भारत-इंग्लैंड (INDvsENG) में खेले जा रही वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. दरअसल पहला मैच जीतने के बाद विराट की टीम श्रृंखला पर 1-0 से बढ़त बना चुकी है, और पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे मुकाबले पर जीत हासिल कर टीम इंडिया (Team India) सीरीज पर कब्जा जमाना चाहेगी. हालांकि अंग्रेजी टीम के खिलाफ लगातार दूसरे मुकाबले में अर्धशतकीय (66) पारी खेलने के बाद कोहली ने बड़ा कारनामा कर दिया है.
कोहली ने नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए रचा बड़ा इतिहास
दरअसल सीरीज के दूसरे मुकाबले में विराट कोहली (Virat Kohli) उस दौरान खेलने उतरे जब टीम इंडिया को 2 बड़े झटके कम ही रन पर लग चुके थे. ऐसे में कोहली का साथ केएल राहुल (KL Rahul) ने दिया, और दोनों ने मिलकर शानदार तरीके से टीम की पारी को आगे बढ़ाया.
केएल राहुल के साथ कोहली ने मिलकर जबरदस्त पारी खेलते हुए 66 रन बनाए, लेकिन इस दौरान वो आदिल रशीद की गेंद पर अपना विकेट दे बैठे, और अपने शतक से एक बार फिर चूक गए. लेकिन 66 रन की पारी के साथ ही कोहली ने सचिन तेंदुलकर (sachin tendulkar) के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.
कोहली ने वनडे में खिलाड़ी के तौर पूरे किए 10 हजार रन
टीम इंडिया (Team India) के कप्तान ने तीसरे नंबर पर 62.82 की जबरदस्त औसत से बल्लेबाजी करते हुए वनडे में 10 हजार रन पूरे कर लिए हैं. ऐसा करने वाले वो टीम इंडिया के दूसरे और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं.
इस कारनामें के साथ ही विराट कोहली (Virat Kohli) ने कप्तान के तौर पर भी एक बड़ा इतिहास रचा है. दरअसल कोहली ने 10 हजार रन पूरे करने के साथ ही कप्तानी के तौर पर वनडे में 5400 रन भी पूरे कर लिए हैं. जो टीम की मेजबानी के तौर पर बड़ा रिकॉर्ड है.
सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग भी इस लिस्ट में दर्ज करा चुके हैं अपना नाम
हालांकि विराट कोहली (Virat Kohli) से पहले खिलाड़ी के तौर पर वनडे फॉर्मेट में 10 हजार रन पूरे करने का कारनामा भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने किया था. उनके इस रिकॉर्ड को कोहली ने तोड़ते हुए इस फॉर्मेट में 10 हजार रन पूरा करते हुए एक बड़ा इतिहास रच दिया है.
इसके अलावा विदेशी खिलाड़ियों में ऐसा करने करने वाले ऑस्ट्रेलिया के एकमात्र पूर्व बल्लेबाजी और मौजूदा समय में टीम के कोच रिकी पोंटिंग (ricky ponting ) हैं, जिन्होंने वनडे फॉर्मेट में कि 42.48 की शानदार औसत से 12662 रन बनाए हैं. ऐसा कारनामा करने वाले कंगारू खिलाड़ियों में वो सिर्फ अकेले बल्लेबाज हैं.