इंग्लैंड की पिचों पर हरियाली होना कोई नई बात नहीं होगी... दरअसल, जिस तरह Team India में सपाट पिचों पर स्पिनर्स का बोलबाला होता है, ठीक उसी तरह इंग्लैंड में घास वाली पिचों पर तेज गेंदबाज अपनी धार दिखाते हैं। लेकिन जब भारतीय तेज गेंदबाज अपनी लय में आते हैं, तो वह इंग्लैंड में अपनी टीम के लिए ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हैं।
दरअसल, हाल ही में बीसीसीआई ने नॉर्टिंघम टेस्ट से पहले मैच की एक पिच की तस्वीर शेयर की है, जिसमें भरपूर घास दिख रही है। इसे देखकर यकीनन भारतीय खेमे की चिंता बढ़ गई होगी। लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में आपको वह 5 मौके बताते हैं, जब बाउंसी पिच पर टीम इंडिया ने शानदार तरीके से जीत दर्ज की है।
Team India ने 5 बार बाउंसी पिचों पर किया शानदार प्रदर्शन
2018 नॉटिंघम
Team India के लिए बाउंसी पिचों पर अच्छा प्रदर्शन करना कभी भी आसान नहीं रहा है, लेकिन उसने आज तक कई बार ऐसा प्रदर्शन किया है, जो इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया। ऐसा ही कुछ 2018 के इंग्लैंड दौरे पर नॉर्टिंघम टेस्ट में हुआ था, जब भारत ने मेजबानों को 203 रनों के बड़े अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की थी।
भारत ने भले ही सीरीज को 4-1 से गंवाया हो, लेकिन तीसरा मैच में जिस तरह से भारत ने जीत दर्ज की, उसने सभी का दिल जीत लिया था। मैच में भारतीय तेज गेंदबाजों ने 20 में से 19 विकेट झटके थे। वहीं बल्ले के साथ विराट कोहली ने पहली पारी में 97 जबकि दूसरी पारी में 103 रन बनाए थे। इस मैच की पहली पारी में Team India ने 329 जबकि दूसरी पारी 7 विकेट पर 352 रन बनाकर घोषित कर दी थी। जबकि इंग्लैंड क्रमश: 161 और 317 रन ही बना सकी।
2014 लॉर्ड्स
Team India का 2014 इंग्लैंड दौरा कोई भारतीय फैन कभी भी याद नहीं करना चाहेगा। जिस तरह से भारत ने मैचों को गंवाया था, वह बेहद खराब अनुभव था। लेकिन उस दौरे में भी भारत ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और वह जीत लॉर्ड्स के मैदान पर आई थी। इस मैच में भी भारत के तेज गेंदबाजों ने लाजवाब प्रदर्शन किया था और 15 विकेट चटकाए थे।
टीम इंडिया ने क्रमश: पहली व दूसरी पारी में 295 और 342 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम 319 और 223 रन ही बना सकी। भारत की ओर से पहली पारी में अजिंक्य रहाणे ने शतक लगाया था। दूसरी पारी में मुरली विजय ने शानदार 95 रन बनाए थे। रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर कुमार ने भी अर्धशतक लगाया था। इशांत शर्मा ने दूसरी पारी में 7 विकेट लिए थे। वह मैच आज भी भारतीय फैंस के जहन में यादगार मैचों की लिस्ट में शुमार है।
2007 नॉर्टिंघम टेस्ट
2007 के इंग्लैंड दौरे को भला कौन भुला सकता है। जब राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने पहली व आखिरी बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी। भारत ने ये सीरीज 1-0 से जीतकर इतिहास रचा था। नॉर्टिंघम में खेले गए मुकाबले में भारत के तेज गेंदबाजों ने कुल मिलाकर 14 विकेट अपने नाम किए थे।
वहीं Team India ने पहली पारी में 481 जबकि दूसरी पारी में 73 रन के लक्ष्य को तीन विकेट पर हासिल कर लिया। पहली पारी में दिनेश कार्तिक, वसीफ जाफर, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने अर्धशतक लगाए थे। इंग्लैंड ने पहली पारी में 198 और दूसरी पारी में 355 रन बनाए थे। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान ने 9 विकेट झटके थे और आखिर में भारत ने 7 विकेट से बाउंसी विकेट पर एक ऐसी जीत दर्ज की, जिसने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाईयों पर ले जाने में मदद की।
1986 लॉर्ड्स टेस्ट
इंग्लैंड की भरपूर हरी घास वाली पिच पर खेले गए इस मुकाबले में Team India ने 5 विकेट से जीत अपने नाम की थी। इंग्लैंड ने 294 और 180 रन का स्काेर बनाया था और टीम इंडिया ने पहली पारी में 341 रन बनाए थे। फिर 134 रन के लक्ष्य को 5 विकेट पर हासिल कर लिया था। टीम इंडिया के दिग्गज दिलीप वेंगसरकर ने नाबाद शतक लगाया था, जबकि मोहिंदर अमरनाथ ने अर्धशतक जड़ा था। मैच में भारत के तेज गेंदबाज ने 15 विकेट झटके थे।
1986 लीड्स टेस्ट
1986 में लॉर्ड्स में जीत दर्ज करने के बाद इसी दौरे पर भारत ने लीड्स में भी जीत अपने नाम की थी। इस मैच में Team India के तेज गेंदबाजों ने 13 विकेट्स चटकाए थे। भारत ने क्रमश: पहली व दूसरी पारी में 272 और 237 रन बनाए। इंग्लैंड की टीम 102 और 128 रन ही बना सकी। दिलीप वेंगसरकर ने पहली पारी में अर्धशतक और दूसरी पारी में नाबाद शतक लगाया था। रोजर बिन्नी ने 7 विकेट झटके थे। इसी के साथ टीम इंडिया ने 279 रन से बड़ी जीत दर्ज की थी। हालांकि दो मैच जीतने के बाद भी इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी थी और सीरीज ड्रॉ पर खत्म हुई थी।