भारत के लिए खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए गौरव और सम्मान की बात होती है। जब इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान किया गया तो इसमें कुछ ऐसे खिलाड़ियों को कॉल अप मिला, जिन्हें लंबे वक्त से इसका इंतजार था। जिसमें से एक नाम मुंबईकर विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का था। अब उन्होंने खुलासा किया है कि जब उन्हें ये कॉल अप मिला तो वह रोने लगे थे।
अपना नाम देखकर रोने लगा
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने 19 सदस्यीय टीम का चयन किया है। इसमें सूर्यकुमार यादव को कॉलअप अर्जित हुआ है। इस मौके का सूर्यकुमार यादव और उनके फैंस लंबे वक्त से इंतजार कर रहे थे। अब सूर्यकुमार यादव ने अपने फर्स्ट रिएक्शन का खुलासा करते हुए बताया,
'चयन के बारे में पता चलने पर मैं बहुत उत्साहित था। मैं कमरे में बैठकर फिल्म देख रहा था, तभी फोन पर एक सूचना मिली कि मुझे इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुन लिया गया है। मैं टीम में अपना नाम देखकर रोने लगा। मैंने अपने माता-पिता, अपनी पत्नी और अपनी बहन को कॉल किया। हमने आपस में वीडियो कॉल की और हम सभी रोने लगे।'
विराट कोहली की कप्तानी में खेलने का सपना
मुंबईकर खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने खुलासा किया कि उनका सपना है कि वह विराट कोहली की कप्तानी में खेलें। अब उनका सपना पूरा होने जा रहा है क्योंकि वह इंग्लैंड के साथ खेली जाने वाली टी20आई सीरीज का हिस्सा बन चुके हैं। सूर्यकुमार ने आगे कहा,
'सबसे पहले मैं टीम के साथ कुछ खास पल बिताने के लिए उत्सुक हूं। मैंने हमेशा से विराट कोहली की कप्तानी में खेलने का सपना देखा है और मैं बहुत कुछ कोहली से सीखने के लिए उत्साहित हूं, ताकि मैं एक बेहतर खिलाड़ी बन सकूं।'
परिवार वालों ने लंबे वक्त तक किया इसका इंतजार
सूर्यकुमार यादव पिछले कुछ सालों से लगातार घरेलू सर्किट में रन बना रहे थे और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए भी मैच विनिंग प्रदर्शन कर रहे थे। जब भी भारत की टीम का ऐलान होता, तो सूर्या के नाम के शामिल होने को लेकर उनके साथ-साथ उनके परिवारजन व फैंस भी काफी उत्साहित रहते थे। अब जब उनका नाम आया, तो खिलाड़ी के साथ-साथ उनके परिवार वाले भी भावुक हो गए। सूर्यकुमार यादव ने बताया,
'मेरे साथ-साथ, मेरे परिवार वाले भी लंबे समय से इस सपने को जीने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक बहुत लंबी यात्रा रही है और मेरा परिवार हमेशा मेरे साथ खड़ा रहा। उन्हें खुश देखना और उन खुशी के आंसुओं को देखना वास्तव में बहुत अच्छा था।'