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Team India: भारतीय क्रिकेट टीम में सेलेक्ट होने के बाद ज्यादातर खिलाड़ियों का नाम पूरे देश की जुबां पर आ जाता है। प्लेयर रातों-रात स्टार बन जाता है। लेकिन कई खिलाड़ी इस स्टारडम को हैंडल नहीं कर पाते। अपने हुनर की बदौलत स्टार खिलाड़ी बनने के बाद कंट्रोवर्सी का शिकार हो जाते हैं। भारतीय टीम (Team India) में भी दो ऐसे खिलाड़ी हुए, जिनका खेल देखकर सभी ने उन्हें आने वाले समय का बड़ा खिलाड़ी कह दिया। लेकिन फिर कंट्रोवर्सी के चलते वो खिलाड़ी न सिर्फ टीम से बाहर हो गए, बल्कि खुद के हाथों ही अपना नाम मिट्टी में मिला लिया।
पृथ्वी शॉ
भारतीय टीम (Team India) में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर खिलाड़ी पृथ्वी शॉ किसी परिचय के मोहताज नहीं है। टेस्ट डेब्यू में शतक बनाकर पृथ्वी शॉ का नाम दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल हो गया। खिलाड़ी के बैटिंग स्टाइल को देखकर उन्हें सचिन तेंदुलकर का उत्तराधिकारी तक कहा जाने लगा था। लेकिन बैन से शुरू हुआ मामला उन्हें रणजी ट्रॉफी से बाहर का रास्ता दिखाने तक जा पहुंचा। आज आलम ये है कि खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट से भी बाहर है। मौजूदा समय में पृथ्वी शॉ वो डीवाई पाटिल टी20 लीग का हिस्सा हैं।
शॉ के करियर की बात करें, तो अंडर-19 विश्वकप में उनके प्रदर्शन को देखते हुए आईपीएल फ्रैंचाइजी दिल्ली टीम ने उन्हें 2018 में 1.2 करोड़ में खरीद लिया था। आईपीएल 2021 उनके करियर का बेस्ट साल रहा। आईपीएल 2021 में शॉ ने 479 रन ठोक दिए। जिसके बाद दिल्ली ने उन्हें 7.5 करोड़ में रिटेन किया। लेकिन साल 2025 मेगा ऑक्शन में शॉ अनसोल्ड रह गए। पृथ्वी शॉ ने 2018 में भारतीय टीम (Team India) के लिए टेस्ट डेब्यू किया। फिर 2020 में वनडे और साल 2021 में टी-20 डेब्यू किया। अब तक वो 5 टेस्ट, 6 वनडे और एक टी-20 खेले हैं। टेस्ट में शॉ ने 339, वनडे में 189 रन और टी-20 में जीरो पर आउट हुए थे। वहीं, आईपीएल में शॉ ने 79 मैच खेलते हुए 1892 रन बनाए हैं। पृथ्वी शॉ को ओवरवेट होने के साथ ही अनुशासनहीनता की भी सजा दी गई।
साल 2019 में बीसीसीआई ने उनपर 8 मैच का बैन लगाया था, क्योंकि यूरिन टेस्ट में टेरबुटालाइन मिला था। जोकि प्रतिबंधित है, फिर उन्हें घरेलू टूर्नामेंट से बाहर किया गया। जिसका कारण वजन और अनुशानसहीनता भी बताया गया। इसी के साथ ही 'सेल्फी विवाद' भी काफी चर्चित हुआ। जहां इन्फ़्लुएंसर सपना गिल ने उनपर फीजिकल एब्यूज का आरोप लगाया था। हालांकि, खिलाड़ी ने कहा कि उनके साथ फिजिकल एब्यूज हुआ था। इन सभी मामलों से स्टार खिलाड़ी की छवि धूमिल हुई और अब वो लगातार खेल से दूर दिख रहे हैं।
विनोद कांबली
भारतीय टीम (Team India) के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली ने अपने खेल से काफी प्रभावित किया। एक समय पर उनका नाम सचिन तेंदुलकर के साथ लिया जाता था। लेकिन फिर विनोद कांबली की लाइफस्टाइल उनके करियर पर भारी पड़ी। जानकारी के मुताबिक, क्रिकेट करियर पटरी से उतर जाने के बाद विनोद कांबली नाइट क्लब में पार्टी करने, नाचने- गाने को लेकर सुर्खियों में रहे। शराब की लत ने भी उनकी जिंदगी को तबाह करने में अहम रोल निभाया।
साल 2009 में एक रियलिटी शो के दौरान टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाज कांबली ने बीसीसीआई पर 'पक्षपात' का आरोप भी लगाया। उन्होंने 1996 के वर्ल्ड कप के दौरान टीम चयन पर भी सवाल उठाए। विनोद कांबली ने 1991 में वनडे डेब्यू और 1993 में टेस्ट में डेब्यू किया था। वो 14 पारियों में सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। लेकिन उनका करियरा 17 टेस्ट में ही सिमट गया। विनोद कांबली ने टीम इंडिया के लिए 17 टेस्ट मैचों में कुल 1084 रन बनाए हैं। जिसमें 4 शतक के अलावा 3 हाफ सेंचुरी है। वहीं, 104 वनडे में 2477 रन बनाए हैं।
विनोद कांबली ने क्रिकेट के साथ ही कोचिंग, रियालिटी शो और राजनीति में भी करियर को आगे बढ़ाने की कोशिश की। लेकिन वो सफल नहीं हो सके। अनुशासनहीनता ने खिलाड़ी के करियर को बर्बाद कर दिया। बताते चलें, विनोद कांबली ने दो शादियां कीं। पहली शादी क्रिश्चियन लड़की नोएला से की थी, जोकि सफल नहीं हो सकी। फिर कांबली का दिल फैशन मॉडल एंड्रिया हेविट पर आया। जिसके बाद दोनों ने शादी की। साल 2010 में एंड्रिया ने कांबली के बेटे जीसस क्रिस्टियानो को जन्म दिया। विनोद कांबली ने साल 2000 में संन्यास ले लिया था।
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