भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएस के प्रसाद अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। असल में लोग अक्सर उनके द्वारा दिए गए बयानों व चुने गए खिलाड़ियों को लेकर वाद-विवाद करते सोशल मीडिया पर दिख जाते हैं।
हालांकि प्रसाद के कार्यकाल के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम लगातार ऊंचाईयों को छूती रही है। टेस्ट में नंबर-1 साथ ही सीमित ओवरों के खेल में भी टीम ने मजबूत टीमों को कड़ी टक्कर दी है।
लेकिन बतौर चयनकर्ता विश्व कप में प्रसाद द्वारा लिए कुछ फैसले सभी के समझ से परे रहे। टीम चयन के वक्त अंबाती रायडू को कवर प्लेयर के तौर पर अंबाती रायडू को चुना और शिखर धवन, विजय शंकर की इंजरी के बाद रिषभ पंत, मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड बुलाया गया।
कहीं न कहीं इसी कारण अंबाती रायडू ने संन्यास की घोषणा भी की थी। तो आइए आज हम आपको बताते हैं उन 5 परफैक्ट दावेदारों के बारे में जो एमएस के प्रसाद की जगह बन सकते हैं टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर।
यह 5 दिग्गज बन सकते है टीम इंडिया मुख्य चयनकर्ता
1- अनिल कुंबले
तेजतर्रार क्रिकेटर को भारतीय क्रिकेट में सबसे तेज दिमाग वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल किया जाता है। उन्होंने विश्व स्तरीय क्रिकेट में अहम भूमिका निभाई है। दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले भारत के राष्ट्रीय चयनकर्ता होने के लिए परफैक्ट उम्मीदवार हो सकते हैं।
क्योंकि उन्हें क्रिकेट का भरपूर ज्ञान है और वह प्रतिभाशाली युवाओं का पता लगा सकते हैं जैसा कि उन्होंने भारत के साथ अपने कोचिंग कार्यकाल के दौरान किया था। अनिल कुंबले, जो अब ICC क्रिकेट समिति के अध्यक्ष हैं, 2016 और 2017 के बीच टीम इंडिया के कोच थे।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के पाकिस्तान से हारने के बाद उन्होंने उस भूमिका से इस्तीफा दे दिया था। अनिल कुंबले ने भारत के साथ अपने कोचिंग के लिए बहुत बड़ा नाम कमाया है, लेकिन विराट कोहली के साथ दरार ने उन्हें बीसीसीआई के साथ मुख्य कोच के रूप में अपना अनुबंध खो दिया है।
2- वीवीएस लक्ष्मण
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने क्रिकेट की दुनिया में अपने नाम का लोहा मनवाया। शांत स्वभाव का यह खिलाड़ी मैदान पर ही केवल आक्रामक दिखता था।
वीवीएस लक्ष्मण इन दिनों कमेंट्री करते नजर आते हैं। सनराइडर्स हैदराबाद के मैंटर वीवीएस लक्ष्मण को यदि मौका दिया जाए तो वह टीम इंडिया के चयनकर्ता के रूप में काफी अच्छे साबित हो सकते हैं।
निश्चित रूप से, वीवीएस लक्ष्मण भारतीय क्रिकेट टीम के लिए काम कर सकते हैं, क्योंकि वह मौजूदा घरेलू क्रिकेट में युवाओं को अच्छी तरह मैनज करते हैं। साथ ही इस बात में कोई दोराय नहीं है कि उन्हें हमेशा रवि शास्त्री और विराट कोहली से काफी सम्मान मिलता है। इसलिए वह टीम का चयन करते समय खूबसूरती से काम कर सकते हैं।
3- संदीप पाटिल
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संदीप पाटिल भी एमएस के प्रसाद को रिप्लेस करने की पूरी काबीलियत रखते हैं। इनके कार्यकाल में ही भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। जो कि भारत द्वारा जीती गई आखिरी आईसीसी ट्रॉफी है।
संदीप पाटिल ने 2003 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में केन्या की कोचिंग की, जहां वे पहली बार सेमीफाइनलिस्ट में से एक थे। उन्होंने 2012 से 2016 तक बीसीसीआई चयन समिति के प्रमुख के रूप में कार्य किया।
पाटिल को सितंबर 2012 में मोहिंदर अमरनाथ को बर्खास्त करने के बाद चयनकर्ताओं का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसके बाद, उन्होंने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के लिए सही टीम का चयन करके अपने कार्यकाल में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जितवाई।
अगर बात करें 2015 विश्व कप की तो उस दौरान ऑस्ट्रेलिया से हारकर टीम सेमीफाइनल से बाहर हुई थी। और इस बात को हर कोई जानता है की उस वक्त ऑस्ट्रेलियाई टीम जीतने के लिए पसंदीदा थी। उनके कार्यकाल पर गौर करते हुए यह कहा जा सकता है कि पाटिल फिर से मुख्य चयनकर्ता का अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
4- जहीर खान
भारतीय क्रिकेट इतिहास के दिग्गज गेंदबाज जहीर खान काबिल और सम्मान प्राप्त खिलाड़ी रह चुके हैं। जहीर खान को क्रिकेट का भरपूर ज्ञान है और वह टीम को संभालना बखूबी जानते हैं।
जहीर खान मैच विनर खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं। अपनी गेंदबाजी से धाकड़ बल्लेबाजों के विकेट्स उड़ाने वाले जहीर टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर बनने की काबीलियत रखते हैं।
जहीर खान को इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट ऑपरेशन्स हैं। और आप सभी मुंबई की जीत से तो वाकिफ हैं ही। उन्हें अपनी टीम को मैनेज करना बखूबी आता है। इसलिए इस बात में कोई दोराय नहीं है कि यदि जहीर को टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी जाए तो वह इसपर खरे उतरेंगे।
5- सौरव गांगुली
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके सौरव गांगुली अब प्रेसिडंट ऑफ क्रिकेट एसोशिएशन ऑफ बंगाल और कॉमेंटेटर हैं। गागुंली के बारे में आप सभी ने एक बात तो जरूर सुनी होगी।
असल में दादा को टीम इंडिया का जौहरी माना जाता था क्योंकि उन्होंने अपनी कप्तानी के दौरान टीम को कई दिग्गज खिलाड़ी दिए जो भविष्य में बेहतरीन प्रदर्शन कर सके।
इसलिए यदि सौरव गांगुली को यह जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो वह इसे बखूबी संभाल सकते हैं क्योंकि उन्हें टेलेंट की पहचान करना भी अच्छी तरह आता है और उस टेलेंट का इस्तेमाल करना भी अच्छी तरह से आता है।
गांगुली ने अपनी कप्तानी में महेंद्र सिंह धोनी को भी निखारा। और आप सभी जानते हैं कि धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान हैं और उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 2 आईसीसी ट्रॉफी जीती है।