ये 3 बड़ी वजह, क्यों विराट कोहली को फिर से बना देना चाहिए टेस्ट का कप्तान

सिडनी टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के मैदान से बाहर जाने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) एक बार फिर टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए दिखाई दिए। ऐसे ही हम 3 कारणों की बात करेंगे जिसकी वजह से उन्हें दोबारा टेस्ट कप्तान बना देना चाहिए....

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CA Hindi Author
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These 3 big reasons why Virat Kohli should be made Test captain again

Virat Kohli: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच सिडनी में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट के दौरान भारतीय टीम के कप्तान जसप्रीत बुमराह अचानक मैदान से बाहर चले गए। बुमराह के बाहर जाने के बाद भारतीय फैंस की धड़कने बढ़ने लगीं। उनकी गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने मोर्चा संभाला और भारत का नेतृत्व किया। बुमराह के बाहर जाने के बाद पूर्व कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक बार फिर बेहतरीन कप्तानी की, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है।

कोहली ने इन फॉर्म बुमराह की गैरमौजूदगी में प्रसिद्ध कृष्णा, नीतीश रेड्डी, मोहम्मद सिराज का शानदार उपयोग किया और ऑस्ट्रेलिया को 181 रन पर समेट दिया। कोहली (Virat Kohli) को दोबारा कप्तानी करते देख फैंस मांग कर रहे हैं कि कोहली को एक बार फिर कप्तान बना देना चाहिए, तो इन 3 बड़ी वजह से उन्हें दोबारा कप्तान बनाया जा सकता है।

36 में भी फिट हैं कोहलीVirat Kohli Captain

36 साल के विराट कोहली (Virat Kohli) फिटनेस के मामले में युवा खिलाड़ियों को भी टक्कर देते दिखाई देते हैं। शायद ही कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी होगा जो वर्तमान समय में उनसे अधिक फिट हो। साथ ही वह वर्ल्ड क्रिकेट में भी सबसे अधिक फिट खिलाड़ियों में शुमार हैं। 36 साल के हो चुके कोहली युवाओं जितने ही जोशीले हैं। फील्ड में कोहली की मौजूदगी पूरी टीम को चार्ज करने में अहम भूमिका निभाते हैं तो फील्डिंग में भी वह काफी फुर्तीले हैं। कोहली की हालिया फिटनेस को देखने के बाद वह भारत के लिए अभी भी 3 से 4 साल तक बिना किसी रुकावट के क्रिकेट खेल सकते हैं। कोहली टेस्ट में 3 से 4 साल तक एक बार फिर भारत की कमान संभाल सकते हैं।

खिलाड़ियों के साथ अच्छी बॉन्डिंग

विराट कोहली (Virat Kohli) की दिग्गज खिलाड़ियों के साथ-साथ युवाओं के साथ भी शानदार बॉन्डिंग देखने को मिलती है। वह अकसर ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों के साथ हंसी मजाक करते हुए देखे गए हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ी होने के बाद भी वह युवाओं के साथ मिल-जुल कर रहते हैं। प्रैक्टिस के दौरान भी कोहली कई खिलाड़ियों को सलाह देते दिखाई देते हैं। अगर विराट कोहली दोबारा भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान बनते हैं तो सीनियर खिलाड़ियों के साथ-साथ वह युवा खिलाड़ियों को साथ लेकर चलेंगे। इसका उदाहरण उनकी कप्तानी में पहले कई बार यह देखा जा चुका है।

विराट कोहली के टेस्ट में शानदार आंकड़े

साल 2014 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, लेकिन उस समय के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मेलबर्न टेस्ट के बाद संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद विराट कोहली (Virat Kohli) को टीम की कप्तानी सौंपी गई थी। विराट के टेस्ट में कप्तानी आंकड़े भी कमाल के रहे हैं। कोहली ने 68 मैचों में भारत की कमान संभाली हैं, जिसमें उन्होंने 40 में जीत हासिल की तो 17 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। साथ ही कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में 11 मुकाबले ड्रॉ हुए थे।

कोहली का जीत प्रतिशत 58.82 का था। कोहली की कप्तानी में भारत ने सेना देशों को उन्हीं के घर में जाकर धूल चटाई थी। खास बात यह है कि कोहली की कप्तानी में भारत ने सबसे अधिक टेस्ट मैच जीते हैं। उनके इन रिकॉर्ड्स को देखने के बाद उन्हें एक बार फिर टेस्ट में टीम इंडिया की कमास सौंपी जा सकती है।

डिसक्लेमर- इस आर्टिकल में बताई गई सभी बातें लेखक के निजी विचार हैं, इनकी आधिकारिक पुष्टि CA Hindi नहीं करता है।

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