भारतीय क्रिकेट टीम को 4 अगस्त से इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेलना है। इस सीरीज को लेकर सभी काफी उत्साहित हैं। वहीं Team India के पास सीरीज जीतने का ये बेहतरीन मौका है, क्योंकि भारतीय खिलाड़ी काफी वक्त से इंग्लैंड में मौजूद हैं। लेकिन इस दौरे पर एक बार फिर भारत के पुछल्ले बल्लेबाज भारत के लिए मुश्किल बन सकते हैं। यदि आप टेलेंडर्स का बल्लेबाजी औसत देखें, तो पिछली 7 में से 5 हार में बड़ी वजह यही बल्लेबाज रहे हैं।
Team India के पुछल्ले बल्लेबाज हैं टेंशन
टेस्ट क्रिकेट में किसी भी टीम के स्कोर में पुछल्ले बल्लेबाजों का अहम योगदान होता है। ऐसे में जिस टीम के टेलेंडर्स अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाते हैं, उस टीम के लिए जीतना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही कुछ हाल Team India का विदेशों में रहता है। आप यदि टेस्ट क्रिकेट में भारत की पिछली सात में से पांच हार को देखें, तो यह साफ नजर जाता है कि पुछल्ले बल्लेबाज टीम के लिए सिरदर्दी बनते जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए 2018 के साउथैम्पटन और पर्थ टेस्ट, 2020 के क्राइस्टचर्च और एडिलेड टेस्ट और इसी साल हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला।
न्यूज-18 की खबर के अनुसार, यदि आंकड़ों की बात करें, तो जिन मैचों की यहां हम बात कर रहे हैं, उसकी पहली पारी में 6 विकेट पर भारत का स्कोर सामने वाली टीम से बेहतर या बराबर था ( 2018 के पर्थ टेस्ट में स्कोर बराबर था)। लेकिन इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिय और न्यूजीलैंड के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने उन्हीं पांचों पारियों में 160, 75, 82, 80 और 87 रन जोड़े थे। लेकिन भारत के टेलेंडर्स आखिरी 4 बल्लेबाज इसी दौरान 84, 32, 45, 38 और 35 रन ही बना पाए। अब आप इन आंकड़ों को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत की हार का ये एक बड़ा कारण है, जिसपर काम करने की जरुरत है।
औसत है अफगानिस्तान से भी खराब
मौजूदा समय में भारत की टेस्ट टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में गिनी जाती है। हाल ही में Team India ने न्यूजीलैंड के साथ टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल मैच भी खेला। लेकिन पिछले 3 सालों में भारत के सामने पुछल्ले बल्लेबाजों का विदेशों में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है और इस दौरान उनका औसत 13.39 का रहा है, जो टेस्ट क्रिकेट में केवल साउथ अफ्रीका, श्रीलंका क्रिकेट टीम, जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम और अफगानिस्तान क्रिकेट टीम से बेहतर है।
अगर आप इसे केवल (नंबर 9 से 11) तक सीमित रखते हैं, तो टीम इंडिया की स्थिति और खराब नजर आती है। क्योंकि भारत टेस्ट खेलने वाले 12 देशों में आखिरी स्थान पर है। उसका बल्लेबाजी औसत 7.89 है। जो टेस्ट में पांव जमा रही टीमों अफगानिस्तान (7.90), जिम्बाब्वे (9.00) और बांग्लादेश (9.48) से भी कम है। अब ये औसत देखने के बाद तो आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि इंग्लैंड दौरे पर Team India के टेलेंडर्स भारत के लिए चिंता का विषय होने वाले हैं।