Team India और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। शुरुआती दोनों मैचों में टॉस हारने के बाद कप्तान विराट कोहली ने इस मैच में टॉस जीता और बल्लेबाजी करने का फैसला किया। खिली-खिली धूप को देखकर ऐसा लग रहा था कि बल्लेबाजी कुछ आसान हो जाएगी, लेकिन आलम कुछ यूं रहा कि पहला सेशन खत्म होने तक भारत का स्कोर 54-4 रहा, जो वाकई निराशाजनक रहा।
पहले सेशन में भारत का स्कोर 54-4
हेडिंग्ले ओवल में मैच की शुरुआत भारतीय कप्तान विराट कोहली के टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनने के साथ हुई। मगर भारत के बल्लेबाज कप्तान के फैसले को सही साबित नहीं कर सके। इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने बैक टू बैक विकेट चटकाए। जिसके बाद भारत पूरी तरह से दबाव में आ गया।
एंडरसन ने शुरुआती 3 विकेट लिए और तब भारत का स्कोर 21-3 रहा। हालांकि इसके बाद रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे के बीच साझेदारी पनपनी शुरु ही हुई थी, कि तभी ओली रोबिन्सन ने पहले सेशन के अंत के साथ ही अजिंक्य रहाणे को 18 (54) रन पर पवेलियन भेजकर भारत को मुश्किल में डाल दिया है।
मध्यक्रम बढ़ा रहा Team India की चिंता
भारतीय क्रिकेट टीम के मध्य क्रम में दुनिया के महान टेस्ट बल्लेबाज मौजूद हैं। कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे व चेतेश्वर पुजारा अब तक इंग्लैंड सीरीज में टीम के लिए कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। Team India का ये दिग्गजों से भरा मध्य क्रम मौजूदा समय में टीम के लिए गले की फांस की तरह हो गए हैं, जिन्हें ना तो टीम से ड्रॉप किया जा रहा है और प्लेइंग इलेवन में रहकर वह टीम के लिए रन नहीं बना पा रहे हैं।
विराट कोहली की बात करें, तो वह अब तक सीरीज में विराट कोहली 4 पारियों में 69 रन ही बना सके हैं। तो वहीं अजिंक्य रहाणे 85 व चेतेश्वर पुजारा ने 71 रन बनाए हैं। कोहली इस सीरीज में 2014 वाली गलती दोहराते नजर आ रहे हैं, जिसके चलते वह संघर्ष कर रहे हैं।
लॉर्ड्स में लय में दिखे थे पुजारा - रहाणे
एक ओर जहां विराट कोहली अब तक लगातार निराशाजनक बल्लेबाजी करते दिखे हैं। तो वहीं लॉर्ड्स टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा व अजिंक्य रहाणे ने मुश्किल वक्त में शतकीय साझेदारी करके टीम को मैच में बरकरार रखा था। तब रहाणे ने 61 (146) व पुजारा 45 (206) रन बनाकर पवेलियन लौटे थे। ऐसा लगा था कि दोनों बल्लेबाज लय में लौट आए हैं। मगर लीड्स की पहली पारी में फिर वह सस्ते में आउट हो गए। जिसके बाद भारत के लिए अब यकीनन मध्य क्रम का इस तरह लगातार फ्लॉप होना, टीम के लिए मुश्किल का सबब बनता जा रहा है।