भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई सालों से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जा रही है। ये दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी इवेंट्स में ही आमने-सामने आती हैं। लेकिन जब भी भारत-पाकिस्तान का मैच होता है, तो मानो फैंस का उत्साह सातवें आसमान पर रहता है। पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज कामरान अकमल ने दावा किया है कि बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा सीरीज देखना चाहते हैं।
Sourav Ganguly देखना चाहेंगे भारत-पाकिस्तान के बीच सीरीज
सोचिए यदि भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर द्विपक्षीय सीरीज की शुरुआत हो जाए, तो कैसा रहेगा? पहले भी कई क्रिकेटरों ने इस बात की पैरवी की है। लेकिन अब हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज कामरान अकमल ने दावा किया है कि Sourav Ganguly भारत और पाकिस्तान के बीच सीरीज देखना चाहेंगे। अकमल ने जर्नलिस्ट सवेरा पाशा के यूट्यूब चैनल पर कहा,
"सौरव गांगुली सबसे बड़े फैक्टर हैं जो इस वक्त बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कई सारे मैच खेले हैं और वो इन मुकाबलों की अहमियत समझते हैं। वो जानते हैं कि क्रिकेट कैसे दोनों देशों को करीब ला सकता है। मुझे लगता है कि वो अपने कार्यकाल में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच देखना चाहते हैं।"
वो सोचते हैं, मगर कहते नहीं
आखिरी बार 2012 में भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी। तब से एक लंबा अर्सा बीत चुका है, जब ये दोनों टीमें एक-दूसरे देश का दौरा नहीं करती हैं। दरअसल, दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंध अच्छे नहीं हैं, जिसका शिकार क्रिकेट के खेल को होना पड़ रहा है। अकमल ने आगे कहा,
"मुझे पता है कि Sourav Ganguly ऐसी ख्वाहिश रखते हैं, मैंने उनके खिलाफ मैच खेला है मैं मानता कि वो ऐसा सोच रहे होंगे। उस दौर के खिलाड़ी ऐसा चाहते हैं, लेकिन खुलकर कुछ नहीं कहते क्योंकि ये एक बड़ा मुद्दा बन जाएगा। वो लोग हमारी तरह नहीं हैं जो पहला कदम उठाएं।"
न्यूट्रल वेन्यू नहीं होने चाहिए
कामरान अकमल ने सलाह देते हुए कहा है कि आईसीसी को भारत-पाकिस्तान के बीच सीरीज करा सकती है। उनका मानना है यदि न्यूट्रल वेन्यू ना हो, तो दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधर सकते हैं। अकमल ने सुझाव पेश करते हुए कहा,
"आईसीसी इस मामले में अहम किरदार निभा सकता है, खासकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मामले में, जिसमें हम भारत जाकर खेलें और वो पाकिस्तान आकर मुकाबला करें। इसमें न्यूट्रल वेन्यू नहीं होना चाहिए तभी दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार होगा।"