भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Suyrakumar Yadav) टी20 क्रिकेट में मौजूदा दौर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं। डोमेस्टिक क्रिकेट में कड़ी मेहनत करने के बाद उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। लगातार तीन साल तक स्काई ने घरेलू क्रिकेट में प्रभावशाली प्रदर्शन कर टीम में जगह बनाई। इस दौरान उन्होंने कई यादगार पारी खेली और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको हम आपको सूर्यकुमार यादव की उस पारी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें उन्होंने 28 चौकों की मदद से दोहरा शतक जड़ा था।
Suyrakumar Yadav ने घरेलू क्रिकेट में मचाया धमाल
भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का डोमेस्टिक क्रिकेट करियर शानदार रहा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने से पहले उन्होंने घरेलू क्रिकेट में खूब धमाल मचाया है। प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में भी वह कमाल के नजर आए हैं। इस बीच रणजी ट्रॉफी 2011 में ओडिशा के खिलाफ खेले गए मैच में सूर्यकुमार यादव ने अपनी बल्लेबाजी से कहर बरपा दिया था। चौकों की झड़ी लगाते हुए उन्होंने दोहरी शतकीय पारी खेली और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान वह प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीतने में भी कामयाब रहे।
चौको की लगाई झड़ी
कट्टक के मैदान पर 29 नवंबर 2011 से मुंबई और ऑडिशा के बीच रणजी ट्रॉफी ऐलीट का मुकाबला खेला गया। पहले बल्लेबाजी के लिए आई वसीम जाफ़र की अगुवाई वाली मुंबई टीम ने 529 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। इस दौरान चार बल्लेबाजों के बल्ले ने जमकर आग उगली। सूर्यकुमार यादव ने विपक्षी टीम के गेंदबाजों की धुनाई करते हुए खूब रन बनाए। उन्होंने 232 गेंदों में 28 चौकों और एक छक्के की बदौलत 200 रन जमाए। क्रीज पर 372 मिनट बिताने के बाद स्काई 86.20 की स्ट्राइक रेट से रन बनाने में सफल रहे।
सूर्यकुमार यादव का टेस्ट से कटा पत्ता!
बता दें कि सूर्यकुमार यादव ने पिछले साल नागपूर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। लेकिन इस दौरान वह अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे, जिसके बाद भारतीय चयनकर्ता उन्हें इस फॉर्मेट में नजरअंदाज करने लगे। वह एक मैच की एक पारी में सिर्फ आठ रन ही बना पाए। कुछ समय पहले उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में खेलने की इच्छा जाहीर की थी।
हालांकि, सूर्यकुमार यादव का टेस्ट में खेलना न के बराबर ही लग रहा है। इसमें कोई शक नहीं कि वह टी-20 के बेहतरीन बल्लेबाज हैं, लेकिन वनडे और टेस्ट में उनका प्रदर्शन बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा है। 37 वनडे मैच में वह 25.76 की औसत से 773 रन बनाए हैं।