पाकिस्तान क्रिकेट टीम से कई बड़े तेज गेंदबाज निकले हैं। शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar), वसीम अकरम, वकार यूनिस जैसे गेंदबाजों ने पाकिस्तान का कद विश्व क्रिकेट में ऊंचा किया है। मगर मौजूदा समय में पाकिस्तान की धरती से वैसे गेंदबाज तेज गेंदबाज नहीं निकल रहे, जिसके लिए पाकिस्तान जाना जाता था। अब पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपने देश के युवा गेंदबाजों को तेज गेंदबाजी स्किल्स सिखाना चाहते हैं।
Shoaib Akhtar युवाओं को सिखाना चाहते हैं गुण
रावलपिंडी के नाम से मशहूर पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 444 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाए। अख्तर के नाम पर ही विश्व क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने 161.3 किमी/घंटा की रफ्तार से रिकॉर्ड गेंदबाजी की थी। अब वह अपने देश के युवा खिलाड़ियों को स्किल्स सिखाना चाहते हैं। शोएब अख्तर ने एक इंटरव्यू में कहा,
"वह पाकिस्तान के युवाओं को सिखाना चाहते हैं कि कैसे तेज गेंदबाज बनें। वे जिम पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन जब भी मुझे मौका मिलेगा, हम उन्हें सिखाएंगे कि क्या करना है, एक तेज गेंदबाज क्या है, और कैसे बनना है।"
पीसीबी के चेयरमैन बनेंगे तो नहीं होगी तेज गेंदबाजों की कमी
Shoaib Akhtar अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन बनना चाहते हैं। उनका कहना है कि जब वह पीसीबी के चेयरमैन बनेंगे, तो उनके पास तेज गेंदबाजों की कमी नहीं होगी। अख्तर ने कहा,
“हर एक चीज रवैये के साथ आती है। जब आपका नजरिया सही और सकारात्मक होगा, आपकी ऊर्जा सही चीजों पर खर्च होगी, तो जाहिर तौर पर आप वहां पहुंचेंगे। जब प्रतिभा और सही रवैया होगा, तो जाहिर है आप जगह पर जाएंगे। जब मैं पीसीबी चेयरमैन बनेंगे तो तेज गेंदबाजों की कमी नहीं होगी।"
पाकिस्तान के पास मौजूद हैं युवा गेंदबाज
पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ वक्त में यदि देखें, तो टीम के पास अच्छे तेज गेंदबाज तो रहे हैं, लेकिन वह पहले जैसे पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों की तरह प्रदर्शन नहीं दे सके हैं। पाकिस्तान के पास अभी शाहीन अफरीदी, नसीम शाह, हारिस रऊफ और मोहम्मद हसनैन जैसे तेज गेंदबाज हैं। ये सभी पेसर्स के पास क्षमता है कि लगातार 140 किमी/घंटा से अधिक की गति से गेंदबाजी कर सकते हैं।