विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी वाली भारतीय टीम मौजूदा समय में इंग्लैंड दौरे पर मौजूद हैं, जहां दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नॉटिंघम में खेला जा रहा है। मैच में इंग्लैंड को 183 के स्कोर पर समेटने के बाद टीम इंडिया बल्लेबाजी करने उतरी, जिसमें भारत को शुरुआत तो अच्छी मिली, लेकिन उन्होंने बैक टू बैक विकेट गंवा दिए और अब स्कोर 125-4 का है। लगातार विकेट गंवाने पर भारतीय टीम की बल्लेबाजी पर सवाल उठ रहे हैं।
Virat Kohli की कप्तानी में भारत क निराशाजनक प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों ने पिछले कुछ वक्त में काफी निराश किया है, यदि इस साल का प्रदर्शन देंखें, तो अब तक किसी भी बल्लेबाज के बल्ले से दोहरा शतक भी नहीं निकल सका है। जबकि सभी जानते हैं कि टीम इंडिया की बल्लेबाजी लाइनअप में दिग्गजों के नाम शामिल हैं।
अब यदि आप आंकड़ों पर गौर करें, तो Virat Kohli की कप्तानी में इस साल बल्लेबाजी इकाई का प्रदर्शन इस साल बिलकुल भी अच्छा नहीं रहा है। 2021 में 8 टेस्ट मैच में 22 खिलाड़ियाें ने 28 की औसत से 3290 रन बनाए हैं। तीन शतक और 21 अर्धशतक लगे हैं। 2020 में बल्लेबाजी औसत 19 का जबकि 2018 में 27 का था। यदि आप पूरे डिकेट पर गौर करें, तो ये ही टीम इंडिया के तीन सबसे खराब बल्लेबाजी औसत हैं।
दो साल से कोहली के बल्ले से भी नहीं निकला शतक
Virat Kohli मैदान पर अपना 200 प्रतिशत देने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ वक्त से बतौर बल्लेबाज उनका प्रतिशत बहुत ही निराशाजनक रही है। पिछली बार विराट ने 2019 अक्टूबर में विराट के बल्ले से आखिरी शतक निकला था, उसके बाद से अब तक 622 दिन बीत चुके हैं, लेकिन वह शतक नहीं लगा सके हैं।
एक ओर जहां, इंग्लैंड दौरे पर फैंस को उनके बल्ले से शतक आने का इंतजार था, वहीं वह जेम्स एंडरसन की पहली ही गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। बताते चलें, रोहित शर्मा के आउट होने के बाद भारत ने लगातार 4 विकेट गंवा दिए, जिससे अब टीम इंडिया मुश्किल में नजर आ रही है।