SL vs IND: श्रीलंका दौरे के लिए चुनी गयी टीम में चयनकर्तायों ने की ये 3 बड़ी गलती

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Shilpi Sharma
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SL vs IND: पहले मैच की जीत के बाद ये हो सकती है भारत की संभावित इलेवन टीम

जुलाई में होने वाले श्रीलंका दौरे (sri lanka Tour) के लिए 20 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है. इस बार कई नए चेहरों को मौका देेने के साथ ही युवा खिलाड़ियों को जगह देने पर जोर दिया गया है. खासतौर पर उन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिन्होंने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया था. फिलहाल टीम की कप्तानी अनुभवी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को सौंपी गई है. तो वहीं उपकप्तान का जिम्मा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार संभालेंगे.

हालांकि इस स्क्वॉड की घोषणा होने के बाद जहां फैंस का इंतजार खत्म हो चुका है, तो वहीं कई खिलाड़ियों को जगह ना मिलने पर भी चयनकर्ताओं पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. खासकर उन प्लेयर्स को जो टीम में नजरअंदाज किए गए हैं, ये वो खिलाड़ी हैं जो इस दौरे पर भारत की विनिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते थे. इस खास रिपोर्ट में हम उन्हीं तीन खिलाड़ियों को बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस टूर के लिए नजरअंदाज कर दिए गए हैं.

मनीष पांडे का चयन होना

sri lanka Tour

सबसे पहले बात करते हैं टीम इंडिया के लिए साल 2015 में डेब्यू कर चुके भारतीय बल्लेबाज मनीष पांडे (manish pandey) की. जिनका प्रदर्शन मौजूदा समय में कुछ खास नहीं रहा है. काफी वक्त से वो टीम इंडिया में नजरअंदाज भी किए जा रहे हैं. आखिरी बार उन्होंने साल 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी वनडे खेला था. इसके बाद से वो लगातार टीम से बाहर चल रहे हैं. लेकिन, श्रीलंका दौरे (sri lanka Tour) पर उन्हें 20 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है. इस दौरे पर उन्हें विरोधी टीम के खिलाफ प्लेइंग इलेवन में निचले मध्यक्रम में मौका दिया जा सकता है.

क्योंकि जाहिर सी बात है कि, टीम इंडिया टॉप आर्डर में सुर्यकुमार यादव के साथ जाना चाहेगी. जबकि मध्यक्रम में इशान किशन या फिर संजू सैमसन में से किसा को प्राथमिकता दी जाएगी. ऐसे में मनीष पांडे को 5वें या फिर छठे नंबर पर खेलने के लिए भेजा जा सकता है. इस नंबर पर उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. इसका बड़ा उदाहरण इस साल आईपीएल में भी देखना को मिला था. हैदराबाद की तरफ से उन्हें कई मौके मिले. लेकिन, एक विनिंग पारी खेलने में वो असफल रहे.

ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि, टीम में उनका चुनाव भारतीय चयनकर्ताओं की सबसे बड़ी गलती है.  मनीष पांडे ने टीम इंडिया के लिए अब तक 26 वनडे मैच खेले हैं. जिसमें 35.14 की औसत से 492 रन बनाए हैं. तो वहीं उन्होंने कुल 39 टी20 मैच खेले हैं. जिसमें 44.31 की औसत से कुल 709 रन बनाए हैं.

राहुल तेवतिया का चुनाव ना होना

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इस लिस्ट में सबसे दूसरा नाम राहुल तेवतिया (rahul tewatia) का आता है, जिन्हें इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टी20 घरेलू सीरीज में जगह दी गई थी. लेकिन, लेग स्पिनर को प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिल सका था. साल 2020 में उन्होंने राजस्थान की तरफ से 14 मैच में 42.50 की औसत से 255 रन बनाए थे. जबकि, 14 मैच में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 10 विकेट चटकाए थे. इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद वो चयनकर्ताओं की नजरों में आए थे.

हालांकि, आईपीएल 2021 में वो अपनी फॉर्म को पहले की तरह बरकरार नहीं रख सके. 7 मैचों में राजस्थान की ओर से खेलते हुए उन्होंने 80 रन बनाए और सिर्फ 2 ही विकेट झटके. फिलहाल उनके हालिया प्रदर्शन को छोड़ दिया जाए, तो इससे पहले वो खुद को कई बार साबित कर चुके हैं. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ भले ही उन्हें प्लेइंग 11 में मौका नहीं मिला था. लेकिन, श्रीलंका के खिलाफ उनके शामिल होने की पूरी आशंका जताई जा रही थी.

क्योंकि तेवतिया ना सिर्फ किफायती गेंदबाजी कराकर अहम विकेट निकाल सकते थे बल्कि निचले क्रम में धमाकेदार बल्लेबाजी कर टीम के लिए फायदेमंद भी साबित सकते थे. जाहिर सी बात है कि, ऐसा खिलाड़ी किसी भी टीम के लिए अहम साबित हो सकता है. लेकिन, बिना मौका दिए ही बिना खिलाए ही चयनकर्ताओं ने उनके प्रदर्शन को भांप लिया और श्रीलंका दौरे (sri lanka Tour) पर नजरअंदाज कर दिया गया.

आवेश खान का चयन ना होना

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तीसरे और आखिरी पर नंबर पर बात करते हैं दिल्ली कैपिटल्स की ओर से बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी करने वाले युवा तेज गेंदबाज आवेश खान (avesh khan) की, जिन्हें इंग्लैंड दौेरे के लिए स्टैंडबाई खिलाड़ी के तौर पर चुना गया है. जबकि लोगों को उम्मीद थी कि, उन्हें श्रीलंका दौरे (sri lanka Tour) पर टीम में जगह दी जाएगी. इस साल आईपीएल में उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था.

टूर्नामेंट स्थगित किए जाने से पहले खान उन्होंने 14 विकेट चटकाए थे और पर्पल कैप के दावेदारों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर कुंडली मारकर बैठे हैं. आवेश खान अच्छी गति और स्विंग के साथ गेंदबाजी करते हैं. श्रीलंका दौरे पर वो काफी असरदार साबित हो सकते थे. ऐसे में उनका इस दौरे पर चुना जाना संभव नजर आ रहा था. यदि श्रीलंका दौरा तय था तो उन्हें नेट बॉलर बना कर इंग्लैंड भेजने के बजाय इस दौरे पर भेजना चाहिए थे.

भारतीय क्रिकेट टीम मनीष पांडे राहुल तेवतिया आवेश खान श्रीलंका बनाम भारत सीरीज 2021