रविन्द्र जडेजा नहीं इन 7 क्रिकेटर्स को अधिकारिक तौर पर मिली है “सर” की उपाधि

Published - 11 Jul 2020, 05:51 AM

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भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा को क्रिकेट की दुनियां में सर जडेजा के नाम से भी जाना जाता है. क्या आपने कभी यह सोचा की उन्हें ऐसा क्यों कहा जाता है. अगर नहीं तो जान लीजिये. दरअसल ब्रिटिश प्रशासन की ओर से 'नाइट हुड' की उपाधि देने की परंपरा रही है.

उस दौरान जिस शख्स के पास नाइट हुड की उपाधि होती थी, उसके नाम के साथ अभी भी सर लगाया जाता है. यह सम्मान ब्रिटेन की रानी देतीं हैं. यह एक विशेष सम्मान है जो कला, खेल , संगीत, साहित्य और विज्ञान आदि में अतुल्यनीय योगदान के लिए विशेष व्यक्ति को ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है.

क्रिकेट की दुनिया में 'सर' शब्द सम्मान के तौर पर दिग्गज क्रिकेटर्स को दिया जाता है, लेकिन रविन्द्र जडेजा को यह उपाधि आधिकारिक रूप से प्रदान नहीं की गयी है. उन्हें सिर्फ भारतीय क्रिकेटर तथा कमेंटेटर ही सर जडेजा के नाम से पुकारते हैं. आज तक केवल 7 ही ऐसे लोग हैं जिन्हें आधिकारिक रूप से यह विशेष सम्मान प्राप्त है. आज अपने इस लेख में हम आपको उन्ही 7 खिलाड़ियों के नाम बताने जा रहे हैं.

7. सर डॉन ब्रैडमैन ( ऑस्ट्रेलिया)

विश्व भर के दिग्गज खिलाड़ियों के किसी रिकॉर्ड या फिर उपाधि का जिक्र हो रहा हो और उसमें विश्व क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ी तथा ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन के नाम की चर्चा ना सुनने को मिले ऐसा भला कैसे संभव है. ब्रैडमैन दुनिया के उन विशेष खिलाड़ी थे. जिनको ‘सर’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था.

डॉन ब्रैडमैन ने सन 1948 में क्रिकेट से संन्यास लिया था और संन्यास के समय उनका औसत 99.94 का रहा. जो आज भी क्रिकेट जगह का सबसे बढ़िया औसत माना जाता है. क्रिकेट के खेल में उनके शानदार प्रदर्शन और लाजवाब पारियों के लिए उन्हें सर की उपाधि से सम्मानित किया गया.

सर डॉन ब्रैडमैन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 52 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 99.94 की अद्दभुत और अविश्वसनीय औसत के साथ 6996 रन बनाने में कामयाब हुए. इस प्रारूप में उनके नाम पर 29 शतक और 13 अर्द्धशतक दर्ज रहे. डॉन ब्रैडमैन की बल्लेबाजी की मिसाल आज भी दी जाती है.

6. सर कर्टली एम्ब्रोस ( वेस्ट इंडीज )

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज और महान तेज गेंदबाज सर कर्टली एम्ब्रोस का नाम भी इस लिस्ट में आता है. कर्टली एम्ब्रोस को साल 2014 में एंटीगुआ सरकार ने क्रिकेट में शानदार योगदान के लिए इस सम्मान से नवाजा था. सर कर्टली एम्ब्रोस वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के लिए 98 टेस्ट और 176 वनडे मैच खेले.

इस दौरान वह टेस्ट में 21 की औसत के साथ 405 और एकदिवसीय फॉर्मेट में 24.12 की औसत के साथ 225 विकेट हासिल किए. घरेलू क्रिकेट में भी कर्टली एम्ब्रोस का बहुत बेहतरीन रिकॉर्ड देखने को मिला.

239 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में वह 941 और 329 लिस्ट ए मैचों में 401 खिलाड़ियों को मैदान से बाहर भेजने में कामयाब हुए. आप सभी की जानकारी के लिए बता दें, कि दाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज कर्टली एम्ब्रोस अपनी रफ़्तार के लिए सुप्रसिद्ध थे.

5. सर इयान बाथम ( इंग्लैंड )

इस सूची में सबसे अगला नाम इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान ऑल राउंडर इयान बॉथम का नाम आता हैं. साल 2007 में इयान को इंग्लैंड की क्वीन एलिजाबेथ ने ‘सर’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था. इयान बॉथम ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए 102 टेस्ट मैच और 116 वनडे खेले.

इस दौरान उनके बल्ले से टेस्ट में 60.71 की औसत के साथ 5200 रन और एकदिवसीय में 79 से अधिक के स्ट्राइक रेट के साथ 2113 रन आए. टेस्ट क्रिकेट में वह 383 व वनडे में 145 शिकार करने में कामयाब रहे.

इयान बॉथम की तुलना 80 और 90 के दशक में महान ऑल राउंडर कपिल देव और इमरान खान के साथ हुआ करती थी. सन 1992 में इंग्लैंड की टीम को विश्व कप के फाइनल तक ले जाने में बाथम का एक बड़ा हाथ रहा था.

4. सर विवियन रिचर्ड्स ( वेस्ट इंडीज )

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के का नाम भी इस लिस्ट में शुमार है. विंडीज के पूर्व कप्तान और स्टाइलिश बल्लेबाज विवयन रिचर्ड्स का नाम भी आता हैं. सन 1999 में रिचर्ड्स को एंटीगुआ सरकार ने क्रिकेट में उनके विशाल योगदान के लिए ‘सर’ की उपाधि से सम्मानित किया था. सर विव रिचर्ड्स का विंडीज को दो-दो विश्व कप जिताने में एक अहम योगदान रहा.

आज भी सर विव रिचर्ड्स की बल्लेबाजी और उनके शॉट्स की मिशाले दी जाती है. सर विव रिचर्ड्स ने वेस्टइंडीज के लिए 121 टेस्ट और 187 एकदिवसीय खेले. इस दौरान उनके बल्ले से 8540 टेस्ट और 6721 वनडे रन देखने को मिले. टेस्ट में वह 24 शतक और 45 अर्द्धशतक लगाने में सफल हुए.

जबकि एकदिवसीय फॉर्मेट में उनके नाम पर 11 शतक और 45 अर्द्धशतक दर्ज रहे. सर विवयन रिचर्ड्स के नाम पर टेस्ट में 32 और वनडे में 118 विकेट दर्ज रहे. विव रिचर्ड्स की खासियत लंबे लंबे छक्के लगाना थी.

3. सर गैरी सोबर्स ( वेस्ट इंडीज )

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ियों में शुमार गैरी सोबर्स का नाम इस लिस्ट में शामिल होना लाजमी है. सोबर्स क्रिकेट इतिहास के सबसे स्टाइलिश ऑलराउंडर में से एक माने जाते थे. इनको सन 1975 में क्वीन एलेजिबेथ 2 ने ‘सर’ की उपाधि से नवाजा था.

सर सोबर्स ने वेस्टइंडीज के लिए 93 टेस्ट मैचों में 57 से अधिक की औसत के साथ 8032 रन बनाए और इस दौरान उनके बल्ले से 26 शतक तथा 30 अर्धशतक भी देखने को मिले. वहीं 159 टेस्ट पारियों में वह 34 की औसत के साथ 235 खिलाड़ियों का शिकार करने में सफल रहे.

सोबर्स ने विंडीज के लिए एक वनडे मैच भी खेला और इस दौरान भी उनके खाते में सिर्फ एक ही सफलता आई. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वह 28314 रन बनाने के साथ कुल 1043 विकेट हासिल करने में सफल रहे.

2. सर जैक हॉब्स ( इंग्लैंड )

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के दिग्गज जैक हॉब्स विश्व क्रिकेट में ‘सर’ की उपाधि पाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने. इंग्लैंड के जैक हॉब्स का भी क्रिकेट की दुनिया में खासा बड़ा नाम रहा. जैक हॉब्स सर की उपाधि प्राप्त करने वाले दुनिया के सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने. हॉब्स यह सम्मान सन 1955 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके अद्दभुत रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए दिया गया था.

सर जैक हॉब्स ने फर्स्ट क्लास स्तर पर 834 मैच खेले और वह सबसे अधिक 61760 रन बनाने में सफल हुए. 1325 में उनके बल्ले से 199 शतक भी देखने को मिले. आज भी यह फर्स्ट क्लास क्रिकेट का एक सबसे बड़ा कीर्तिमान है.

वहीं इंग्लैंड के लिए जैक हॉब्स ने कुल 61 टेस्ट मैच खेले और लगभग 57 की औसत के साथ 5410 रन बनाने में कामयाब रहे. 102 पारियों में उनके बल्ले से 15 शतक और 28 अर्धशतक भी देखने को मिले.

1. सर लियोनार्ड हटन ( इंग्लैंड ) को शानदार क्रिकेट के लिए मिला था यह नाम

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी सर लियोनार्ड हटन का नाम इस लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर आता हैं. सर लियोनार्ड हटन दुनिया के सबसे पहले ऐसे खिलाड़ी है. जिन्हें इस खेल में ‘सर’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था. क्रिकेट में लाइफ टाइम सर्विस के लिए सन 1926 हटन को इस उपाधि से सम्मानित किया गया था.

सर लियोनार्ड हटन ने सन 1937 में इंग्लैंड के लिए अपना टेस्ट डेब्यू लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था और अपना अंतिम टेस्ट सन 1955 में कीवी टीम के खिलाफ ही खेला. लियोनार्ड हटन ने इंग्लैंड के लिए कुल 79 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान वह 56.67 की बेहद ही उम्दा औसत के साथ 6971 रन बनाने में कामयाब हुए.

टेस्ट क्रिकेट में हटन के नाम पर 19 शतक और 33 अर्द्धशतक भी दर्ज रहे. सर लियोनार्ड हटन का सबसे बढ़िया प्रदर्शन 364 का रहा. साथ ही वह तीन खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाने में भी सफल रहे.

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