SL vs AFG: श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच खेली गई वनडे सीरीज एक रोमांचक मोड़ पर खत्म हुई है। आज यानि 30 नवंबर को दोनों टीमों के बीच 3 मैचों की वनडे शृंखला का आखिरी मुकाबला खेला गया था। जहां अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 313 रन बनाए। जिसके जवाब में श्रीलंका ने नाटकीय अंदाज में 4 विकेट और 2 गेंदे शेष रहते जीत हासिल की है। इस नतीजे के साथ ही श्रीलंका बनाम अफगानिस्तान वनडे सीरीज 1-1 की बराबरी के साथ खत्म हुई है।
इब्राहिम जादरान ने खेली 168 रनों की पारी
आखिरी वनडे की शुरुआत से पहले अफगानिस्तान के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जहां रहमानुल्लाह गुरबाज के रूप में उन्होंने पहला विकेट गंवाया। वहीं मिडल ऑर्डर में भी कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर देर तक टिकने में कामयाब नहीं हो पाया। महज 57 के स्कोर पर 3 खिलाड़ी पवेलियन की राह लौट गए थे। ऐसे में दूसरे छोर पर खड़े इब्राहिम जादरान सभी विकेटों का पतन देख रहे थे।
लेकिन नजीबुल्लाह के रूप में उन्हें साथी मिला। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 184 रनों की विशाल साझेदारी की। इस दौरान इब्राहिम ने 162 रनों की अद्भुत पारी खेली यह इस सीरीज में उनका दूसरा शतक था। तो वहीं जादरान भी 77 रनों का योगदान दिया। इस जोड़ी के बूते अफगानिस्तान ने 313 रन बोर्ड पर लगाए।
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निसंका और मेंडिस ने श्रीलंका को दी ताबड़तोड़ शुरुआत
वहीं 314 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका की ओर से धाकड़ शुरुआत की गई। पाथुम निसंका और कुसल मेंडिस की जोड़ी ने पहली विकेट के लिए मात्र 17.6 ओवर में 101 रनों की साझेदारी कर डाली थी। इस मौके पर मेजबानों ने कुसल का विकेट गंवाया। जो आउट होने से पहले 100 से भी ज्यादा स्ट्राइक रेट के साथ 67 रन बना चुके थे। लेकिन सलामी जोड़ी के द्वारा सेट किए प्लेटफॉर्म को मध्य क्रम के बल्लेबाज इस्तेमाल नहीं कर पाए। पाथुम निसंका, धनंजय डिसिल्वा और दिनेश चांदीमल पहली साझेदारी के बाद सिर्फ 63 रनों के भीतर चलते बने।
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SL vs AFG: चारिथ असलंका ने एक टांग पर खेलकर बनाए नाबाद 83 रन
अंत में कप्तान दासुन शनाका और चारिथ असलंका ने श्रीलंका की पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों समझ बूझ से पारी को आगे लेकर जाने का काम किया। लेकिन हर ओवर के बाद रनों की बढ़ती दरकार परेशानी का सबब बन रही थी। ऐसे में तेजी से बल्लेबाजी की फिराक में कप्तान ने अपना विकेट गंवा दिया।
जिसके बाद हसरंगा भी बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहींहो पाए, ऐसे में श्रीलंका को जीत दिलाने का सारा जिम्मा चरित असलंका के ऊपर आ गया। साथ ही वह अपने दाहिने पैर में खिंचाव के चलते दर्द का भी सामना कर रहे थे और चलने में संघर्ष कर रहे थे। दर्द से कराहते हुए उन्होंने 83 रन बनाए और श्रीलंका को जीत दिलाई।