनती।
2018 में विराट ने बतौर कप्तान इंग्लैंड का दौरा किया था और खेले गए सभी 5 मैचों में सिक्का विराट के पक्ष में नहीं गिया था, यानि वह टॉस हार गए थे। इसके बाद न्यूजीलैंड के साथ खेले गए WTC फाइल में भी वह टॉस हार गए और अब इस सीरीज के दो मैचों में टॉस हुआ है और वह दोनों ही बार हार गए हैं। कुल मिलाकर इंग्लैंड में पिछले 8 टेस्ट मैचों में लगातार 8 बार कप्तान कोहली टॉस हार चुके हैं।
टॉस हारकर कम ही मैच जीते हैं कोहली
जैसा की बताया कि विराट लगातार 8 मैचों में टॉस हार चुके हैं, जिसमें से खेले गए 7 मैचों में सिर्फ वह एक ही मैच जीत सके हैं। अब लॉर्ड्स के मैदान पर देखने वाली बात होगी की क्या टॉस हारने के बाद भी Virat Kohli मैच में जीत दर्ज कर पाते हैं या नहीं। फिलहाल इस मैच में टॉस जीतकर कप्तान जो रूट ने पहले फील्डिंग करने का फैसला किया है।
ऐसे में अब यदि भारत को मैच में बने रहना है, तो यकीनन पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बनाना होगा, ताकि उनके पास शुरुआत से ही मैच पर कब्जा करने का मौका रहे। साथ ही सभी की नजरें Virat Kohli के बल्ले पर भी होंगी, क्योंकि पिछले मैच में वह जेम्स एंडरसन की पहली ही गेंद पर आउट हो गए थे।