8 साल बाद मैदान पर लौटे एस श्रीसंत, वॉर्म-अप मैच में में दिखे काफी आक्रमक, देखें वीडियो

Published - 01 Jan 2021, 07:12 AM

खिलाड़ी

भारत के लिए लंबे समय तक क्रिकेट का प्रतिनिधित्व करने वाले एस श्रीसंत तकरीबन आठ साल के लंबे अंतराल के बाद प्रतियोगी क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार हैं। तेज गेंदबाज श्रीसंत को भारत के डोमेस्टिक क्रिकेट में आयोजित होने वाली आगामी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए केरल की टीम में चुना गया है। फिलहाल वह प्रैक्टिस मैच में मैदान पर प्रैक्टिस करते नजर आ रहें हैं।

श्रीसंत की क्रिकेट में वापसी

श्रीसंत

श्रीसंत आगामी ट्रॉफी की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए अब मैदान पर प्रैक्टिस करते हुए नजर आ रहे हैं। श्रीसंत आगामी टी20 टूर्नामेंट में केरल के लिए पेस अटैक की अगुवाई करेंगे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के शेड्यूल से पहले श्रीसंत ने हाल ही में वार्म अप मैचों में हिस्सा लिया।

वॉर्म अप मैचों में श्रीसंत का पुराना आक्रामक रूप भी देखने को मिला। वह मैदान पर काफी आक्रामक रवैये से गेंदबाजी करते हुए नजर आए। श्रीसंत का आक्रामक रूप वार्म-अप मैच के दौरान बल्लेबाजों को घूरते हुए और स्लेजिंग करते हुए भी दिखाई दिए। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

मैदान पर आक्रमक नजर आए श्रीसंत

श्रीसंत के वॉर्म-अप मैच में गेंदबाजी करते हुए केरल की टीम की ओर से काफी आक्रमक गेंदबाजी कर रहें थे। वहीं वह बल्लेबाजों से स्लेजिंग करते हुए नजर आ रहे थे। उनके गेंदबाजी का यह वीडियो यूट्यूब पर खूब वायरल हो रहा है।

फिलहाल सबसे बड़ा सवाल यही है की क्या श्रीसंत घरेलू क्रिकेट में धमाल मचा पाएंगे। 37 वर्षीय क्रिकेटर के लिए इस उम्र में अंतर्राष्ट्रीय वापसी करना कठिन हो सकता है। लेकिन श्रीसंत 8 सीजन के बाद निश्चित रूप से आईपीएल में वापसी कर सकते हैं।

श्रीसंत का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर

श्रीसंत पर साल 2013 के आईपीएल के दौरान आईपीएल में फिक्सिंग का आरोप लगा था। उसके बाद वह आईपीएल से बाहर चल रहे है। श्रीसंत ने इंटरनेशनल क्रिकेट में बैन होने से पहले 27 टेस्ट मैचों में 87 विकेट झटके। वह साल 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य थे।

वनडे क्रिकेट में उन्होंने 53 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 75 बल्लेबाजों को आउट करके वापस पवेलियन भेजा। श्रीसंत साल 2007 में टी20 वर्ल्ड जीतने वाली टीम का हिस्सा भी थे। उन्होंने आईपीएल के 44 मैचों में 40 बल्लेबाजों को आउट करके वापस पवेलियन भेजा।