श्रीलंका क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के बीच खेला गया सीरीज निर्णायक मुकाबले में मेजबान टीम के सामने भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। 7 विकेट से मिली इस हार के साथ ही भारत सीरीज भी 1-2 से गंवा बैठा है। इस मैच में भारत की बल्लेबाजी इकाई ने बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन किया था और सिर्फ 82 रनों का लक्ष्य ही निर्धारित कर सकी थी, जिसे श्रीलंका ने आसानी से हासिल कर लिया।
भारत ने टॉस जीतकर चुनी बल्लेबाजी
श्रीलंका के आर.प्रेमदासा स्टेडियम में T20I सीरीज के आखिरी मुकाबले में दोनों टीमों के सामने सीरीज पर कब्जा करने के लिए सिर्फ एक जीत की दरकार थी। मैच की शुरुआत शिखर धवन के टॉस जीतने के साथ हुई। धवन ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय कप्तान के इस फैसले ने सभी को हैरान कर दिया, क्योंकि पिछले मैच में भारत डिफेंड करते हुए हार गया था।
नवदीप सैनी के चोटिल होने के बाद भारत की ओर से संदीप वॉरियर ने डेब्यू किया। जबकि श्रीलंका टीम ने भी विनिंग इलेवन में बदलाव किया। इसुरु उडाना की जगह पुथुम निसंका को खेलने का मौका मिला।
भारत ने दिया 82 रनों का लक्ष्य
सीरीज निर्णायक मुकाबले में Team India की शुरुआत बहुत ही खराब रही। पहली गेंद खेलने मैदान पर उतरे शिखर धवन गोल्डन डक पर ही आउट हो गए। इसी के साथ उनके नाम शर्मनाक रिकॉर्ड भी जुड गया। धवन पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं, जो T20I क्रिकेट में गोल्डन डक पर आउट हुए। इसके बाद दूसरे बल्लेबाज भी क्रीज पर टिक नहीं सके और भारत ने एक-एक करके पावर प्ले में ही अपने 4 विकेट गंवा दिए, जबकि टीम में कुल 5 बल्लेबाज ही खेल रहे थे।
धवन के बाद क्रमश: देवदत्त पडिक्कल 9 (15) रन, संजू सैमसन 0, रितुराज गायकवाड़ 14 (10) रन पर आउट हो गए। टॉप-4 के आउट होने के बाद भी बल्लेबाजी में कोई सुधार नहीं दिखा और भारत विकेट गंवाता रहा। नितीश राणा 6 (15) भुवनेश्वर कुमार 16 (31), राहुल चाहर 5 (5), वरुण चक्रवर्ती 0 पर आउट हुए। हालांकि कुलदीप की बदौलत भारत 80 का स्कोर पार कर पाया। कुलदीप ने सबसे बड़ा स्कोर बनाया और वह 23 (28) पर नाबाद लौटे और दूसरे छोर से चेतन सकारिया 5 (9) पर नाबाद पवेलियन लौटे। इसी के साथ भारत ने 8 विकेट के नुकसान पर 82 रनों का लक्ष्य खड़ा किया।
श्रीलंका की ओर से आज बर्थडे बॉय वनिंदु हसरंगा का दिन शानदार रहा। उन्होंने अपने कोटे के 4 ओवर किए, जिसमें 9 रन देकर 4 विकेट अपने खाते में लिए। वहीं कप्तान दासुन शनाका ने 2 व मेंडिस व चमीरा ने 1-1 विकेट अपने नाम किए। श्रीलंका ने पहले ओवर से लेकर आखिर तक मैच में दबदबा बनाकर रखा।
श्रीलंका ने 7 विकेट से जीता मैच
भारत के दिए 82 रनों के आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम के सामने भारत ने शुरुआत में कुछ चुनौतियां पेश की। ऐसा लग रहा था कि ये चेज मेजबान टीम आसानी से कर लेगी, लेकिन भारत के गेंदबाजों ने अपना 100 प्रतिशत दिया और मैच में काफी देर तक खुद को बनाए रखा।
श्रीलंका को पहला झटका अविष्का फर्नांडो के रूप में लगा, जिन्हें राहुल चाहर ने 12 (18) पर पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद श्रीलंकाई पारी संभली ही थी कि राहुल ने दूसरा विकेट चटकाते हुए दूसरे सलामी बल्लेबाज मिनोद भानुका को 18 (27) के स्कोर पर आउट कर दिया। चाहर ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी को जारी रखा और सदीरा समराविक्रमा को 6 (13) पर आउट कर दिया। उन्होंने अपनी सीरीज आखिर में धनंजय डी सिल्वा 23 (19) व वनिंदु हसरंगा 13 (8) रनों के साथ नाबाद लौटे और आसानी से लक्ष्य को हासिल कर श्रीलंकाई टीम ने 7 विकेट से बड़ी जीत अपने नाम दर्ज की।
भारत की ओर से राहुल चाहर ने अपने स्पेल में 15 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इस मैच में भारत की हार की एक बड़ी वजह कप्तान शिखर धवन का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला रहा। जिसके चलते भारत स्लो पिच पर बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर सका और मैच हाथ से निकल गया।
भारत के हाथ से निकल गई T20I सीरीज
भारत ने श्रीलंका दौरे पर ODI सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया था। इसके बाद T20I सीरीज के पहले मैच में भी भारत को जीत मिली थी। लेकिन फिर क्रुणाल पांड्या के कोविड पॉजिटिव आने के बाद मानो भारतीय खेमे में हलचल मच गई। ना केवल क्रुणाल बल्कि उनके नजदीकी संपर्क में आए 8 खिलाड़ी भी सीरीज से बाहर हो गए थे। इनमें वह सभी नाम थे, जो टीम में खेल रहे थे। इसके बाद राहुल द्रविड़ के पास कोई च्वॉइस नहीं थी और वह बेंच स्ट्रेंथ के साथ ही मैदान पर उतरे।
जहां दूसरे मैच में चेतन सकारिया, देवदत्त पडिक्कल, रितुराज गायकवाड व नितीश राणा ने डेब्यू किया और तीसरे मैच में नवदीप सैनी के चोटिल होने के बाद संदीप वॉरियर को डेब्यू करने का मौका मिला। हालांकि भारत T20I सीरीज में वापसी नहीं कर सका और 1-2 से हार गया।